कोरोनावायरस पर क़ाबू पाने के लिए समय रहते समन्वित प्रयासों की पुकार
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने योरोप में नॉवल कोरोनावायरस के मामलों की पुष्टि होने के बाद एक बयान जारी कर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से एकजुट होकर इस संक्रामक बीमारी का मुक़ाबला करने का आग्रह किया है. विश्व भर में इस वायरस के संक्रमण के अब तक 1,300 से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 41 लोगों की मौत होने की रिपोर्टें हैं.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के बयान में कहा गया है कि चीन में वायरस का स्रोत होना और फिर उसका फैलना एक संकेत है कि हर देश को इस वायरस का समय रहते पता लगाने और उस पर क़ाबू पाने की ज़रूरत है.
कोरोनावायरस के मामले चीन के अलावा अब तक अमेरिका, फ़्रांस, सिंगापुर, थाईलैंड सहित कुछ अन्य देशों में सामने आ चुके हैं. कोरोनावायरस उस वायरस समहू का एक हिस्सा है जिससे सामान्य सर्दी-खाँसी से लेकर घातक बीमारियाँ हो सकते हैं.
इसके लक्षणों में बुख़ार, खाँसी, साँस फूलना और साँस लेने में दिक़्कतें जैसे लक्षण शामिल हैं. हालत बिगड़ने पर संक्रमण न्यूमोनिया की वजह बन सकता है जिससे किडनी ख़राब होने के अलावा मौत तक हो सकती है.
फ़्रांस में मामलों की पुष्टि
फ़्रांस ने शुक्रवार को योरोप में विश्व स्वास्थ्य संगठन के क्षेत्रीय कार्यालय को कोरोनावायरस के तीन मामलों की आधिकारिक पुष्टि की थी.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने त्वरित ढंग से जानकारी दिए जाने और सार्वजनिक सूचना साझा करने के लिए स्वास्थ्य संगठन ने फ़्रांस की प्रशंसा की है.
तीनों मरीज़ों ने वूहान से फ़्रांस यात्रा की थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. वूहान को कोरोनावायरस फैलने का केंद्र माना गया है.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के मुताबिक़ वायरस पर “समय रहते क़ाबू पाने के लिए कारर्वाई एक बुनियादी ज़रूरत है.”
संगठन का मानना है कि योरोप में कोरोनावायरस के मामलों का पता चलना अनपेक्षित नहीं है. “यह हमें ध्यान दिलाता है कि यात्रा का वैश्विक स्वरूप होने के कारण कोई भी हिस्सा संक्रामक बीमारी फैलने से अछूता नहीं रह सकता. इसका यह भी अर्थ है कि कोई भी देश या क्षेत्र अपने लोगों की सुरक्षा के लिए हर आवश्यक क़दम उठाने में देरी नहीं कर सकता.”
विश्व भर में अब तक इस वायरस से संक्रमण के 1,300 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 41 लोगों की मौत हुई है.
मृतकों में वूहान के एक अस्पताल में कार्यरत एक 62 वर्षीय डॉक्टर भी है जो एक मरीज़ से संक्रमित हुए थे.
एक ऐसे समय में जब वायरस के स्रोत और व्यवहार पर अनिश्चितता व्याप्त है, यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा है कि सभी देशों, संगठनों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक साथ मिलकर काम करने की ज़रूरत है.
“यह ख़ुद को तैयार करने का समय है.” विश्व स्वास्थ्य संगठन चीनी प्रशासन के साथ वायरस फैलने के कारणों और उसके उपायों में जुटा है.