वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

संघर्ष प्रभावित बच्चों की शिक्षा के लिये इन्तज़ार नहीं किया जा सकता

बेरूत में शतीला फ़लस्तीनी शरणार्थी शिविर में बच्चे नाटक प्रस्तुत करते हुए.
© UNICEF/UN0665257
बेरूत में शतीला फ़लस्तीनी शरणार्थी शिविर में बच्चे नाटक प्रस्तुत करते हुए.

संघर्ष प्रभावित बच्चों की शिक्षा के लिये इन्तज़ार नहीं किया जा सकता

संस्कृति और शिक्षा

आपात स्थिति और लम्बे समय तक चलने वाले संकटों के दौरान, शिक्षा के लिये संयुक्त राष्ट्र कोष, ‘एजुकेशन कैन नॉट वेट (ECW)’ के ज़रिये, इथियोपिया से लेकर चाड और फ़लस्तीन तक, दुनिया भर में संघर्ष से प्रभावित लाखों लड़कों और लड़कियों के सपने पूरे करने में मदद की जा रही है.

ECW, प्रभावित बच्चों और युवाओं को मुफ़्त में, सुरक्षित रूप से और बिना किसी डर के सीखने का, आगे बढ़ने व अपनी पूरी क्षमता तक पहुँचने का अवसर प्रदान करता है.

एक सफ़र और एक सपना

अपनी सुरक्षा के लिये नौ साल की उम्र में, बिचोटे मूरिस को, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) से भागना पड़ा.
UNICEF Ethiopia/Eyerusalem Yitna
अपनी सुरक्षा के लिये नौ साल की उम्र में, बिचोटे मूरिस को, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) से भागना पड़ा.

केवल नौ साल की उम्र में, बिचोटे मूरिस और उसके तीन छोटे भाइयों को, बिना भोजन, पानी या बुनियादी आवश्यकताओं के, युद्धग्रस्त काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य (DRC) से भागना पड़ा.

बिचोटे और उनके भाई-बहनों को, दर्दनाक हालात में बचकर भागने के बाद, अपने माता-पिता के साथ फिर से मिला दिया गया, और पूरे परिवार को इथियोपिया के पश्चिमी हिस्से में स्थित एक शरणार्थी शिविर में रहने के लिये भेज दिया गया.

अब वहाँ, बिचोटे और उनके भाई, UNICEF इथियोपिया द्वारा ECW वित्त पोषित कार्यक्रम के तहत, अपनी शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित कर पा रहे हैं.

बिचोटे मुस्कुरा कर बताती हैं, "मुझे उम्मीद है कि अब से एक साल बाद मैं विश्वविद्यालय जाऊंगी और एक बड़े कॉर्पोरेट बैंक में काम करूंगी." 

शिक्षा के लिये दृढ़ संकल्प

11 साल की शाहद, फ़लस्तीन के ऑगस्टा विक्टोरिया अस्पताल में अपने शिक्षकों के साथ.
Jonathan Condo/State of Palestine
11 साल की शाहद, फ़लस्तीन के ऑगस्टा विक्टोरिया अस्पताल में अपने शिक्षकों के साथ.

सबसे कमज़ोर तबके के बच्चों और किशोरों की उपेक्षा करने वाली सहायता प्रणाली को बदलने के लिये शुरू किया गया कार्यक्रम ECW, बिचोटे जैसे कई लड़कों और लड़कियों की मदद करने में कामयाब रहा है.

शाहद (असली नाम नहीं), अपनी उम्र के दूसरे 11 वर्षीय बच्चों की तरह बड़े सपने देखती हैं. वह राष्ट्रपति, या डॉक्टर, यहाँ तक कि पहली महिला फ़लस्तीनी अन्तरिक्ष यात्री बनना चाहती हैं.

लेकिन, फ़िलहाल उनके अधिकांश दिन, ऑगस्टा विक्टोरिया अस्पताल में इलाज करवाने में बीत रहे हैं, क्योंकि उनकी किडनी की पुरानी बीमारी ने, बारिश के काले बादलों की तरह उन्हें फिर घेर लिया है.

हालाँकि, शाहद की ‘डिटरमिनेशन स्कूल’ में शिक्षा जारी है – और हर दिन वो अपने सपनों को हक़ीक़त में बदलने के और क़रीब आती जा रही हैं.

ECW कोष से, फ़लस्तीनी शिक्षा मंत्रालय को चार Determination स्कूल स्थापित करने में सक्षम बनाया है, जो पुरानी बीमारियों और दीर्घकालिक उपचार के कारण कक्षाओं में नियमित आने में असमर्थ बच्चों को, सुलभ तरीक़ों से शिक्षा प्रदान करते हैं.

