वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

संयुक्त राष्ट्र के 17 नए एसडीजी चैम्पियन

टिकाऊ विकास लक्ष्यों के लिये वर्ष 2022 के 17 विश्व पैरोकारों की तस्वीरों का संकलन.
Office of the Secretary-General's Envoy on Youth
टिकाऊ विकास लक्ष्यों के लिये वर्ष 2022 के 17 विश्व पैरोकारों की तस्वीरों का संकलन.

संयुक्त राष्ट्र के 17 नए एसडीजी चैम्पियन

एसडीजी

संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को, टिकाऊ विकास लक्ष्यों के लिये वर्ष 2022 के युवा नेताओं के समूह की घोषणा की है. इन युवाओं को, पृथ्वी और लोगों के बेहतर भविष्य की ख़ातिर विशेष प्रयास करने के लिये सम्मानित किया गया है.

यूएन प्रमुख का, युवा मामलों के लिये विशेष कार्यालय (Office of the Secretary-General's Envoy on Youth), प्रति दो वर्ष में, युवा सुधारकों को चुनता है.

ये युवा नेता, दुनिया के अत्यावश्यक मुद्दों का मुक़ाबला करते हुए अपने प्रयासों में सबसे आगे हैं. इन युवाओं का नेतृत्व, टिकाऊ विकास लक्ष्यों (SDGs) की उपलब्धियों को और बढ़ावा दे रहा है.

संयूक्त राष्ट्र की तरफ़ से साल 2022 के शुरू में आवेदनों के लिये आमंत्रण भेजा गया था. आवेदन पत्र मिलने पर इन युवा नेताओं के दल का चयन किया गया है.

190 से अधिक देशों से 5 हज़ार 400 से अधिक आवेदन आए थे. ये पहल, वर्ष 2016 में शुरू होने के बाद से, दुनिया भर के लाखों युवाओं तक पहुँच चुकी है.

टिकाऊ विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के लिये 17 युवा नेता (The 17 young leaders for the Sustainable development goals), एक विविध, अत्यधिक निपुण समूह है.

इस समूह में 17 से 29 वर्ष की आयु के युवा है. ये सब विश्व के विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं और सतत विकास सहित मानवाधिकार, शान्ति और सुरक्षा जैसे यूएन उद्देश्यों पर काम करते हैं.

इनमें से एक महत्वाकांक्षी अन्तरिक्ष यात्री, एक कवि और एक पैरालिम्पिक पदक विजेता हैं. अन्य युवाओं में कलाकारों से लेकर जलवायु उद्यमियों और शिक्षा नवप्रवर्तक तक शामिल हैं.

युवा मामलों पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की दूत जयथमा विक्रमानायके का कहना है कि एसडीजी के लिये 2022 के युवा नेताओं का वर्ग अविश्वसनीय रूप से विविध, परस्पर और प्रेरणादायक युवाओं के समूह का प्रतिनिधित्व करता है, जो यथास्थिति को चुनौती देने और सभी के लिये एक बेहतर दुनिया बनाने की ख़ातिर, वैश्विक युवा सक्रियता और पैरोकारी का सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हैं.

उनका कहना है, "ये युवजन, मौजूदा महामारी, जलवायु संकट और वैश्विक अस्थिरता के बीच भी, विश्व की सबसे बड़ी चुनौतियों का समाधान खोजने में अत्यधिक संसाधनशीलता और नेतृत्व का प्रदर्शन करते हैं."

शिक्षा में रूपान्तरकारी योगदान

भारत की ऋचा गुप्ता विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त भारतीय ग़ैर-लाभकारी संस्था, लाभया फाउंडेशन (Labhya Foundation) की सीईओ हैं. उन्हें 2022 के 17 एसडीजी चैम्पियनों की सूची में शामिल किया गया है.

ऋचा गुप्ता भारत की एक शिक्षिका और सामाजिक उद्यमी हैं. ऋचा गुप्ता भारत की एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त ग़ैर-लाभकारी संस्था, लाभया फाउंडेशन (Labhya Foundation) की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और सह-संस्थापक हैं. यह संस्था प्रभावी शिक्षार्थी बनने के साथ-साथ, ग़रीबी को दूर करने के लिये आवश्यक कौशल विकसित कराने के साथ, 24 लाख से अधिक बच्चों की सहायता करती है.

ऋचा गुप्ता ने टीच फ़ॉर इंडिया और टीच फ़ॉर ऑल जैसे ग़ैर-लाभकारी शिक्षा संगठनों के साथ काम किया है.

