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यूक्रेन में घातक हवाई बमबारी की लहर, जान-माल के नुक़सान की निन्दा

यूक्रेन के कीव में एक ध्वस्त रिहायशी इमारत के पास से लोग गुज़र रहे हैं.
© UNOCHA/Matteo Minasi
यूक्रेन के कीव में एक ध्वस्त रिहायशी इमारत के पास से लोग गुज़र रहे हैं.

यूक्रेन में घातक हवाई बमबारी की लहर, जान-माल के नुक़सान की निन्दा

शान्ति और सुरक्षा

यूक्रेन में मानवीय राहत मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र संयोजक मैथ्यू हॉलिन्गवर्थ ने यूक्रेन के अनेक शहरों में हमलों की लहर की निन्दा की है. पिछले कुछ हफ़्तों में यह अब तक की सबसे घातक हवाई बमबारी बताई गई है.

देश भर में बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं और घर व अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हुए हैं.अन्तरराष्ट्रीय मीडिया के अनुसार, केवल उमन शहर में ही एक रिहायशी इमारत के हमले में ध्वस्त होने से 20 से अधिक लोग मारे गए हैं.

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यूक्रेन के लिए मानवीय राहत समन्वयक मैथ्यू हॉलिन्गवर्थ ने ट्विटर पर अपने एक सन्देश में कहा कि यह किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता कि अग्रिम मोर्चे से दूर, उमन जैसे शहरों में अपने घरों में सो रहे आम लोग मारे गए हैं.

“इसे रोका जाना होगा.”

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ़) की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसैल ने भी अपने एक ट्वीट में इस रक्तपात की निन्दा की है.

“यूक्रेन के उमन में हुए एक हमले में कम से कम तीन बच्चों के मारे जाने का समाचार है, जिनमें दो 10 वर्ष के बच्चे और एक नन्हा बच्चा है.”

“एक तीन वर्षीय बच्चे की मौत दनिप्रो में हुई है. युद्ध, बच्चों का बदतरीन शत्रु है. इस हिंसा को रुकना होगा.”

संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने न्यूयॉर्क में बताया कि दोनेत्स्क शहर में भी जानलेवा हमलों के समाचार प्राप्त हुए हैं, जोकि पूर्वी क्षेत्र की राजधानी है और फ़िलहाल रूस के क़ब्ज़े में है.

प्रशासनिक एजेंसियों के अनुसार एक बस और शहर के केन्द्रीय इलाक़े में स्थित अस्पताल पर हुए हमलों में अनेक आम लोग हताहत हुए हैं.

यूएन प्रवक्ता ने कहा कि यह ध्यान रखना होगा कि आम लोगों और नागरिक प्रतिष्ठानों को अन्तरराष्ट्रीय मानव कल्याण क़ानून के तहत संरक्षण प्राप्त है, और उन्हें कभी निशाना नहीं बनाया जाना होगा, चाहें वे कहीं भी स्थित हों.

महत्वपूर्ण सामग्री की आपूर्ति

यूक्रेन में गहन हिंसा और लड़ाई की वजह से मानवीय राहत आवश्यकताएँ गहरा रही हैं, और संयुक्त राष्ट्र व साझेदार संगठन ज़रूरतमन्दों तक हरसम्भव सहायता पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं.

“जनवरी महीने से अब तक, हमने अग्रिम मोर्चों से लगभग 200 मीटर तक की दूरी तक लगभग 40 मानवीय राहत काफ़िलों का प्रबन्ध किया है.”

बताया गया है कि शुक्रवार को मानवीय राहतकर्मियों ने महत्वपूर्ण सामग्री से लदे छह ट्रकों के ज़रिये, दोनेत्स्क क्षेत्र में लिमन के इर्दगिर्द मौजूद तीन हज़ार लोगों तक मदद पहुँचाई है.

इसमें चिकित्सा आपूर्ति और अगले तीन महीनों के लिए पर्याप्त रसद का प्रबन्ध किया गया है.

इससे पहले, मानवीय राहतकर्मी ओरिख़िव शहर पहुँचे थे जोकि ज़ैपोरिझिया क्षेत्र में अग्रिम मोर्चे से केवल 10 किलोमीटर दूर ही स्थित है, जहाँ लगभग डेढ़ हज़ार लोगों के लिए जल, स्वच्छता व शरण सम्बन्धी किट वितरित की गई हैं.  

यूएन प्रवक्ता ने पत्रकारों को बताया कि हिंसा प्रभावित इलाक़ों में लोगों ने भूमिगत स्थलों पर शरण ली हुई है, और उनके लिए बाज़ार, बिजली, नल में पानी और गैस सुलभ नहीं है.