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संयुक्त राष्ट्र महासभा के नए अध्यक्ष चुने गए तिजानी मोहम्मद-बांडे

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र की अध्यक्षता संभालेंगे तिजानी मोहम्मद-बांडे.
UN Photo/Evan Schneider
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र की अध्यक्षता संभालेंगे तिजानी मोहम्मद-बांडे.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के नए अध्यक्ष चुने गए तिजानी मोहम्मद-बांडे

यूएन मामले

संयुक्त राष्ट्र में नाइजीरिया के स्थाई प्रतिनिधि तिजानी मोहम्मद-बांडे को यूएन महासभा के 74वें सत्र के लिए अध्यक्ष के रूप में चुना गया है. यूएन महासभा के अगले सत्र में वह वर्तमान अध्यक्ष मारिया फ़र्नान्डा एस्पिनोसा का स्थान लेंगे. नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने टिकाऊ विकास लक्ष्यों को अपनी प्राथमिकताओं में गिनाया है और कहा है कि विश्व में शांति और सुरक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र आशा का स्रोत है.

तिजानी मोहम्मद बांडे ने कहा है कि जिस भरोसे के साथ उन्हें चुना गया है उससे वह बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि शांति और सुरक्षा, ग़रीबी उन्मूलन, शून्य भुख़मरी, गुणवत्तापरक शिक्षा, जलवायु कार्रवाई और समावेशन उनके कार्यकाल के दौरान प्राथमिकताएं रहेंगी.

“मानवाधिकारों के प्रसार और महिलाओं और युवाओं के सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान केंद्रित किए जाने की आवश्कता है. और अपने कार्यालय से शुरू कर मैं पूरी संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में लैंगिक बराबरी को बढ़ावा देने के लिए समर्पित रहूंगा.”

यूएन महासभा के आगामी सत्र में उन्होंने टिकाऊ विकास लक्ष्यों के 2030 एजेंडा के अमलीकरण को अपनी प्राथमिकताओं में गिनाया है.

नाइजीरियाई राजदूत तिजानी मोहम्मद-बांडे महासभा की वर्तमान अध्यक्ष मारिया फ़र्नान्डा एस्पिनोसा की जगह लेंगे जो इक्वाडोर से हैं. 

साझा लक्ष्यों को हासिल करने के लिए उन्होंने साझेदारियों को बढ़ावा देने का संकल्प लिया, और विश्वास दिलाया कि शांति और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए वह सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे, विशेषकर संवेदनशील हालात से जूझ रहे लोगों के लिए.

उन्होंने ध्यान दिलाया कि संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ अगले साल उनके कार्यकाल के दौरान मनाई जाएगी और यह देशों के बीच आपसी विश्वास के अभाव को दूर करने के लिए अनूठा अवसर होगा क्योंकि “सभी की साझा आकांक्षाएं हैं और साथ मिलकर काम करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.”

74वें सत्र के लिए चुने गए अध्यक्ष मोहम्मद-बांडे ने संयुक्त राष्ट्र महासभा, सुरक्षा परिषद पर आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के बीच संबंधों को मज़बूत बनाने जाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया है.

“मैं समर्थन और एकजुटता के लिए सदस्य देशों और यूएन सचिवालय पर भरोसा करूंगा.” उन्होंने स्पष्ट किया कि अपने कार्यालय के ज़रिए वह मुश्किल चुनौतियों का समाधान तलाशने में बहुपक्षीय उपायों को बढ़ावा देंगे.  

यूएन महासभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष को बधाई देते हुए महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि नाईजीरियाई और अफ़्रीकी होने के तौर पर अफ़्रीका जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है उनके बारे में तिजानी मोहम्मद-बांडे की गहरी समझ है.

यूएन प्रमुख ने कहा कि अगले साल संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ अंतरराष्ट्रीय सहयोग और यूएन चार्टर के लक्ष्यों फिर से मज़बूती प्रदान करने का एक अवसर होगा.

महासचिव गुटेरेश ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष को विश्वास दिलाया कि “साझा लक्ष्यों को पाने और सार्वभौमिक मूल्यों की रक्षा के प्रयासों में समर्थन के लिए आप मुझ पर भरोसा कर सकते हैं.”

मौजूदा अध्यक्ष मारिया फ़र्नान्डा एस्पिनोसा के 'उत्कृष्ट कार्य' की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में सुधार प्रक्रिया में उनके समर्थन के लिए वह आभारी हैं.