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ग़ाज़ा: रफ़ाह में इसराइली आक्रमण के होंगे 'अतिविनाशकारी नतीजे'

ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े - रफ़ाह में लाखों परिवार, अस्थाई टैंटों में रहने को विवश हैं.
© UNICEF/Eyad El Baba
ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े - रफ़ाह में लाखों परिवार, अस्थाई टैंटों में रहने को विवश हैं.

ग़ाज़ा: रफ़ाह में इसराइली आक्रमण के होंगे 'अतिविनाशकारी नतीजे'

शान्ति और सुरक्षा

ग़ाज़ा के लिए संयुक्त राष्ट्र की वरिष्ठ मानवीय राहत समन्वयक सिगरिड काग ने सोमवार को कहा है कि ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े - रफ़ाह में अगर इसराइल सैन्य हमला बढ़ाया तो वहाँ, अतिविनाशकारी मानवीय नतीजे होंगे. ध्यान रहे कि रफ़ाह इलाक़े में, ग़ाज़ा के अन्य स्थानों से विस्थापित दस लाख से भी अधिक फ़लस्तीनी, मजबूरन पनाह लिए हुए हैं.

सिगरिड काग ने, यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश की ये चिन्ता दोहराई कि वर्तमान समय में, ऐसा सैन्य हमला, निर्दोष नागरिकों के लिए सम्भावित रूप से विनाशकारी साबित होगा.

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सिगरिड काग ने, ब्रसेल्स में, योरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों के साथ बातचीत के बाद, पत्रकारों को बताया, “रफ़ाह में दस लाख से अधिक लोग फँसे हुए हैं." 

"यह इलाक़ा, अस्थाई आश्रयों में दस लाख लोगों के लिए नहीं बिल्कुल भी पर्याप्त नहीं है, जो बेतरतीब ढंग से प्लास्टिक चादरों से बने हुए हैं. इलाक़े में स्वास्थ्य स्थितियाँ बहुत चिन्ताजनक हैं.'' 

उन्होंने ग़ाज़ा पट्टी में सहायता सामग्री पहुँचने और इसे जरूरतमन्द लोगों में वितरित करने की स्थिति पर भी गहरी चिन्ता व्यक्त की.

सिगरिड काग ने कहा, "हमें इस तथ्य को स्वीकार करना होगा कि सैन्य अभियानों से अलग सुरक्षा स्थितियाँ मसलन, हताश नागरिकों द्वारा सहायता सामग्री का स्वयं-वितरण  है, लूटपाट और अपराधीकरण जैसी गतिविधियाँ भी, मानवीय सहायता समुदाय के प्रयासों में बाधा डाल रही हैं... जबकि उन लोगों तक यह सहायता सामग्री पहुँचाए जाने की कड़ी आवश्यकता है, जिन्हें इसकी सख़्त ज़रूरत है.''

लड़ाई निरन्तर जारी

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय राहत मामलों के समन्वय के लिए एजेंसी (OCHA) के अनुसार, युद्धग्रस्त इलाक़े के अधिकांश हिस्से में आकाश, ज़मीन और समुद्र से, इसराइल की तीव्र बमबारी जारी है, जिसके परिणामस्वरूप लोग हताहत और विस्थापित हो रहे हैं और सिविल बुनियादी ढाँचे का विनाश हो रहा है.

ओसीएचए ने सोमवार को नवीनतम जानकारी में कहा कि इसराइली बलों और फ़िलस्तीनी सशस्त्र समूहों के बीच व्यापक ज़मीनी लड़ाई अभियान और भारी लड़ाई की भी ख़बरें भी आ रही हैं, ख़ासकर ख़ान यूनिस और दीर अल बलाह में.

जानकारी में कहा गया है कि 17 और 19 फ़रवरी के बीच, सशस्त्र फ़लस्तीनियों ने, इसराइल की ओर दर्जनों रॉकेट भी दागे थे.

नासिर अस्पताल से मरीज़ निकाले गए

यूएन आपदा राहत एजेंसी ने बताया है कि इसके अलावा, ख़ान यूनिस में नासिर अस्पताल परिसर में, इसराइली सैन्य अभियान जारी है. रविवार को, संयुक्त राष्ट्र और फ़लस्तीन रैड क्रैसेंट सोसाइटी ने 14 मरीज़ों को बाहर निकाला. बाक़ी मरीज़ों को सुरक्षित निकालने के लिए बातचीत जारी है.

संयुक्त राष्ट्र के विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया है कि 180 से अधिक मरीज़ और 15 डॉक्टर व नर्स, अस्पताल के अन्दर हैं.

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा, “अस्पताल अब भी भोजन, बुनियादी चिकित्सा सामग्री और ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना कर रहा है. नल का पानी और बिजली भी उपलब्ध नहीं है, केवल कुछ जीवनरक्षक मशीनों को संचालित रखने वाला जनरेटर मौजूद है.

पश्चिमी तट में हिंसा

OCHA ने सप्ताहान्त के दौरान, पश्चिमी तट में और भी हिंसक घटनाओं की सूचना दी है, जिनमें इसराइली और फ़लस्तीनी दोनों ही तरफ़, अनेक लोग मारे गए हैं.

7 अक्टूबर 2023 और 18 फ़रवरी के बीच, पूर्वी येरूशेलम और इसराइल सहित, पश्चिमी तट में टकराव सम्बन्धी घटनाओं में, 100 बच्चों सहित 393 फ़लस्तीनी मारे गए हैं, और 699 बच्चों सहित साढ़े चार हज़ार फ़लस्तीनी घायल हुए हैं.

ओसीएचए के अनुसार, इसी अवधि के दौरान, उन्हीं क्षेत्रों में टकराव सम्बन्धी घटनाओं में, इसराइली बलों के चार सदस्यों सहित, 12 इसराइली मारे गए और 80 घायल हुए हैं.

विश्व न्यायालय की क़ानूनी राय पर सुनवाई

इस बीच, हेग स्थित अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में, पूर्वी येरूशेलम सहित इसराइल के क़ब्ज़े वाले फ़लस्तीनी क्षेत्र में, इज़राइल की नीतियों और कार्यों और गतिविधियों से उत्पन्न होने वाले, क़ानूनी परिणामों पर एक सलाहकारी राय के सम्बन्ध में सुनवाई, सोमवार, 19 फ़रवरी को शुरू हुई है.

दिसम्बर 2022 में, यूएन महासभा ने, फ़लस्तीनी क्षेत्र पर इसराइल के क़ब्ज़े पर, न्यायालय से क़ानून राय मुहैया कराने का अनुरोध किया गया था. न्यायालय की ये राय, अबाध्यकारी होती है.

यह सुनवाई 19 से 26 फ़रवरी तक चलेगी, जिसमें 50 से अधिक देश, समूह और फ़लस्तीन देश अपना पक्ष रखेंगे.