ऋचा गुप्ता को टेकेडा फाउंडेशन से "सर्वश्रेष्ठ उद्यमी 2019" के रूप में मान्यता मिल चुकी है. उन्हें महिला फ़ोरम राइज़िंग टैलेंट 2020 के रूप में भी सूचीबद्ध किया गया जा चुका है.

ऋचा गुप्ता इससे पहले, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में समानता व समावेश पैरोकार के साथ-साथ अन्य अनेक नेतृत्व भूमिकाओं में सक्रिय रह चुकी हैं.

ऋचा गुप्ता फ़िलहाल ‘जैनरेशन अनलिमिटेड’, यूनीसेफ इंडिया (UNICEF India) के सलाहकार बोर्ड और कारंगा की संचालन समिति: ‘द ग्लोबल अलायंस फ़ॉर सोशल इमोशनल लर्निंग एंड लाइफ स्किल्स’ में भी काम करती हैं.

महिलाओं के लिये सुरक्षित दुनिया

बारबडोस की एक बहु पुरस्कार विजेता लैंगिक न्याय पैरोकार रोनेल किंग, जो 2022 के लिये टिकाऊ विकास लक्ष्यों के चैम्पियनों की सूची में शामिल की गई हैं.

वर्ष 2016 में, बारबाडोस के एक बहु-पुरस्कार विजेता लैंगिक न्याय पैरोकार रोनेले किंग ने #LifeInLeggings हैशटैग की स्थापना की. ये सोशल मीडिया मंच, यौन हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिये, अपनी आपबीतियाँ व्यक्त करने के लिये, एक सुरक्षित स्थान के रूप में बनाया और विकसित किया गया.

इस सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर महिलाओं को, एकजुट होकर अपने अनुभवों के बारे में बोलने के अधिकार के लिये प्रोत्साहित किया गया.

रोनेले किंग ने ‘रीक्लेम अवर स्ट्रीट्स’ नामक महिला एकजुटता मार्च में, और पिंक पार्लियामेंट में एक प्रमुख भूमिका निभाई है, जो निर्णय लेने वाले स्थानों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने का प्रयास करती है. इस पहल को वर्ष 2021 नेलसन मंडेला-ग्राका मचेल नवाचार पुरस्तार से सम्मानित किया गया था.

एक समर्पित तैराक

अमेरिका के एक पैरालम्पिक तैराक जमाल हिल, टिकाऊ विकास लक्ष्यों के 2022 के चैम्पियनों में शामिल किये गए हैं.

जमाल हिल ने टोक्यो 2020 पैरालिम्पिक खेलों में, एक तैराक के रूप में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करते हुए कांस्य पदक जीता है.

वह अन्य लोगों को तैरना सीखने में मदद करने के लिये समर्पित है, और हर साल डूबने वाले लोगों की संख्या में कमी करने में योगदान करते हैं.

जमाल हिल विकलांग युवाओं सहित दुनिया भर के लाखों लोगों को तैराकी शिक्षा संसाधन, अवसर और प्रेरणा प्रदान करने के लिये अपने वैश्विक मंच का उपयोग करते हैं.

स्वास्थ्य, फ़ैशन और मानवाधिकार

मदाया आदिल, एक सूडानी मूल की मेडिकल डॉक्टर, फ़ैशन डिज़ायनर और महिलाओं व शरणार्थियों अधिकारों की पैरोकार हैं जो फ़्रांस में रहती हैं. उन्हें 2022 के एसडीजी चैम्पियनों की सूची में शामिल किया गया है.

मायादा आदिल एक सूडानी चिकित्सक, फ़ैशन डिज़ायनर और स्वास्थ्य समानता के लिये महिला अधिकार पैरोकार व एक शरणार्थी अधिकार कार्यकर्ता हैं.

मायादा आदिल ने फ्रांस में रहते हुए, लिंग-आधारित हिंसा को समाप्त करने के लिये ख़ास अभियानों पर काम किया है, विशेष रूप से सूडान और माली में महिला जननांग विकृति के ख़िलाफ.

मायादा आदिल को वर्ष 2021 में फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने, सूडान के लिये हुए पेरिस सम्मेलन में, सूडानी युवाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिये चुना था.

उन्होंने ‘जैनरेशन इक्वेलिटी फ़ोरम’ में सूडानी महिलाओं का प्रतिनिधित्व किया है.

फ्रांस में मायादा आदिल ने शरणार्थी महिलाओं को समस्त समाजों और समुदायों में एकीकृत करने के महत्व को रेखांकित किया है.

वर्ष 2022 के सभी 17 चैम्पियन या एसडीजी पैरोकारों के बारे में विस्तृत जानकारी यहाँ उपलब्ध है.