UNODC: पूरे अफ़्रीका क्षेत्र में, आतंकवाद की दहशत के साथ, संगठित अपराध बढ़ोत्तरी पर

संयुक्त राष्ट्र के मादक पदार्थ निरोधक कार्यालय (UNODC) की प्रमुख ग़ादा वॉली ने गुरूवार को सुरक्षा परिषद को बताया है कि पूरे अफ़्रीका क्षेत्र में, आतंकवाद और संगठित अपराध का ख़तरा लगातार बढ़ रहा है. उन्होंने आगाह भी किया है कि अवैध तस्करी, लाखों लोगों को सम्मानजनक आजीविका से वंचित कर रही है.
यूएनओडीसी की कार्यकारी निदेशिका ग़ादा वॉली ने कहा कि इस वर्ष उप-सहारा अफ़्रीका क्षेत्र में, साढ़े तीन हज़ार लोग, आतंकवादी गतिविधियों के शिकार हुए हैं, और ये संख्या दुनिया भर में आतंकवादी गतिविधियों के शिकार हुए लोगों की 50 प्रतिशत है.
Grateful to brief the Security Council on @UNODC work to fight against terrorist and armed groups that seek to destabilize Africa and take advantage of the continent's natural resources. https://t.co/onTmkiwjc4
GhadaFathiWaly
उन्होंने बताया कि विशेष रूप से विशाल सहेल क्षेत्र, कुछ बेहद सक्रिय और घातक आतंकवादी गुटों का गढ़ बन गया है, और संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच कड़ी को, सघन आँकड़े एकत्र करके, समझे जाने की बहुत ज़रूरत है.
ऐसे सबूत मौजूद हैं कि सोना, चांदी और हीरों जैसी बहुमूल्य धातुओं और खनिजों का अवैध खनन, अतिवादियों को महत्वपूर्ण अतिरिक्त आय अर्जित करा रहा है, और ऐसे गुटों को लाभ पहुँचा रहा है जो खनन पर नियंत्रण करते हैं और तस्करी के मार्गों पर भी उनका क़ब्ज़ा है.
ग़ादा वॉली ने संगठन के शोध के आधार पर कहा, “हमने पाया है कि अवैध रूप से खनन किये गए सोना और अन्य बहुमूल्य धातुएँ, सामान्य वैध बाज़ारों में भेजे जा रहे हैं, जिससे तस्करों को भारी मुनाफ़ा हो रहा है.”
उन्होंने बताया कि वन्य जीवन तस्करी भी, लड़ाकों के लिये धन की एक सम्भावित स्रोत बताई गई है. केवल हाथी दाँत के अवैध व्यापार से ही हर साल क़रीब 40 करोड़ डॉलर की ग़ैर-क़ानूनी रक़म जुटाई जाती है.
ग़ादा वॉली ने सुरक्षा परिषद में मौजूद राजदूतों को बताया कि अफ़्रीका क्षेत्र के देशों की आबादी लगभग 1.3 अरब है, और उसमें से क़रीब 50 करोड़ अफ़्रीकी लोग, वर्ष 2021 के दौरान अत्यन्त निर्धनता में जीवन जीने को विवश थे.
उन्होंने कहा, “ये आपराधिक शोषण, अफ़्रीका के लोगों को उनके राजस्व के महत्वपूर्ण स्रोत से वंचित करता है. यह ऐसे करोड़ों लोगों को लूटता है जो अपनी आजीविका के लिये, प्राकृतिक संसाधानों पर निर्भर हैं. और ये शोषण लड़ाई-झगड़ों, संघर्षों को ईंधन देता है व अस्थिरता को बढ़ाता है.”
जलवायु आपदा और कोविड-19 महामारी ने भी, पूरे अफ़्रीका क्षेत्र में, पहले से ही नाज़ुक अर्थव्यवस्थाओं पर ज़्यादा क़हर बरपाया है. अवैध तस्करी से विकास के मार्ग में और ज़्यादा बाधाएँ खड़ी होती हैं और टिकाऊ विकास लक्ष्यों पर प्रगति पीछे की ओर धकेली जाती है.
ग़ादा वॉली ने कहा कि टिकाऊ विकास, पूरे महाद्वीप में शान्ति व स्थिरता के अभाव में, असम्भव है.
उन्होंने साथ ही कहा कि यूएनओडीसी, अन्तर-क्षेत्रीय संगठित अपराध के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र के कन्वेंशन का मुहाफ़िज़ है. ध्यान रहे कि काला बाज़ारी करने वालों के ख़िलाफ़ ये मुख्य अन्तरराष्ट्रीय मोर्चा है.
यूएनओडीसी प्रमुख ग़ादा वॉली ने कहा, “हम आतंकवाद का बेहतर तरीक़े से मुक़ाबला करने के लिये, सदस्य देशों को नीतियाँ क़ानून और अभियान सम्बन्धी ज़रूरतों में मदद करते हैं."
"केवल वर्ष 2021 में ही, हमने सब-सहारा क्षेत्र में 25 आतंकवादी निरोधक परियोजनाएँ चलाईं, जिनके तहत 160 से भी ज़्यादा गतिविधियाँ आयोजित की गईं, और ढाई हज़ार लोगों को प्रशिक्षित किया गया.”
उन्होंने सुरक्षा परिषद को बताया कि यूएनओडीसी, पूरे सब-सहारा क्षेत्र में दस देशों को, आतंकवादी वित्त और धन की गड़बड़ी का मुक़ाबला करने के उनके ढाँचों को बेहतर बनाने में, दस देशों को मदद मुहैया कराता है. इनमें मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (CAR), चाड, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य, निजेर और सोमालिया भी शामिल हैं.