यूएनएचसीआर

तुर्की में भूकम्प से विस्थापित लोगों को गर्म भोजन वितरित करते स्वयंसेवक.
© UNOCHA/Matteo Minasi

सीरिया व तुर्कीये में भूकम्प के बाद यूएन राहत कार्रवाई जारी

संयुक्त राष्ट्र के अन्तर-एजेंसी मिशन ने, भूकम्प पीड़ितों की ज़रूरतों का आकलन करने और राहत सहायता के वितरण के लिए, सीरिया में इदलिब का दौरा किया. वहीं विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने सीरिया और तुर्कीये में अपनी आपातकालीन सहायता तेज़ कर दी है. (वीडियो)

 

संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित एक बस यूक्रेनी शरणार्थियों को, मोल्दोवा से रोमानिया ले जा रही है.
Victor Lacken/Lensman.eu

मोल्दोवा: सुरक्षा की लम्बी व घुमावदार राह

रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद भागने के लिये मजबूर हुए लगभग 7 लाख लोग, पड़ोसी देश मोल्दोवा से होकर गुज़रे हैं, जिससे देश के संसाधनों पर भारी दबाव पड़ा है. संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजेंसी (IOM) इस अभूतपूर्व स्थिति से निपटने के लिये, सबसे सम्वेदनशील वर्ग व अधिकारियों की मदद कर रही है.

लिंग आधारित हिंसा पर आयोजित एक बैठक में भाग लेती रोहिंज्या शरणार्थी, हसीना बेगम और समुदायिक स्वयंसेवक. हसीना बेगम, कुतुपालोंग शरणार्थी शिविर में, महिलाओं के बीच जागरूकता बढ़ाने और हिंसा को रोकने के लिये काम करती हैं.
© UNHCR/Saikat Mojumder

बांग्लादेश: रोहिंज्या शिविरों में लिंग आधारित हिंसा से मुक़ाबला

बांगलादेश के भीड़-भरे रोहिंज्या शरणार्थी शिविरों में यूएन शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) समर्थित कार्यक्रम के ज़रिये, युवा रोहिंज्या पुरुष और महिलाएँ, अपने साथियों के व्यवहार में बदलाव लाकर, लिंग आधारित हिंसा की रोकथाम के प्रयास कर रहे हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं.

यूएनएचसीआर ने मशहूर संगीतकार रिकी केज को सदभावना दूत नियुक्त किया है.
UNHCR/ Gaurav Menghaney

ग्रैमी पुरस्कार विजेता संगीतकार रिकी केज, यूएनएचसीआर सदभावना दूत नियुक्त

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी - UNHCR ने भारत के बहु-ग्रैमी पुरस्कार विजेता संगीतकार, मानवतावादी और पर्यावरणविद रिकी केज को अपने नवीनतम राष्ट्रीय सदभावना दूत के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की है. रिकी केज को भारत और विश्व स्तर पर शरणार्थियों की स्थिति को लेकर जागरूकता, समझ और करुणा फैलाने में मदद करने के लिये, UNHCR का यह सम्मान प्राप्त हुआ है.

बांग्लादेश ने, म्याँमार में हिंसा और उत्पीड़न के पाँच अलग-अलग दौर के बाद वहाँ से भागे रोहिंज्या शरणार्थियों को अपने यहाँ शरण मुहैया कराई है.
© UNICEF/Siegfried Modola

म्याँमार: सामूहिक रोहिंज्या पलायन के पाँच साल; UNHCR ने की - समाधान की अपील

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी - UNHCR ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से अधिक समर्थन की अपील करते हुए कहा कि इस सप्ताह उस घटना को पाँच साल पूरे हो जाएंगे, जब म्याँमार में सैन्य उत्पीड़न से बचने के लिये, 7 लाख से अधिक रोहिंज्या लोग, पड़ोसी देश बांग्लादेश भाग आए थे.

