वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां
पीने के पानी की बोतलों से लदे ट्रक, मिस्र के एल अरिश के पास.

ग़ाज़ा भेजे जा रहे सहायता क़ाफ़िले में क्या होता है?

© UNICEF/Mohamed Ragaa
पीने के पानी की बोतलों से लदे ट्रक, मिस्र के एल अरिश के पास.

ग़ाज़ा भेजे जा रहे सहायता क़ाफ़िले में क्या होता है?

मानवीय सहायता

ग़ाज़ा से लगभग एक किलोमीटर दूरमिस्र की ओर रफ़ाह सीमा चौकी पर खड़े ट्रकों के एक लम्बे क़ाफ़िले में, भोजनईंधनपानी और दवाओं जैसी सैकड़ों टन जीवनरक्षक सहायता सामग्री लदी है. ट्रक के ड्राइवर, इसराइल की हरी झंडी का इन्तजार कर रहे हैं, ताकि वो गोलीबारी के बीच फँसे 23 लाख फ़लस्तीनियों तक मदद पहुँचा सकें.

मानवीय सहायता कर्मी एक तरफ़, संयुक्त राष्ट्र महासचिव द्वारा इसराइल से एक सुरक्षित सहायता वितरण गलियारा खोलने की अपील दोहरा रहे हैं, वहीं एक अभूतपूर्व मानवीय आपदा की चेतावनी देने वाली संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने आगाह किया है कि ग़ाज़ा में बुनियादी चीज़ों की आपूर्ति ख़त्म होने को है.

7 अक्टूबर को हिंसा भड़कने के तुरन्त बाद, इसराइल ने ग़ाज़ा के साथ लगी सभी सीमाएँ बन्द कर दी थीं. तभी से संयुक्त राष्ट्र, अपने जीवनरक्षक सहायता भंडार दोबारा नहीं भर पा रहा है. दैनिक बमबारी के कारण क्षेत्र में सामान की उपलब्धता घटती जा रही है, वहीं संयुक्त राष्ट्र एजेंसियां, साझेदार और अनेक देश, राहत सहायता मुहैया करने में जुटे हुए हैं.

वर्तमान तनाव से पहले ग़ाज़ा पट्टी.
© UNOCHA

क़ाफ़िले में क्या-कुछ होता है: 

बुनियादी सामान

आमतौर पर वार्षिक हज यात्रा के लिए मक्का, सऊदी अरब की यात्रा करने वाले फ़लस्तीनियों द्वारा इस्तेमाल होने वाला मिस्र का एल अरिश अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, सप्ताहान्त में, मानवीय गतिविधियों का केन्द्र बन गया.

‘खाने के लिए तैयार’ भोजन से लेकर, आपातकालीन सर्जरी के लिए लेटेक्स दस्तानों तक, सैकड़ों टन आवश्यक सामान, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, भागीदारों और जॉर्डन, तुर्किये एवं संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों द्वारा भेजे गए विमानों से, ग़ाज़ा की सीमा से 45 किमी (28 मील) दूर स्थित हवाई अड्डे पर उतारा गया.

इस बुनियादी आपूर्ति को उतारकर, सीमा की ओर जाने वाले ट्रकों में लाद दिया गया. इस क़ाफ़िले में, मिस्र से एक हज़ार टन सहायता सामग्री से लदे 100 ट्रक भी शामिल कर दिए गए.

इनमें संयुक्त राष्ट्र एजेंसी द्वारा भेजे गई टैंट, कम्बल और कई प्रकार की दवाओं की आपूर्ति भी शामिल थी.

इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों की एजेंसी,  OCHA ने 3 लाख लोगों को आवश्यक वस्तुओं से युक्त आपातकालीन किटें प्रदान करने की योजना बनाई है. 

वहीं, संयुक्त राष्ट्र यौन और प्रजनन स्वास्थ्य एजेंसी, UNFPA के पास महिलाओं की स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए 3 हज़ार गरिमा किटें समेत अन्य आवश्यक आपूर्ति तैयार है.

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, घायल ग़ाज़ावासियों की देखभाल के लिए, सहायता क़ाफ़िले के पास, एम्बुलेंस और आपातकालीन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की क़तारें देखी गईं.

दुबई में विश्व स्वास्थ्य संगठन के लॉजिस्टिक्स हब से चिकित्सा आपूर्ति मिस्र पहुँचती है.
© WHO

चिकित्सा आपूर्ति

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ग़ाज़ा में अपने पुराने भंडार को दोबारा भरने के लिए चिकित्सा आपूर्ति से भरा एक विमान भेजा है. पिछले कुछ दिनों में, संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी ने दुबई के अपने लॉजिस्टिक्स हब से दो जहाज़ भरकर सामान भेजा था.

जितने घंटे इस सामान की आपूर्ति मिस्र की सीमा पर रुकी रहेगी, उतने ही अधिक लड़कियाँ व लड़के, महिलाएँ और पुरुष, ख़ासतौर पर कमज़ोर या विकलांग व्यक्ति मौत का शिकार होंगे - WHO महानिदेशक

इसराइल से लगी लेबनान की सीमा पर झड़पों में बढ़ोत्तरी के साथ ज़रूरतें भी  बढ़ती जा रही हैं. इन्हें पूरा करने के लिए, एक विमान लेबनान के बेरूत में उतारा गया, जिसमें 800 से एक हज़ार घायल लोगों की देखभाल के लिए सर्जिकल और आघात की दवाएँ थीं. 

