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ग़ाज़ा: ख़ान यूनिस में भीषण बर्बादी, गुज़र-बसर के लिए आम फ़लस्तीनियों का संघर्ष

ग़ाज़ा के ख़ान यूनिस की मुख्य सड़क पर एक यूएन टीम को बिना फटा, एक हज़ार पाउंड का बम बरामद हुआ है.
© UNOCHA/Themba Linden
ग़ाज़ा के ख़ान यूनिस की मुख्य सड़क पर एक यूएन टीम को बिना फटा, एक हज़ार पाउंड का बम बरामद हुआ है.

ग़ाज़ा: ख़ान यूनिस में भीषण बर्बादी, गुज़र-बसर के लिए आम फ़लस्तीनियों का संघर्ष

मानवीय सहायता

क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े के लिए यूएन मानवतावादी समन्वयक जेमी मैकगोल्डरिक ने आगाह किया है कि ग़ाज़ा पट्टी में आम लोग, गुज़र-बसर के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उनकी टीम ने बुधवार को ख़ान यूनिस इलाक़े में हालात का जायज़ा लिया जहाँ से हाल ही में इसराइली सैन्य बलों की वापसी हुई है.

यूएन के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि मानवीय सहायताकर्मी, स्थानीय आबादी तक मदद पहुँचाने के लिए हरसम्भव प्रयास कर रहे हैं, मगर उन्हें सुरक्षा, सहायता मार्ग और इसराइली सैन्य बलों के समर्थन की ज़रूरत है.

जेमी मैकगोल्डरिक के अनुसार, उनकी टीम ने कई क्षतिग्रस्त इमारतों, यूएन भंडारण केन्द्र, चार मेडिकल केन्द्रों और आठ स्कूलों का दौरा किया और देखा कि सड़कें पूरी तरह से धूल-ग़ुबार के रास्तों में तब्दील हो गई हैं.

उन्होंने फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) द्वारा संचालित एक स्कूल व आश्रय स्थल पर जानकारी देते हुए कहा कि यूएन द्वारा एक लाख 16 हज़ार लोगों को केवल एक स्थान पर सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं. 

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विस्फोटकों से पटी सड़कें

यूएन एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्थानीय समुदायों को अतिरिक्त भोजन, जल, स्वास्थ्य व स्वच्छता सामग्री की आपूर्ति व समर्थन की दरकार है.

ख़ान यूनिस की सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर बिना फटे हुए विस्फोटक बिखरे हुए हैं, जिससे आम नागरिकों, विशेष रूप से बच्चों के लिए जोखिम है.

यूएन मानवतावादी टीम को इलाक़े के मुख्य चौराहों और स्कूलों के भीतर एक हज़ार पाउंड की विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है.

स्थानीय निवासियों के अनुसार, भोजन व जल की क़िल्लत है और अल-नासेर और अल-अमाल अस्पताल में हुई तबाही के कारण महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ ठप हो चुकी हैं.

इसराइली सेना के साथ सम्पर्क

मानवतावादी समन्वयक मैकगोल्डरिक की टीम और साझेदार संगठनों के प्रतिनिधियों ने बुधवार को इसराइली सैन्य बलों की दक्षिणी कमांड की टीम के साथ बैठक की. इस दौरान ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता पहुँचाने के लिए ज़िम्मेदार इसराइली निकाय (COGAT) के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे.

यूएन के वरिष्ठ अधिकारी ने ग़ाज़ा पट्टी में सहायता वितरण प्रक्रिया को बेहतर बनाने और अकाल के जोखिम से निपटने के इरादे से अनुरोधों की अपनी सूची को पेश किया. 

इस बीच, UNRWA प्रमुख फ़िलिपे लज़ारिनी ने सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म, X, पर अपने सन्देश में लिखा कि फ़लस्तीनियों ने इस वर्ष ईद ऐसे समय में मनाई है जब ग़ाज़ा, हाल के इतिहास में सबसे बर्बर युद्ध का सामना कर रहा है.

उन्होंने क्षोभ व्यक्त किया कि अमानवीयकरण, पीड़ा और दुखते दिलों के बीच इस त्योहार को मना पाना बेहद मुश्किल है. इस क्रम में, उन्होंने फिर से ग़ाज़ा में युद्धविराम लागू किए जाने की पुकार लगाई है.

सहायता के लिए प्रतिबद्ध यूएन

यूएन महासचिव के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने न्यूयॉर्क में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि ग़ाज़ा में मानवीय पीड़ा से लोगों को उबारने के लिए, यूएन सभी के साथ मिलकर काम करने के लिए संकल्पित है. 

इस विषय में, उन्होंने कहा कि सुरक्षित ढंग से ज़रूरतमन्दों के लिए मानवीय सहायता पहुँचाने के लिए पैरवी जारी रखी जाएगी.

“हमारी टीमों और जिन लोगों की हम सेवा करते हैं, उनके लिए यह हमारा संकल्प व दायित्व है.”

इस बीच, यूएन बाल कोष (UNICEF) का कहना है कि बुधवार को उत्तरी ग़ाज़ा में प्रवेश करते समय, एजेंसी का एक वाहन आयुध सामग्री की चपेट में आ गया. इस घटना के बारे में इसराइली प्रशासन को जानकारी दे दी गई है.

यूनीसेफ़ ने दोहराया है कि जब तक मानवीय राहतकर्मियों की अन्तरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून के अनुरूप सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती है, ज़रूरतमन्दों तक सहायता नहीं पहुँच सकती है.