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लीबिया के निकट नौका दुर्घटना में 40 यात्रियों की मौत

भूमध्य सागर में जिस नाव में 800 प्रवासियों और शरणार्थियों की मौत हो गई थी, उसे इटली में प्रदर्शन के लिए रखा गया. अनेक लोग बेहतर भविष्य की तलाश में भूमध्य सागर का रास्ता लेते हैं.
© UNHCR/Andrew McConnell
भूमध्य सागर में जिस नाव में 800 प्रवासियों और शरणार्थियों की मौत हो गई थी, उसे इटली में प्रदर्शन के लिए रखा गया. अनेक लोग बेहतर भविष्य की तलाश में भूमध्य सागर का रास्ता लेते हैं.

लीबिया के निकट नौका दुर्घटना में 40 यात्रियों की मौत

मानवीय सहायता

भूमध्य सागर में एक ताज़ा नौका दुर्घटना में कम से कम 40 लोगों के डूब जाने की आशंका है. ये दुर्घटना लीबिया के तट के नज़दीक मंगलवार को हुई बताई गई है. इस हादसे के बाद संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) ने इस तरह से होने वाली मौतों से लोगों को बचाने की एक बार फिर पुकार लगाई है.

इस दुर्घटना में लगभग 60 लोग जीवित बच गए बताए गए हैं जिन्हें एक तटीय शहर अल ख़ोम्स पहुँचाया गया है. ये शहर राजधानी त्रिपोली से लगभग 100 किलोमीटर दूर है. लीबियाई कोस्ट गार्ड ने बचाव और राहत कार्य किए जिसमें स्थानीय मछुआरों ने भी सहयोग दिया. अंतिम समाचार मिलने तक ये अभियान जारी थे. 

केंद्रीय भूमध्य सागर क्षेत्र के लिए यूएनएचसीआर के विशेष दूत विंसेंट कोशेटेल का कहना था, "हम इस तरह के हादसों को ये कहते हुए आँख मूंद कर स्वीकार नहीं कर सकते कि होनी को कौन टाल सकता है. सहानुभूति और संवेदानाओं को अब ऐसी कार्रवाई में तब्दील करना होगा जिनके ज़रिए समुद्रों में लोगों की ज़िंदगियाँ बचाई जा सकें."

"साथ ही लोगों में उन उम्मीदों को टूटने और बिखरने से भी बचाना होगा जिनकी बदौलत लोग अपनी ज़िंदगियों को ख़तरे में डालने के लिए तैयार हो जाते हैं."

यूएनएचसीआर की टीमें जीवित बचे लोगों को चिकित्सा व मानवीय सहायता मुहैया करा रही हैं. इस घटना से कुछ ही हफ़्ते पहले एक जहाज़ के डूब जाने से लगभग 150 लोगों की मौत हो गई थी.  साल 2019 में वो अभी तक की ऐसी  भीषण दुर्घटना थी जिसमें इतनी बड़ी संख्या में इतने लोगों की मौत हुई.

इस नौका दुर्घटना के बाद अनुमान लगाया है कि साल 2019 में लगभग 900 ऐसे लोगों की मौत हो चुकी है जो भूमध्य सागर को पार करने की कोशिश कर रहे थे.

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने समुद्रों में लोगों की ज़िंदगियाँ इस तरह ख़त्म करने वाले हादसों को रोकने का आहवान किया है. इसके लिए यूरोपीय देशों द्वारा मुहैया कराई जाने वाली तलााश और बचाव कार्य सेवाएँ फिर से शुरू करने का आहवान भी शामिल है. 

साथ ही जो ग़ैर-सरकारी संगठन समुद्री हादसों का शिकार होने वाले लोगों के लिए समुद्री और हवाई स्तर पर तलाश, राहत और बचाव कार्य चलाते हैं उन पर लगी क़ानूनी पाबंदियाँ हटाने का पुकार लगाई गई है.

तटवर्ती देशों को समुद्र में लोगों को मौत से बचाने के स्वैच्छिक प्रयासों में बाधा उत्पन्न करने के बजाय उनके लिए मददगार साबित होना चाहिए.

ये इत्तेफ़ाक़ ही है कि ये नौका दुर्घटना ऐसे समय में हुई है जब यूएनएचसीआर की डिपुटी हाई कमिश्नर कैली क्लेमेंट्स ने लीबिया की बढ़ती मानवीय सहायता ज़रूरतों का जायज़ा लेने के लिए देश की यात्रा की है.

कैली क्लेमेंट्स ने लीबिया में जारी हिंसा से प्रभावित लोगों के लिए सहायता बढ़ाने का आहवान किया है जिनमें शरणार्थी और प्रवासी दोनों शामिल हैं. उन्होंने यूएनएचसीआर की ये पुकार फिर दोहराई कि समुद्रों से बचाए जाने वालेऔर लीबिया को लौटाए जाने लोगों को मनमाने तरीक़े से बंदी बनाए जाने के चलन को बंद किया जाना चाहिए.

कैली क्लेमेंट्स ने यूएनएचसीआर का ये संकल्प भी दोहराया कि एजेंसी मौजूदा समय में बंदी बनाकर रखे गए लगभग 4800 शरणार्थियों और प्रवासियों के वास्ते बेहतर व्यवस्था करने के लिए लीबियाई अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.