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कोलम्बिया: विद्रोही गुट के साथ लागू संघर्षविराम की निगरानी करेगा यूएन मिशन

एफ़एआरसी-ईपी, ईएलएन, एयूसी अर्धसैनिक समूह के पूर्व लड़ाके, कोलम्बियाई सशस्त्र बलों के सदस्य और पीड़ित, ऐण्टियोकुइया के दबीबा में एक मैत्री खेल खेलते हुए. (फ़ाइल)
UN Verification Mission in Colombia
एफ़एआरसी-ईपी, ईएलएन, एयूसी अर्धसैनिक समूह के पूर्व लड़ाके, कोलम्बियाई सशस्त्र बलों के सदस्य और पीड़ित, ऐण्टियोकुइया के दबीबा में एक मैत्री खेल खेलते हुए. (फ़ाइल)

कोलम्बिया: विद्रोही गुट के साथ लागू संघर्षविराम की निगरानी करेगा यूएन मिशन

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कोलम्बिया की सरकार और शेष बचे सबसे बड़े विद्रोही गुट - ELN के बीच लागू युद्धविराम की निगरानी के लिए, संयुक्त राष्ट्र सत्यापन मिशन के जनादेश के विस्तार को, बुधवार को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया.

मीडिया ख़बरों के अनुसार, नेशनल लिबरेशन आर्मी (स्पेनिश भाषा में प्रयुक्त संक्षिप्त रूप, ELN) के साथ संघर्षविराम, गुरूवार से लागू हो गया है, जो 180 दिनों तक चलेगा.

यह संघर्षविराम, लगभग 10 महीने की गहन बातचीत के बाद सम्भव हुआ है. राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो द्वारा, अगस्त 2022 में पदभार सम्भालने के बाद से उनकी "सम्पूर्ण शान्ति" नीति के तहत इस दिशा में प्रयास किए जा रहे थे.

अतिरिक्त अन्तरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक

सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव स्वीकार किया, जिसके तहत संयुक्त राष्ट्र मिशन में 68 अतिरिक्त अन्तरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों के साथ-साथ, मौजूदा संसाधनों को ध्यान में रखते हुए, यथासम्भव नागरिकों का एक हिस्सा भी शामिल करना अधिकृत किया गया है.

यूएन मिशन की स्थापना, कोलम्बियाई अधिकारियों और देश के सबसे बड़े विद्रोही समूह, FARC के नेताओं के बीच, 2016 के शान्ति समझौते पर हस्ताक्षर के बाद की गई थी, जिससे पाँच दशकों से अधिक समय से चला आ रहा युद्ध समाप्त हुआ था.

लेकिन ईएलएन और एक अन्य समूह, ईएमसी, इस समझौते का हिस्सा नहीं थे.

सुरक्षा परिषद ने, सर्वसम्मत मत से कोलम्बिया में शान्ति प्रक्रिया के प्रति अपनी पूर्ण प्रतिबद्धता जताई.

सुरक्षा परिषद ने, ईएमसी के साथ संघर्षविराम की निगरानी के लिए भी, संयुक्त राष्ट्र मिशन के जनादेश का विस्तार किए जाने पर विचार करने की इच्छा व्यक्त की है.