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UNGA78: ‘हम एकजुट होकर, किसी भी चुनौती से निपट सकते हैं’, बाइडेन

संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूएन महासभा को सम्बोधित करते हुए (19 सितम्बर 2023)
UN Photo/Cia Pak
संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूएन महासभा को सम्बोधित करते हुए (19 सितम्बर 2023)

UNGA78: ‘हम एकजुट होकर, किसी भी चुनौती से निपट सकते हैं’, बाइडेन

यूएन मामले

संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति जोसेफ़ बाइडेन ने मंगलवार को, यूएन महासभा को सम्बोधित करते हुए कहा है कि क्षेत्रीय अखंडता और मानवाधिकारों का, सामूहिक रूप से बचाव किया जाना होगा, जो संयुक्त राष्ट्र की बुनियाद को आकार देते हैं.

जोसेफ़ बाइडेन ने कहा कि इसके बावजूद यूएन महासभा, लगातार दूसरे वर्ष युद्ध की छाया के अंधेरे की चपेट में है, जोकि रूस द्वारा यूक्रेन के विरुद्ध शुरू किया गया एक अवैध आक्रमण है.

उन्होंने ज़ोर देकर कहा, “इस युद्ध की ज़िम्मेदारी केवल रूस पर... और इस युद्ध को तत्काल रोकने की शक्ति भी उसके पास है.”

अमेरिकी राष्ट्रपति ने ये सवाल भी उठाया कि अगर यूक्रेन का विभाजन होने की अनुमति देते हैं तो क्या किसी भी देश की स्वतंत्रता सुरक्षित है. 

इतिहास की छड़

उन्होंने अपनी हाल की वियतनाम यात्रा का सन्दर्भ देते हुए कहा कि किसी अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए, युद्ध के दर्दनाक इतिहास के मद्देनज़र, हनोई में खड़े होना और परस्पर प्रतिबद्धता की घोषणा करना, अकल्पनीय होगा.

उन्होंने कहा, “हमारे इतिहास को, हमारा भविष्य निर्धारण करने की ज़रूरत नहीं होनी चाहिए. सहकारी नेतृत्व के साथ, विरोधी जन भी साझीदार बन सकते हैं और व्यापक चुनौतियों के भी समाधान निकल सकते हैं, और गहरे घाव भी भर सकते हैं.”

“जब हम एक साथ खड़े होने का विकल्प चुनते हैं तो हमारे हाथों में इतिहास की छड़ को मोड़ने की शक्ति निहित होती है.”

सबके भविष्य परस्पर जुड़े हैं

जोसेफ़ बाइडेन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका सर्वजन के लिए, एक अधिक सुरक्षित, अधिक समृद्ध और अधिक समान भविष्य चाहता है, क्योंकि “हम जानते हैं कि हमारा भविष्य आपके भविष्य के साथ जुड़ा हुआ है.”

“कोई भी देश चुनौतियों का सामना, केवल अपने दम पर नहीं कर सकता है.”

नई चुनौतियों का मुक़ाबला करने के लिए, पुराने संस्थानों का नवीनीकरण किया जाना होगा. इसके लिए ऐसे क्षेत्रों से नेतागण को शामिल करना होगा जिन्हें सुरक्षा परिषद सुधार और विकासशील देशों में निवेश जैसे मुद्दों से निपटने में अभी तक शामिल नहीं किया गया है.

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को सुरक्षा संरक्षण व टकराव की रोकथाम का काम जारी रखना होगा. साथ ही, संगठन को उभरती प्रौद्योगिकियों के लाभों और चुनौतियों का भी प्रशासन चलाना होगा, और इनमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) भी शामिल है.