UNHCR: काराबाख़ क्षेत्र से शरणार्थियों के पलायन पर चिन्ता
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने मंगलवार को, काराबाख़ इलाक़े में हाल के संघर्ष के कारण भारी संख्या में नागरिकों के आर्मीनिया पलायन करने की घटना पर चिन्ता जताई है.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने मंगलवार को, काराबाख़ इलाक़े में हाल के संघर्ष के कारण भारी संख्या में नागरिकों के आर्मीनिया पलायन करने की घटना पर चिन्ता जताई है.
अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी संगठन (UNHCR), आन्तरिक रूप से विस्थापित लोगों या देश वापिस लौटने वाले शरणार्थियों को रोज़गार व आजीविका के विकल्प देने के लिए कालीन बुनने की प्रथा को फिर से जीवन्त करने के प्रयासों में लगा है. इसके लिए कालीन बुनकर क्षेत्रों में बुनाई एवं प्रसंस्करण केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे पूर्व शरणार्थी और विस्थापित अफ़ग़ान महिलाओं को नए सिरे से रोज़गार व बेहतर कामकाजी परिस्थितियाँ हासिल होंगी,
सूडान में कई महीनों से चल रहे संघर्ष के कारण, अब 30 लाख से अधिक लोग देश की सीमाओं के भीतर विस्थापित हो चुके हैं. व्हाइट नाइल राज्य में, बारिश के कारण शिविरों तक पहुँच चुनौतीपूर्ण बनी हुई है. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) और साझेदार संगठन, विस्थापित परिवारों को सहायता प्रदान करने की पुरज़ोर कोशिशें कर रहे हैं. एक वीडियो रिपोर्ट...
संय़ुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी का भारत कार्यालय, सरकार के साथ मिलकर शरणार्थियों तक सहायता पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि विस्थापित हुए लोगों के लिए एक गरिमामय जीवन सुनिश्चित किया जा सके. यूएन एजेंसी ने इस वर्ष शरणार्थी दिवस पर, शरणार्थियों की सहनसक्षमता और हार ना मानने के उनके जज़्बे को दर्शाने के लिए सोशल मीडिया के ज़रिये उनके अनुभवों को साझा किया है. इन्हीं में से कुछ शरणार्थियों पर एक नज़र...
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने बुधवार को कहा है कि विभिन्न संघर्षों और जलवायु-प्रेरित उथल-पुथल के बीच, यूक्रेन में पूर्ण पैमाने के युद्ध के कारण, वर्ष 2022 में पहले से कहीं अधिक लोग अपने घरों से विस्थापित हुए हैं. ऐसे में, इस वैश्विक संकट से निपटने के लिए तात्कालिक, सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता और भी बढ़ गई है.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने मंगलवार को कहा कि सूडान में मौजूदा असुरक्षित हालात से बचने के लिए, सुरक्षा की तलाश में, एक लाख से अधिक लोगों ने देश से निकलकर पड़ोसी देशों में शरण ली है.
संयुक्त राष्ट्र के अन्तर-एजेंसी मिशन ने, भूकम्प पीड़ितों की ज़रूरतों का आकलन करने और राहत सहायता के वितरण के लिए, सीरिया में इदलिब का दौरा किया. वहीं विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने सीरिया और तुर्कीये में अपनी आपातकालीन सहायता तेज़ कर दी है. (वीडियो)
रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद भागने के लिये मजबूर हुए लगभग 7 लाख लोग, पड़ोसी देश मोल्दोवा से होकर गुज़रे हैं, जिससे देश के संसाधनों पर भारी दबाव पड़ा है. संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजेंसी (IOM) इस अभूतपूर्व स्थिति से निपटने के लिये, सबसे सम्वेदनशील वर्ग व अधिकारियों की मदद कर रही है.
बांगलादेश के भीड़-भरे रोहिंज्या शरणार्थी शिविरों में यूएन शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) समर्थित कार्यक्रम के ज़रिये, युवा रोहिंज्या पुरुष और महिलाएँ, अपने साथियों के व्यवहार में बदलाव लाकर, लिंग आधारित हिंसा की रोकथाम के प्रयास कर रहे हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी - UNHCR ने भारत के बहु-ग्रैमी पुरस्कार विजेता संगीतकार, मानवतावादी और पर्यावरणविद रिकी केज को अपने नवीनतम राष्ट्रीय सदभावना दूत के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की है. रिकी केज को भारत और विश्व स्तर पर शरणार्थियों की स्थिति को लेकर जागरूकता, समझ और करुणा फैलाने में मदद करने के लिये, UNHCR का यह सम्मान प्राप्त हुआ है.