बांग्लादेश की अपनी यात्रा के दौरान, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेट ने कॉक्स बाजार में रोहिंग्या छात्रों से मुलाकात की.
यूनिफीड

यूएन मानवधिकार प्रमुख का कॉक्सेस बाज़ार दौरा, सुनीं रोहिंज्या शरणार्थियों की चिन्ताएँ

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने बांग्लादेश की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान, मंगलवार को अनेक अधिकारियों, नागरिक समाज के प्रतिनिधियों और रोहिज्या शरणार्थियों के साथ मुलाक़ात करके उनकी स्थिति के बारे में ताज़ा जानकारी हासिल की और उनकी चिन्ताएँ सुनीं.

भारत की राजधानी, नई दिल्ली में छह महीने के एक प्रशिक्षण कार्यक्रम के ज़रिये, आठ युवा शरणार्थियों को फ़ोटोग्राफी का प्रशिक्षण दिया गया.
UNHCR/Abdul Bari Delawery, Roya Safura, Sediqa Rezaie, Mursal Mohammadi, Wahidullah Faizi, Kap Sian Sang, Zonunmawia Ralte (Daniel), Ajaz Musaferzada

घर और अपनेपन का एहसास

भारत की राजधानी नई दिल्ली में छह महीने के एक प्रशिक्षण कार्यक्रम के ज़रिये, आठ युवा शरणार्थी दृश्य-आधारित कहानीकार के अपने कौशल को संवार रहे हैं. इस क्रम में, वे कैमरे के माध्यम से अपने जीवन व स्वयं को पहचानने की यात्रा और अब तक खोने-पाने के सिलसिले को भी परख रहे हैं. 

यूएनएचसीआर में सुरक्षा मामलों की सहायक उच्चायुक्त, गिलियन ट्रिग्स ने अपनी भारत यात्रा के दौरान, राजधानी नई दिल्ली में महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धाँजलि अर्पित की.
©UNHCR/Daniel Ginsianmung

शरणार्थियों की सहायता व संरक्षण के लिये समाधान खोजने की दरकार

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) में संरक्षण मामलों के लिये सहायक उच्चायुक्त गिलियन ट्रिग्स ने अपनी चार-दिवसीय भारत यात्रा के दौरान, हिंसक संघर्षों व उत्पीड़न से जान बचाकर भाग रहे लोगों की सहायता व संरक्षण के लिये नए सिरे से समाधान ढूँढे जाने की आवश्यकता पर बल दिया है.

 

नागालैण्ड के एक स्कूल में कोविड के टीके की पहली ख़ुराक़ प्राप्त करने के बाद, 15 साल की यिमा ने बताया कि वो सुरक्षित महसूस कर रही है.
© UNICEF/Jamir

भारत: कोविड-19 टीकाकरण अभियान के लिये यूएन सहयोग

संयुक्त राष्ट्र ने भारत में कोविड-19 वैक्सीन के टीकाकरण अभियान के लिये हरसम्भव सहायता सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है. भारत सरकार का कहना है कि 30 जनवरी, 2022 को देश की 75 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड-19 टीकों की दो ख़ुराक़ें दिये जाने, यानि उनके पूर्ण टीकाकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है. यूएन एजेंसियों और भारत सरकार के साझा प्रयासों से जुड़ी अहम जानकारी...

UN Photo/Violaine Martin

अफ़ग़ानिस्तान के लिये विशाल मानवीय मदद की ज़रूरत - UNHCR

अफ़ग़ानिस्तान में मौजूदा राजनैतिक, सुरक्षा और मानवीय संकट के कारण गम्भीर हालात हैं और देश की लगभग आधी आबादी को मानवीय सहायता की आवश्यकता बताई गई है. 

संयुक्त राष्ट्र की कई एजेन्सियाँ ज़रूरतमन्दों तक मदद पहुँचाने के काम में मुस्तैदी में जुटी हैं. मगर, उन्हें संसाधनों की कमी के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके मद्देनज़र, संयुक्त राष्ट्र ने चिन्ता जताते हुए अन्तराराष्ट्रीय समुदाय से सहायता की अपील की है. 

ऑडियो
10'38"