कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य

काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य में यूएन मिशन में भारतीय दल में ‘फ़ीमेल इन्गेजमेन्ट टीम’ की कमान्डर कैप्टन तन्वी शुक्ला.
MONUSCO

‘दुनिया को बदलने से पहले ख़ुद को बदलें’

कैप्टन तन्वी शुक्ला काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य में यूएन मिशन (MONUSCO) में भारतीय दल की महिला टीम की कमाण्डर हैं. कैप्टन शुक्ला के मुताबिक शान्तिरक्षा मिशन का हिस्सा बनने पर उन्हें बहुत कुछ सीखने, विविध पृष्ठभूमियों से आए लोगों से मिलने-जुलने और स्थानीय लोगों से संवाद स्थापित करने का अवसर मिला है. उनका कहना है कि हमें पहले ख़ुद में वो बदलाव लाने का प्रयास करना चाहिए जैसा कि हम दूसरों में देखना चाहते हैं. 

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में यूएन शांतिरक्षा मिशन का एक हेलीकॉप्टर.
MONUSCO

डीआरसी: अंतरजातीय हिंसा के मामले 'युद्ध अपराध' के 'दायरे में'

संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में हेमा समुदाय को निशाना बनाकर की गई हिंसा के मामलों को युद्ध अपराध की श्रेणी में परिभाषित किया जा सकता है. काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र साझा मानवाधिकार कार्यालय (UNJHRO) द्वारा की गई जांच के मुताबिक़ हेमा और लेंडु समुदाय के बीच अंतरजातीय हिंसा में 701 लोगों की मौत हुई और 168 घायल हुए जिनमें अधिकांश पीड़ित लोग हेमा समुदाय के थे.

उत्तर किवू में म्बूती आदिवासी समुदाय एक अस्थाई शिविर में रहने के लिए मजबूर है.
@ UNHCR/Natalia Micevic

कॉंगो में हिंसा में फंसे आम लोगों की सुरक्षा के लिए चिंता

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) और उसके साझेदार संगठनों ने कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में लाखों आम नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई है. देश के पूर्वी हिस्से के बेनी क्षेत्र में घातक हिंसा और व्यापक प्रदर्शनों से हालात बिगड़ गए हैं और प्रभावित इलाक़ों में मानवीय सहायता पहुंचाना मुश्किल हो गया है.

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में गश्त लगाते यूएन शांतिरक्षक.
MONUSCO

काँगो में सशस्त्र गुटों के हमले में ईबोला स्वास्थ्यकर्मियों की मौत

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में हथियारबंद गुटों ने घातक ईबोला बीमारी पर क़ाबू पाने के प्रयासों में जुटे स्वास्थ्यकर्मियों को निशाना बनाकर हमला किया है जिसमें चार की मौत हुई है और पांच अन्य घायल हुए हैं. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के मुताबिक़ ये हमले ऐसे समय हुए हैं जब ईबोला के मामलों में कमी देखने को मिली है लेकिन ऐसी घटनाओं से बीमारी से निपटने की कोशिशों को धक्का लग सकता है.  

आईसीसी के ट्रायल चैंबर VI ने बोस्को टगांडा को युद्धापराध और मानवता के विरुद्ध अपराध के मामलों में जुलाई 2019 में दोषी पाया था.
ICC

युद्धापराध के मामलों में हथियारबंद गुट के नेता को 30 साल की क़ैद

अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआर कॉंगो) में लड़ाका संगठन के एक प्रमुख नेता बोस्को टगांडा को सामूहिक हत्याओं, बलात्कार और अन्य अत्याचारों के मामलों में दोषी घोषित करते हुए 30 वर्ष जेल की सज़ा सुनाई है. नीदरलैंड्स के हेग शहर में स्थित अपराध न्यायालय ने युद्धापराध और मानवता के विरुद्ध अपराधों के मामलों में पहली बार किसी अपराधी को इतनी लंबी सज़ा का ऐलान किया है.

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में यूएन महासचिव की विशेष प्रतिनिधि लैला ज़ेरोगी.
UN Photo/Eskinder Debebe

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य: राजनैतिक तबके से बदलाव की बयार के समर्थन की अपील

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख लैला ज़ेरोगी ने सुरक्षा परिषद को देश में हालात की जानकारी देते हुए बताया है कि हाल के दिनों में सकारात्मक प्रगति अगर आगे भी जारी रही तो देश की कायापलट करने और वहां स्थिरता लाने में मदद मिलेगी.  उन्होंने देश के राजनैतिक तबके से परिवर्तन की इस हवा को समर्थन देने का आह्वान किया है. 

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में महिलाओं को आजीविका चलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र से सहयोग मिल रहा है.
UNDP DRC

अफ़्रीका: ग्रेट लेक्स क्षेत्र में स्थिरता क़ायम करने का 'सुनहरा अवसर'

संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हुआंग श्या ने सुरक्षा परिषद को जानकारी देते हुए कहा है कि अफ़्रीका के ग्रेट लेक्स क्षेत्र में अस्थिरता समाप्त करने के लिए यह एक सुनहरा अवसर है जिसका अंतरराष्ट्रीय समुदाय को लाभ उठाना होगा. विशेष दूत के अनुसार प्राकृतिक संपदा से भरपूर इस क्षेत्र में शांति क़ायम होने का लाभ लाखों स्थानीय लोगों को मिल सकेगा.  

अगस्त 2018 से अब तक तीन हज़ार मामले सामने आए हैं और दो हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है.
UN Photo/Martine Perret

इबोला से मौतों का आंकड़ा चिंताजनक, रोकथाम के लिए निवेश पर ज़ोर

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) के पूर्वोत्तर हिस्से में वर्ष 2018 में इबोला वायरस नए सिरे से फैलना शुरू हुआ और तब से अब तक 850 बच्चे इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने बताया है कि इनमें से 600 बच्चों की अब तक मौत हो चुकी है. डीआरसी के पड़ोसी देश युगांडा में एक नौ साल की बच्ची के इबोला से संक्रमित होने का नया मामला सामने आया है.

इबोला को अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित किया जा चुका है.
WHO/Lindsay Mackenzie

इबोला संक्रमण के लगातार फैलने से सुरक्षा परिषद चिंतित

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में इबोला बीमारी के नए मामले लगातार सामने आने पर शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गहरी चिंता ज़ाहिर की है. सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने व्यापक रूप से बीमारी से निपटने के लिए समन्वित और तत्काल प्रयासों पर ज़ोर देते हुए कहा है कि अगर इस पर क़ाबू नहीं पाया गया तो पड़ोसी देशों में संक्रमण फैलने के गंभीर मानवीय नतीजे होंगे जिससे क्षेत्रीय स्थिरता पर भी प्रभाव पड़ेगा.

पिछले एक साल में इबोला के 2,600 मामलों की पुष्टि हो चुकी है.
UNICEF/Tremeau

एक मरीज़ की मौत के बाद इबोला पर क़ाबू पाने के प्रयास तेज़

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में मंगलवार को गोमा शहर में इबोला संक्रमण का एक नया मामला सामने आया और पीड़ित मरीज़ की मौत हो गई है. 10 लाख से ज़्यादा की आबादी वाले गोमा शहर में इबोला का यह दूसरा मामला था जिससे घनी आबादी वाले इलाक़ों में बीमारी फैलने का जोखिम बना हुआ है. संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारियों ने इबोला संक्रमण को सीमित दायरे में रखने और उससे प्रभावी ढंग से निपटने के लिए मज़बूत वैश्विक प्रयासों और निवेश की आवश्यकता को ज़रूरी बताया है.