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तीन भाई-बहन, यूनीसेफ़ द्वारा उपलब्ध कराए गए कपड़ों में फोटो खिंचा रहे हैं

साक्षात्कार: यूक्रेन के बच्चों की 'शान्ति की मासूम उम्मीदें'

© UNICEF/Aleksey Filippov
तीन भाई-बहन, यूनीसेफ़ द्वारा उपलब्ध कराए गए कपड़ों में फोटो खिंचा रहे हैं

साक्षात्कार: यूक्रेन के बच्चों की 'शान्ति की मासूम उम्मीदें'

शान्ति और सुरक्षा

यूक्रेन की राजधानी कीव में यूनीसेफ़ के वरिष्ठ प्रतिनिधि के अनुसार, देश के बच्चों की 'शान्ति के लिए मासूम उम्मीद' और वहाँ के सभी नागरिकों का, अपना भविष्य संवारने का दृढ़ संकल्प हीदेश को रूस के पूर्ण आक्रमण के बाद की दूसरी सर्दियों से मुक़ाबला करने की ताक़त दे रहा है.

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (OHCHR) ने, यूक्रेन पर फ़रवरी 2022 में रूसी आक्रमण शुरू होने के बाद से, 10 हज़ार से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि की है, हालाँकि मृतकों  की वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है.

एक करोड़ से अधिक लोग अपने घरों से भागने के लिए मजबूर हुए हैं, जिनमें 63 लाख से अधिक लोगों ने यूक्रेन से बाहर शरण ली है.

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष, UNICEF, संघर्ष से पहले से ही यूक्रेन में सक्रिय था और संघर्ष आरम्भ होने के बाद भी सहायता एवं सेवाएँ प्रदान करने के लिए वहाँ मुस्तैद है.

मुनीर मम्मादज़ादे, यूक्रेन में  UNICEF के प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत हैं. यूएन न्यूज़ ने उनके साथ बातचीत की और पूछा कि इस संघर्ष का विशेषकर बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ रहा है.

मुनीर मम्मादज़ादे, यूनीसेफ़ समर्थित सुविधा में एक यूक्रेनी बच्चे के साथ बैठे हैं.
© UNICEF

मुनीर मम्मादज़ादे: यूक्रेन के सामने मुख्य चुनौती है, हानि एवं विनाश की, जिससे हज़ारों स्कूलों एवं अस्पतालों, पेयजल आपूर्ति प्रणालियों, स्वच्छता प्रणालियों के साथ-साथ, बुनियादी ऊर्जा ढाँचे व हीटिंग प्रणाली जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी संरचनाएँ प्रभावित हुई हैं.

लगभग हर दिन हम स्कूलों और अस्पतालों के प्रभावित होने, बच्चों के घायल होने की ख़बरें सुनते हैं; आज सुबह भी हमें ख़ारकीव में हमले की ख़बर मिली.

यह जितना अधिक समय तक चलेगा, उतने ही अधिक लोग प्रभावित होंगे, विशेषकर बच्चे. यूक्रेन में लगभग दो-तिहाई बच्चों को इस युद्ध के दौरान किसी न किसी समय अपने घरों से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

यह जितना अधिक समय तक चलेगा, उतने ही अधिक लोग प्रभावित होंगे, विशेषकर बच्चे.

बच्चे पहले ही युद्ध के कारण बहुत सम्वेदनशील स्थिति में जी रहे हैं. लगातार हवाई हमलों और हवाई चेतावनियों से उपजी असुरक्षा से उनका जीवन बाधित हो गया है. इससे उनकी स्कूली शिक्षा, दोस्तों के साथ मेलजोल और सामाजिक भावनात्मक विकास पर असर पड़ रहा है.

यूक्रेन के 73 प्रतिशत लोगों ने अपनी आमदनी घटने की सूचना दी है और इससे परिवारों में बच्चों का कल्याण प्रभावित होता है. कुछ माता-पिता बच्चों को सर्दियों के कपड़े, उचित पोषण और कम्बल जैसी बुनियादी वस्तुएँ प्रदान करने में भी असमर्थ हैं.

यूएन न्यूज़: यूक्रेन में यूनीसेफ़ की प्राथमिकताएँ क्या हैं?

मुनीर मम्मादज़ादे: यूनीसेफ़, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से लेकर प्रारम्भिक बचपन के विकास, शिक्षा, किशोरों और युवजन के लिए कौशल के साथ-साथ, सुरक्षा मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, स्वास्थ्य के विभिन्न आयामों पर काम करता है.

हमने यूक्रेन सरकार व स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर, बच्चों और परिवारों की सहायता के लिए अपने प्रयास तेज़ कर दिए हैं, जिसमें 44,000 सर्दियों के कपड़ों का वितरण और अन्य शीतकालीन उपाय शामिल हैं.

