'जम्मू कश्मीर में मानवाधिकारों का सम्मान अति महत्वपूर्ण'
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि जम्मू कश्मीर के लोगों की मूलभूत स्वतंत्रताओं और उनके मानवाधिकारों का पूर्ण सम्मान किया जाना बहुत महत्वपूर्ण है.
महासचिव ने रविवार को पाकिस्तान की तीन दिन की यात्रा के पहले दिन इस्लामाबाद में पत्रकारों के साथ मुलाक़ात में ये बात कही.
एक रिपोर्टर ने जब जम्मू कश्मीर में तनाव के बारे में एक प्रश्न पूछा तो महासचिव ने ध्यान दिलाते हए कहा कि संयुक्त राष्ट्र का रुख़ यही है कि इस मुद्दे पर सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों पर अमल किया जाए.
उन्होंने साथ ही कहा कि तनाव कम करने के लिए बातचीत करने के साथ-साथ एक अन्य बहुत महत्वपूर्ण शर्त ये है कि जम्मू कश्मीर के लोगों के मानवाधिकारों और उनकी मूलभूत स्वतंत्रताओं का पूर्ण सम्मान किया जाए.
महासचिव ने कहा कि उन्होंने शुरू से ही इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र की सेवाएँ देने की पेशकश कर दी थी.
लेकिन उन्होंने ये भी याद दिलाया कि “संयुक्त राष्ट्र की सेवाएँ तभी काम कर सकती हैं जब दोनों पक्ष उनके लिए सहमत हों.”
विवादित क्षेत्र में युद्धविराम का उल्लंघन किए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में यूएन प्रमुख ने कहा कि उन्होंने भारत व पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के निगरानी दल (UNMOGIP) का दौरा किया है.
साथ ही उन्होंने कहा, “निगरानी समूह को अपना कामकाज करने की पूरी आज़ादी होनी चाहिए. पाकिस्तानी तरफ़ इसे पूरी आज़ादी है, हम उम्मीद करते हैं कि ऐसा ही दूसरी तरफ़ लागू करने में भी कामयाबी मिलेगी.”
उन्होंने ये भी कहा कि इस निगरानी समूह की तकनीकी क्षमता और ज़्यादा मज़बूत की जाएगी ताकि ये संगठन अपना कामकाज और भी ज़्यादा प्रभावशाली तरीक़े से कर सके.