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हेती: हिंसा व अस्थिरता के बीच, ज़रूरतमन्दों तक मानवीय सहायता पहुँचाने के प्रयास

हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स से गुज़र रहा एक विमान.
WFP
हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स से गुज़र रहा एक विमान.

हेती: हिंसा व अस्थिरता के बीच, ज़रूरतमन्दों तक मानवीय सहायता पहुँचाने के प्रयास

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता एजेंसियाँ, संकट से जूझ रहे हेती में ज़रूरतमन्द आबादी तक राहत पहुँचाने के कार्य में जुटी हुई हैं. देश की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में आपराधिक गुटों की हिंसा में आई तेज़ी और राजनैतिक अस्थिरता के कारण हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं.

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) और उसके साझेदार संगठनों द्वारा मार्च के आरम्भिक दिनों से अब तक दो लाख 42 हज़ार गैलन जल वितरित किया जा चुका है.

वहीं, विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) और उसके साझेदार संगठनों ने अब तक एक लाख 46 हज़ार गर्म भोजन प्रदान किए हैं.

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यूएन का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में हुई आपराधिक गुटों की हिंसा से लोग सदमे में हैं और उन्हें मनोसामाजिक समर्थन मुहैया कराया गया है.

बुनियादी ढाँचे पर हमले

मानवीय सहायता मामलों में समन्वय के लिए यूएन कार्यालय (OCHA) के अनुसार, राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में स्कूलों, अस्पतालों और सरकारी प्रतिष्ठानों पर हमले जारी हैं और अनेक इमारतों में कामकाज अब ठप हो गया है.

सार्वजनिक बिजली आपूर्ति कम्पनी ने हाल ही में बताया कि राजधानी के कई सब-स्टेशन ध्वस्त कर दिए गए हैं, जिससे अनेक इलाक़े अब अंधकार में डूब गए हैं.

इस बीच, स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों में ज़रूरी मेडिकल आपूर्ति, स्वास्थ्य देखभालकर्मियों और रक्त का अभाव है, जिसकी वजह से स्वास्थ्यकर्मियों को सेवाएं प्रदान करने में जूझना पड़ रहा है.

अस्पतालों के लिए समर्थन 

यूएन मानवतावादी एजेंसी ने बताया कि पोर्त-ओ-प्रिन्स के बर्नार्ड मेव्स अस्पताल में धीरे-धीरे कामकाज फिर शुरू हो गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अमेरिकी क्षेत्र के लिए स्वास्थ्य एजेंसी (PAHO) के समर्थन और चिकित्सा औज़ारों व दवाओं की आपूर्ति के परिणामस्वरूप यह सम्भव हो पाया है. 

बेहोशी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं को राजधानी के बाहरी इलाक़े में स्थित अस्पतालों में वितरित किया गया है. हेती की लगभग आधी आबादी, 55 लाख लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है. 

फ़रवरी के अन्तिम दिनों में 67.4 करोड़ डॉलर की एक मानवीय सहायता योजना के लिए अपील जारी की गई थी, जिसमें से फ़िलहाल 6.5 प्रतिशत रक़म (4.3 करोड़ डॉलर) का ही प्रबन्ध हो पाया है.

इस योजना के तहत 36 लाख ज़रूरतमन्द लोगों को भोजन, शरण, स्वास्थ्य, शिक्षा व संरक्षण सेवाएँ प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है.