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सूडान में उपयुक्त और समावेशी समाधान तलाशे जाने की अपील

सूडान की राजधानी खार्तूम में सैन्य बलों के मुख्यालय के सामने एकत्र प्रदर्शनकारी.
UN Sudan/Ayman Suliman
सूडान की राजधानी खार्तूम में सैन्य बलों के मुख्यालय के सामने एकत्र प्रदर्शनकारी.

सूडान में उपयुक्त और समावेशी समाधान तलाशे जाने की अपील

मानवाधिकार

सूडान में तेज़ी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सभी पक्षों से शांति और अधिकतम संयम बरते जाने की अपील की है. कई महीनों से चले आ रहे विरोध प्रदर्शनों के बाद गुरूवार को सूडानी राष्ट्रपति ओमार अल बशीर को सेना ने सत्ता से बेदख़ल कर दिया. 

30 सालों तक सूडान की बागडोर संभालने वाले ओमार अल बशीर के जाने के बाद देश चलाने के लिए एक अंतरिम सैन्य परिषद का गठन किया  गया है. 

यूएन महासचिव की ओर से प्रवक्ता स्टेफ़ान डुजेरिक ने बयान  जारी कर कहा कि यूएन प्रमुख स्थिति पर करीबी नज़र रखे हुए हैं. "नया रास्ता तलाश रही सूडान की जनता को समर्थन देने के लिए संयुक्त राष्ट्र तैयार है."

महासचिव ने आशा जताई कि सूडान की जनता की "लोकतांत्रिक अभिलाषाओं को उपयुक्त और समावेशी प्रक्रिया" के तहत पूरा किया जा सकेगा. 

इस बीच संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने सूडान में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहे लोगों पर अत्यधिक बल प्रयोग की रिपोर्टों की कड़ी निंदा की है. सूडानी प्रशासन से लोक शिकायतों और लोगों की जायज़ आवाज़ों को सुनने की अपील की गई है. 

मानवाधिकार विशेषज्ञ अरिस्टाइड नोनोन्सी ने कहा, "मैं प्रशासन से अपील करूंगा कि वे आम नागरिकों की रक्षा करने का अपना मुख्य दायित्व निभाएं. और मैं सूडान की सेना और सुरक्षा बलों से आग्रह करूंगा कि हिंसा को और न भड़कने देने के लिए वे अधिकतम संयम बरते और सूडानी जनता के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने के लिए तत्काल कदम उठाएं."

6 अप्रैल से हिंसा में अब तक 20 लोगों की मौत हुई है और 100 घायल हुए हैं. साथ ही बड़े पैमाने पर सुरक्षा बलों द्वारा पत्रकारों पर हमला किए जाने और उन्हें गिरफ़्तार किए जाने की भी ख़बरें मिली हैं. 

सूडान में इससे पहले चार महीने पहले भी विरोध प्रदर्शन भड़के थे जब सरकार ने ब्रेड और बुनियादी चीज़ों के दाम बढ़ाए थे. मानवाधिकार विशेषज्ञों ने सूडानी प्रशासन से आपातकाल हटाने और शांतिपूर्ण राजनीतिक प्रक्रिया के माध्यम से लोगों की आवाज़ सुनने का आग्रह किया है. 

सूडान में घटनाओं पर नजर रख रहे मानवाधिकार विशेषज्ञ मिशेल फॉर्स्ट ने कहा, "मानवाधिकारों की रक्षा करने वालों सहित सूडान की जनता के पास अपनी बात और चिंताओं को शांतिपूर्ण ढंग से कहने का का अधिकार है - विशेषकर बुनियादी अधिकारों से संबंधित मुद्दों पर."

पूर्व राष्ट्रपति ओमार अल बशीर को सालों पहले अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने युद्धापराध और मानवता के विरूद्ध अपराध के लिए ज़िम्मेदार होने का दोषी पाया था.