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भावी महामारियों से निपटने के लिए प्रस्तावित सन्धि, सहमति से दूर, WHO ने जताई चिन्ता

ब्राज़ील के एक ग्रामीण इलाक़े में स्थित एक स्कूल में बच्चे मास्क पहन कर पढ़ रहे हैं.
© UNICEF/Hugo Coutinho
ब्राज़ील के एक ग्रामीण इलाक़े में स्थित एक स्कूल में बच्चे मास्क पहन कर पढ़ रहे हैं.

भावी महामारियों से निपटने के लिए प्रस्तावित सन्धि, सहमति से दूर, WHO ने जताई चिन्ता

स्वास्थ्य

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने चिन्ता जताई है कि भावी महामारियों की रोकथाम पर लक्षित नए समझौते को इस वर्ष मई महीने तक सम्भवत: अन्तिम रूप नहीं दिया जा सकेगा.

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के प्रमुख ने सोमवार को संगठन के कार्यकारी बोर्ड की बैठक को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है.

उनके अनुसार, समझौते के मसौदे पर मई तक सहमत होने की बात कही गई थी, मगर अब भी ऐसे अनेक लम्बित मुद्दे हैं, जिन्हें सरकारों द्वारा हल किया जाना है.

इस वजह से आम सहमति के लिए समय बीता जा रहा है.

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WHO ने ज़ोर देकर कहा है कि यह प्रस्तावित सन्धि, मुख्य रूप से उन उपायों को न्यायसंगत ढंग से उपलब्ध कराए जाने पर केन्द्रित होगी, जिनके ज़रिये वैश्विक महामारियों को उनकी शुरुआत में ही रोका जा सके. 

इन उपायों में वैक्सीन, निजी रक्षा उपकरण व पोशाक, आवश्यक सूचना व विशेषज्ञता के साथ-साथ, स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक हर एक व्यक्ति की पहुँच सुनिश्चित करना है.

क़ानूनी रूप से बाध्यकारी

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के मुखिया की यह चेतावनी एक ऐसे समय में जारी की गई है जब कोविड-19 महामारी से हुई तबाही के मद्देनज़र, सदस्य देश किसी एक सन्धि, समझौते या अन्य अन्तरराष्ट्रीय उपकरण के मसौदे को तैयार करने के विषय पर चर्चा में जुटे हैं. 

इसका उद्देश्य, वैश्विक महामारी की रोकथाम, उससे निपटने की तैयारी और जवाबी कार्रवाई को मज़बूती प्रदान करना है. बताया गया है कि देशों के बीच ऐसे समझौतों पर होने वाले सहमति क़ानूनी रूप से बाध्यकारी होती है.

डॉक्टर टैड्रॉस ने सचेत किया कि भावी वैश्विक महामारियों से निपटने पर केन्द्रित इस समझौते और अन्तरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियामन संशोधनों को आकार देने में विफलता एक अवसर को खोना होगा, जिसके लिए आने वाली पीढ़ियाँ शायद हमें क्षमा ना करें.

“इसके लिए साहस की ज़रूरत होगी, और इसके लिए समझौता करना होगा. यदि हर कोई अपने रुख़ पर अड़ा रहा तो आप सहमति पर नहीं पहुँच पाएंगे.” 

WHO प्रमुख ने सदस्य देशों से आग्रह किया है कि भावी महामारियों के ख़तरे से बच्चों और अगली पीढ़ियों को बचाने के लिए एक मज़बूत समझौते पर जल्द से जल्द सहमति बनाने के उद्देश्य से कोशिश की जानी होगी.