यूक्रेन में युद्ध के कारण बच्चों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
© UNICEF/Aleksey Filippov

हम जल, तापन, स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे को चालू रखने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं.

मैं मारहेनेट्स गया हूँ - यह समुदाय युद्ध की अग्रिम पंक्ति के बहुत पास स्थित है और मैंने देखा है कि किस तरह इस समुदाय के सदस्य व बच्चे, यूनीसेफ़ की मदद से सीधे लाभान्वित हो रहे हैं.

यहाँ और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में, परिवारों को अपनी ज़रूरतें पूरा करने के लिए ईंधन प्राप्त हुआ है. और हमने जल सुविधा कम्पनियों को 40 जनरेटर वितरित किए हैं, ताकि यह संयत्र चलते रहें.

 

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यूएन न्यूज़: शिक्षा का प्रावधान कितना प्रभावित हुआ है?

मुनीर मम्मादज़ादे: लगभग 53 लाख बच्चे ऐसी बाधाओं का सामना करते हैं, जो उन्हें गुणवत्तापूर्ण और व्यापक शिक्षा हासिल करने से रोकती हैं; 7,000 स्कूल असुरक्षा के कारण बन्द हो गए हैं. कुछ क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए और अन्य संघर्ष के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं, जिससे बच्चे ऑनलाइन शिक्षा लेने के लिए मजबूर हो गए हैं.

पूरे यूक्रेन में बच्चों में विशाल स्तर पर पर सीखने की हानि के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, जिसमें भाषा, पढ़ना, गणित व अन्य मुख्य विषयों के नतीजों में गिरावट शामिल है.हम इन क्षेत्रों में बच्चों की शिक्षा के लिए प्रयास कर रहे शिक्षकों का भी समर्थन कर रहे हैं. हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वे स्वयं बेहद असुरक्षित हालात में काम कर रहे हैं.

यूएन न्यूज: आपको अपने काम में सबसे ज्यादा गर्व किस बात पर है?

मुझे यहाँ लोगों के सामने मौजूद अनगिनत चुनौतियों से निपटने में यूनीसेफ़ की रचनात्मक क्षमता पर गर्व है.

मुनीर मम्मादज़ादे: आपको कई स्थानों पर यूनीसेफ़ समर्थित सुविधाएँ देखने को मिलेंगी, जहाँ बच्चे और माता-पिता एक साथ आते हैं, जहाँ बच्चे अपने बचपन का आनंद ले सकते हैं और विभिन्न सेवाओं के लिए उन्हें समर्थन व रेफरल दिया जाता है.

मुझे यहाँ लोगों के सामने मौजूद अनगिनत चुनौतियों से निपटने में यूनीसेफ़ की रचनात्मक क्षमता पर भी गर्व है.

युद्ध के स्तर व लोगों की असीम कठिनाइयों के कारण अभी बहुत काम बाकी है.यह देश मानवीय और सामाजिक संकट के दोराहे पर खड़ा है. कार्यबल बुनियादी सेवाएँ प्रदान करने के लिए पर्याप्त नहीं है, इसलिए यूनीसेफ़ जैसे भागीदार यहाँ निश्चित रूप से रहकर, काम करते रहेंगे.

यूएन न्यूज़: यूक्रेनवासी इस स्थिति से किस तरह निपट रहे हैं. इस बारे में आपके क्या विचार हैं?

मुनीर मम्मादज़ादे: सबसे अधिक मुझे लोगों की उम्मीदों ने प्रभावित किया है. यूक्रेनी लोगों की सहनसक्षमता व पुनर्निर्माण के प्रति उनका अटूट विश्वास, एक-दूसरे और मेरे जैसे विदेशियों के प्रति उनकी अविश्वसनीय दयालुता तथा अपने बच्चों के भविष्य की रक्षा करने का उनका दृढ़ संकल्प. 

इससे हम सभी को उम्मीद मिलती है. यही दृढ़ संकल्प, मुझे कईफ़ के राजनैतिक शासन और राज्यपालों व महापौरों के बीच, यहाँ तक कि सेवा प्रदाताओं व परिवारों और ​बच्चों तक में दिखता है.

साथ ही, मानवीय कार्यकर्ताओं की प्रतिबद्धता, जो बच्चों और परिवारों के लिए जीवन रक्षक मदद एवं मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने के लिए अपनी सुरक्षा जोखिम में डालते हैं. यह सब मुझमें उम्मीद जगाता है कि बच्चों के सपनो और शान्ति के लिए उनकी मासूम उम्मीदों से संचालित, यूक्रेन का भविष्य उज्जवल है.