महारानी ऐलिज़ाबेथ द्वितीय: ‘व्यापक बदलावों’ के दशकों में ‘आश्वस्तकारी मौजूदगी’
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने गुरूवार को ब्रिटेन की महारानी ऐलिज़ाबेथ द्वितीय के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है.
महारानी एलिज़ाबेथ ब्रिटेन की सबसे लम्बे समय तक जीवित रहने वाली साम्राज्ञी और सबसे लम्बे समय तक रहीं राष्ट्र प्रमुख थीं.
महासचिव ने बुधवार को जारी अपने वक्तव्य में कहा कि 96 वर्षीया महारानी की, उनके विनम्र व्यवहार, गरिमा व समर्पण के लिये विश्व भर में प्रशंसा की जाती रही है.
शीर्षतम यूएन अधिकारी ने अपने शोक सन्देश में कहा कि अफ़्रीका व एशिया में उपनिवेशवाद से मुक्ति समेत व्यापक बदलावों से भरे दशकों के दौरान, उनकी उपस्थिति भरोसा बंधाती थी.
महासचिव ने ध्यान दिलाया कि महारानी ऐलिज़ाबेथ द्वितीय, संयुक्त राष्ट्र की एक अच्छी मित्र थीं, और उन्होंने न्यूयॉर्क में यूएन मुख्यालय का 50 वर्षों से अधिक समय के अन्तराल में दो बार दौरा किया.
“वह अनेक परोपकारी और पर्यावरणीय मुहिमों के लिये प्रतिबद्ध थीं, और ग्लासगो में कॉप26 जलवायु वार्ता के दौरान भावुक ढंग से प्रतिनिधियों के सम्मुख अपनी बात रखी.”
“मैं महारानी ऐलिज़ाबेथ द्वितीय को अपने लोगों के लिये सेवारत रहने के उनके अटल, जीवन-पर्यन्त समर्पण के लिये श्रृद्धांजलि अर्पित करता हूँ.”
निष्ठा और नेतृत्व
यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने शोक संतप्त परिवार, ब्रिटेन की सरकार व जनता और वृहद राष्ट्रमण्डल देशों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है.
“विश्व, उनकी निष्ठा व नेतृत्व के लिये उन्हें लम्बे समय तक याद रखेगा.”
महारानी ऐलिज़ाबेथ द्वितीय का निधन स्कॉटलैण्ड के बालमोरल क़िले में हुआ, जहाँ शाही परिवार के सदस्य ग्रीष्म ऋतु में अक्सर अवकाश व आराम करने के लिये आते हैं.
पिछले एक वर्ष में, उन्होंने अपने कुछ राजसी दायित्वों को अपने सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स को सौंप दिया था, जोकि उनकी गद्दी के उत्तराधिकारी हैं.
मई 2022 में संसद सत्र के आरम्भ होने पर, प्रिंस चार्ल्स ने सभापति का दायित्व सम्भाला, और 1963 के बाद यह पहली बार था, जब महारानी ऐलिज़ाबेथ ने इस संसदीय कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया.
कुछ ही महीने पहले ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपना त्यागपत्र दे दिया, जिसके बाद लिज़ ट्रस ने नए प्रधानमंत्री के तौर पर ज़िम्मेदारी संभाली है.
लिज़ ट्रस मंगलवार को स्कॉटलैण्ड में शाही क़िले गईं, जहाँ उन्हें औपचारिक रूप से सरकार गठन के लिये कहा गया.
महारानी ऐलिज़ाबेथ की राजशाही के दौरान ब्रिटेन ने विंस्टन चर्चिल के बाद से अब तक 15 प्रधानमंत्री देखे.
महारानी का जीवन
महारानी ऐलिज़ाबेथ द्वितीय, 6 फ़रवरी 1952 को अपने पिता किंग जॉर्ज - VI के निधन के बाद केवल 25 वर्ष की आयु में गद्दी पर बैठीं.
इसके अगले वर्ष, यानि 1952 के जून महीने में उनकी ताजपोशी की गई.
फ़रवरी 2022 में, राष्ट्रमण्डल के लिये 70 वर्षों की सेवा के अवसर पर, ब्रिटेन में महारानी की ‘प्लेटिनम जुबली’ के अवसर पर सिलसिलेवार जश्न व कार्यक्रमों की शुरुआत की गई थी.
महारानी ऐलिज़ाबेथ अपनी राजशाही के दौरान अनेक बड़ी घटनाओं की साक्षी रहीं, जिनमें द्वितीय विश्व युद्ध, अफ़्रीकी व एशियाई देशों की उपनिवेशवाद से मुक्ति और हाल के समय में योरोपीय संघ से ब्रिटेन का अलग होना शामिल हैं.
अलविदा महारानी ऐलिज़ाबेथ
महारानी के निधन की घोषणा के बाद, लन्दन के शाही निवास - बकिंघम पैलेस के बाहर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो रहे हैं, जबकि स्कॉटलैण्ड के बालमोरल में भी भारी वर्षा के बावजूद लोगों का ताँता लगा हुआ है.
शाही परिवार की आधिकारिक वैबसाइट, उनके निधन के तुरन्त बाद अस्थाई रूप से उपलब्ध नहीं थी, लेकिन उस पर महारानी के निधन का समाचार प्रकाशित किया गया है.
बताया गया है कि उनके सुपुत्र प्रिंस चार्ल्स और उनकी चार्ल्स की पत्नी कैमिला, गुरूवार शाम बालमोरल में भी रहेंगे और शुक्रवार को उनकी लन्दन वापसी होगी.
समाचार माध्यमों के अनुसार, महारानी ऐलिज़ाबेथ द्वितीय के अन्तिम संस्कार से पहले, 10 दिनों के शोक की घोषणा की जाएगी.