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अफ़्रीका: ग्रेट लेक्स क्षेत्र में स्थिरता क़ायम करने का 'सुनहरा अवसर'

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में महिलाओं को आजीविका चलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र से सहयोग मिल रहा है.
UNDP DRC
कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में महिलाओं को आजीविका चलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र से सहयोग मिल रहा है.

अफ़्रीका: ग्रेट लेक्स क्षेत्र में स्थिरता क़ायम करने का 'सुनहरा अवसर'

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हुआंग श्या ने सुरक्षा परिषद को जानकारी देते हुए कहा है कि अफ़्रीका के ग्रेट लेक्स क्षेत्र में अस्थिरता समाप्त करने के लिए यह एक सुनहरा अवसर है जिसका अंतरराष्ट्रीय समुदाय को लाभ उठाना होगा. विशेष दूत के अनुसार प्राकृतिक संपदा से भरपूर इस क्षेत्र में शांति क़ायम होने का लाभ लाखों स्थानीय लोगों को मिल सकेगा.  

यूएन के विशेष दूत हुआंग श्या को इस वर्ष जनवरी में नियुक्त किया गया था. उन्होंने सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों को बताया कि, “ग्रेट लेक्स क्षेत्र हाल के समय में पहले से कहीं ज़्यादा अपने लिए स्थिरता के प्रति संकल्पवान है.”

हाल के दिनों में हुई प्रगति का उल्लेख करते हुए विशेष दूत ने बताया कि कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में पिछले वर्ष एक नए राष्ट्रपति का चुनाव हुआ है जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मज़बूती मिली है.

रवांडा और युगांडा में तनाव कम करने के उद्देश्य से एक समझौता हुआ है और पूर्वी डीआरसी में हथियारबंद गुटों से मुक़ाबले के लिए क्षेत्रीय सहयोग पर सहमति बनी है.

“अस्थिरता के कारणों तक गहराई में जाकर उन्हें दूर करने का यह एक सुनहरा अवसर है. हमें इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए और इस नींव पर क्षेत्रीय सहयोग को मज़बूत करना चाहिए ताकि प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण विश्व के इस हिस्से में लोगों को लाभ मिल सके.”

क्षेत्रीय चुनौतियां बरक़रार

ग्रेट लेक्स क्षेत्र में सकारात्मक बदलावों के बावजूद अब भी चुनौतियां बनी हुई हैं. स्थानीय और विदेशी हथियारबंद गुट ग़ैरक़ानूनी खनन और प्राकृतिक संसाधनों के दोहन व व्यापार का फ़ायदा उठा रहे हैं. उनकी गतिविधियों से प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को जबरन विस्थापन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

यह सब एक ऐसे समय में हो रहा है जब क्षेत्र में इबोला वायरस का क़हर है जिसके कारण वर्ष 2018 से अब तक दो हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

डीआरसी के दूत इग्नेस गाता माविता ने सुरक्षा परिषद को बताया कि राष्ट्रपति फ़ेलिक्स त्शिसेकेदी पूर्वी क्षेत्र में असुरक्षा का समाधान ढूंढने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि इतुरी और उत्तर किवु प्रांत में शांति और स्थिरता पर चोट पहुंचाने वाली ताक़तों के ख़िलाफ़ सैन्य अभियान छेड़ा गया है.

यूएन के विशेष दूत ने विकास कार्यक्रमों को और ज़्यादा मज़बूती देने, वृहद् ग्रेट लेक्स क्षेत्र में देशों के बीच एकीकरण को बढ़ावा देने और हथियारबंद गुटों के विरुद्ध साझा कार्रवाई को तेज़ करने की भी पुकार लगाई.  

“कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य के राष्ट्रपति फ़ेलिक्स त्शिसेकेदी ने पदभार संभालने के बाद देश के पूर्वी हिस्से में शांति और स्थिरता के लिए अपने समकक्ष प्रतिनिधियों के साथ मिलकर काम करने का संकल्प लिया. इस कूटनीतिक पहल के लिए सभी राष्ट्राध्यक्षों ने सकारात्मक रुख़ दिखाया और मैं जिन नेताओं से मिला उन सभी ने सहयोग के प्रति संकल्पित होने का भरोसा दिया.”

उन्होंने कहा कि महिलाओं, युवाओं और नागरिक समाज की भूमिका को बढ़ावा देना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है.

उनके मुताबिक़ निर्णय लेने के लिए बनाई गई संस्थाओं और शांति प्रक्रिया में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

विशेष दूत का मानना है कि एक ओर शांति व सुरक्षा के लिए प्रयास करने और दूसरी ओर समृद्धि व संपदा का बेहतर ढंग से वितरण होने से क्षेत्र में बदलाव का रास्ता सुनिश्चित हो सकेगा.