वर्तमान में, फ़लस्तीन में लगभग 150 छात्रों को व्यक्तिगत योजनाओं के तहत, मनोसामाजिक सहायता और समावेशी शिक्षा प्रदान की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे पढ़ाई में पीछे न रहें.

शाहद ने कहा, "हालाँकि मैं चाहूंगी कि अन्य बच्चों के साथ रोज़ स्कूल जा सकूँ, लेकिन अस्पताल के शिक्षक और नर्स बहुत दयालु हैं, और वो मुझे राहत देते हैं."

दृढ़ता, दोस्ती, क्षमता

हडजे, अच्ता और नगोलेराम, चाड में एक पेड़ की छाया में बैठकर, झील से आने वाली ताज़ी हवा का आनन्द ले रहे हैं.
UNICEF Chad/Nancy Ndallah
हडजे, अच्ता और नगोलेराम, चाड में एक पेड़ की छाया में बैठकर, झील से आने वाली ताज़ी हवा का आनन्द ले रहे हैं.

चाड में छुट्टी से पहले स्कूल के आख़िरी दिन, तीन गहरे दोस्त, विस्थापन और सहनसक्षमता का बन्धन साझा करते हैं.

हडजे अल-हज, अच्ता डोगो, और नगोलेराम अबकर, चाड के लाक प्रान्त में काया प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते हैं, और चाड झील क्षेत्र में चल रही हिंसा से विस्थापित लोगों की एक शरणस्थली में रहते हैं.

इसे 2015 में बोको हरम चरमपंथी समूह के हमलों के बाद बनाया गया था. बार-बार होने वाली हिंसा और ख़तरों से, 4 लाख 50 हज़ार से अधिक, आन्तरिक रूप से विस्थापित व्यक्ति और शरणार्थी, लाक प्रान्त में शरण लेने के लिये मजबूर हो गए हैं.

हडजे महज पाँच साल की थीं, जब पड़ोसी देश से उनका परिवार वहाँ आया था. अब 11 वर्ष की हडजे, काया साइट के 500 अन्य छात्रों समेत, इस कार्यक्रम के ज़रिये, अपनी शिक्षा पर ध्यान देकर, आगे बढ़ने में सक्षम हो गई हैं.

लाक प्रान्त के काया प्राइमरी स्कूल के ये और अन्य युवा, सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच हासिल कर, अपने सपनों व भविष्य को जीवित रखे हुए हैं.

ECW के कार्यों की अन्य जानकारी के लिये, कृपया यहाँ क्लिक करें.

ईसीडब्ल्यू पर अतिरिक्त जानकारी


• ‘एजुकेशन कैन नॉट वेट’ (ईसीडब्ल्यू), आपात स्थिति और लम्बे समय तक चलने वाले संकटों के में शिक्षा प्रयासों के लिये यूएन का अरबों डॉलर का फण्ड है.
• इथियोपिया का यह  बहु-वर्षीय सहनसक्षमता कार्यक्रम, ईसीडब्ल्यू द्वारा वित्त पोषित और इथियोपिया स्थित यूनीसेफ़ कार्यालय द्वारा संचालित है.
22 करोड़ 20 लाख संकटग्रस्त बच्चों को तत्काल शैक्षिक सहायता की आवश्यकता है.
• फ़लस्तीन में निर्धारण स्कूलों को, ईसीडब्ल्यू, फ़लस्तीनी शिक्षा मंत्रालय और ‘सेव द चिल्ड्रन’, यूएनडीपी, यूनीसेफ़ एवं यूएनआरडब्ल्यूए जैसे रणनीतिक साझेदारों का समर्थन प्राप्त है. कार्यक्रम, वेस्ट बैंक में लागू किया गया है और ईसीडब्ल्यू के बहु-वर्षीय सहनसक्षमता कार्यक्रम के हिस्से के रूप में शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रशासित है.
• चाड के काया प्राइमरी स्कूल में, ममडी के 36,831 छात्रों (16,932 लड़कियों सहित) को, 798 स्कूल किटें और 36,831 बस्ते वितरित किए गए. साथ ही 452 शिक्षकों को शिक्षण सामग्री प्राप्त हुई.
• स्कूल को ईसीडब्ल्यू द्वारा यूनीसेफ़ और ‘जेसुइट रिफ़्यूजी सर्विस’ का समर्थन प्राप्त है.