इसके बाद सप्ताहान्त में एल अरिश हवाई अड्डे पर 78 क्यूबिक मीटर आपातकालीन सहायता पहुँचाई गई, जो लगभग 3 लाख फ़लस्तीनियों की मदद के लिए पर्याप्त थी. रफ़ाह सीमा क्षेत्र के ज़रिए, सुरक्षित पहुँच हासिल करने में मदद करने के लिए, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक, डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने पिछले सप्ताह मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से मुलाक़ात करके इसकी अनुमति हासिल की.

सामान पहुँचाने के लिए तैयार एक क़ाफ़िले में, आपातकालीन सामान के साथ-साथ बुनियादी स्वास्थ्य वस्तुएँ भी शामिल हैं. इनमें 1,200 घायलों और हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह व साँस की समस्याओं से पीड़ित 1,500 मरीजों के इलाज के लिए, पर्याप्त आघात दवाएँ तथा स्वास्थ्य आपूर्ति समेत, 235 घायल लोगों की चिकित्सा के लिए तैयार आघात "पाउच" शामिल हैं.

ग़ाज़ा में पहले से उपलब्ध चिकित्सा आपूर्ति यूनीसेफ़ द्वारा वितरित की जा रही है.
© UNICEF/Mohammad Ajjour

भोजन

खाद्य पदार्थों की कमी से जूझते संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने, अपने लगभग समाप्त हो चुके भंडार दोबारा भरने के लिए सामान भेजा है.

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता वायु सेवा (UNHAS) के अनुसार, सोमवार की सुबह, डब्ल्यूएफ़पी का चार्टर्ड विमान एल अरिश हवाई अड्डे पर उतरा, जिसमें ग़ाज़ा के लिए 15 टन पोषक बिस्कुट और दो मोबाइल भंडारण इकाइयों सहित, 22 टन मानवीय राहत सामग्री पहुँचाई गई है. 

संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एजेंसी ने ग़ाज़ा और पश्चिमी तट में भोजन, पानी और अन्य आवश्यक आपूर्ति प्राप्त करने के लिए एक आपातकालीन अभियान शुरू किया है.  इसके अलावा, 100 टन खाद्य पैकेट ले जाने वाले पाँच ट्रकों का भी इन्तज़ार है.

ग़ाज़ा में तेज़ी से भोजन ख़त्म हो रहा है.
© UNICEF/Hassan Islyeh

जल व ईंधन

ग़ाज़ा और पश्चिमी तट में काम करने वाली, फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी, UNRWA के अनुसार, लगातार पाँचवें दिन, क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति बन्द है और निवासियों की "स्वच्छ पेयजल तक” पहुँच गम्भीर रूप से सीमित है.

सबसे महत्वपूर्ण है है घेराबन्दी हटाना; संयुक्त राष्ट्र को अति-आवश्यक सामान पहुँचाने की अनुमति दी जानी चाहिए - UNRWA प्रवक्ता

नवीनतम UNRWA स्थिति रिपोर्ट में कहा गया है कि ग़ाज़ा पट्टी में सहायता आपूर्ति पहुँचाने के लिए एक मानवीय गलियारा खोलने की सम्भावना खोजने के लिए, एक अग्रिम टीम को मिस्र रवाना किया गया है.

UNRWA के अनुसार, अलवणीकरण संयंत्र और जल पम्पिंग स्टेशनों के लिए ईंधन "अत्यधिक महत्वपूर्ण" है. तेज़ी से घट रही आपूर्ति की पूर्ति के लिए, ईंधन की आपूर्ति का भी इन्तज़ार है, जो ग़ाज़ा के अस्पतालों समेत सभी सुविधाओं में आपातकालीन जेनरेटरों के लिए ज़रूरी है.

साथ ही, मिस्र में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने ग़ाज़ा में यूनीसेफ़ का समर्थन बढ़ाने के लिए, पानी, मोबाइल शौचालय और  गरिमा किट जैसी आवश्यक वस्तुओं से लदे ट्रक, अपने भागीदार, मिस्र की रेड क्रेसेंट सोसाइटी को भेजे हैं, जिससे 1 लाख 50 हज़ार लोगों की तत्काल ज़रूरतों को पूरा किया जा सके.

इस बीच OCHA ने स्थानीय बाज़ारों और एजेंसी भंडारण से ईंधन, बोतलबन्द पानी, स्वच्छता किट और जल भंडारण ब्लैडर टैंक लेकर, रफ़ाह में अपने सेवा योजनाएँ जारी रखी हुई हैं. एजेंसी, जल ट्रकिंग संचालन की व्यवहार्यता की भी समीक्षा व जाँच कर रही थी.

पूरे ग़ाज़ा पट्टी क्षेत्र में, स्वच्छ पानी की भारी क़िल्लत है.
© UNICEF/Mohammad Ajjour

एजेंसी की प्रवक्ता, जूलियट टौमा ने कहा, चूँकि घेराबन्दी जारी है, UNRWA 7 अक्टूबर के बाद से ही किसी भी तरह की आपूर्ति पहुँचाने में असमर्थ रहा है.

सप्ताहान्त में इसराइल द्वारा निकासी आदेश दिए जाने के दौरान, UNRWA ने अपना संचालन केन्द्र, रफ़ाह सीमा पार के क़रीब दक्षिणी ग़ाज़ा में स्थानान्तरित कर दिया था.

उन्होंने कहा, "वास्तव में सबसे अहम है, घेराबन्दी हटाना. संयुक्त राष्ट्र को अति-आवश्यक आपूर्ति लाने की अनुमति दी जानी चाहिए."