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दुबई ऐक्सपो में संयुक्त राष्ट्र: जानने योग्य 5 बातें

दुबई ऐक्सपो (विश्व मेला) 2020, संयुक्त अरब अमीरात के दुबई शहर में हो रहा है जो मार्च 2022 तक चलेगा. कोविड-19 के कारण, इसका आयोजन शुरू होने में देरी हुई है.
UN News/Maher Nasser
दुबई ऐक्सपो (विश्व मेला) 2020, संयुक्त अरब अमीरात के दुबई शहर में हो रहा है जो मार्च 2022 तक चलेगा. कोविड-19 के कारण, इसका आयोजन शुरू होने में देरी हुई है.

दुबई ऐक्सपो में संयुक्त राष्ट्र: जानने योग्य 5 बातें

यूएन मामले

वर्ष 2020 में होने वाला दुबई ऐक्सपो, कुछ देरी के कारण, शुक्रवार 1 अक्टूबर को शुरू हो रहा है, जो 6 महीने तक चलेगा. यह मध्य पूर्व में होने वाला इस तरह का अपने आप में अनूठा और विशाल मेला है.

संयुक्त राष्ट्र दुबई ऐक्सपो में अपने एक समर्पित हब – “UN Hub” के ज़रिये अपनी गतिविधियाँ व कार्यक्रम प्रदर्शित करेगा. इनमें विश्व की समस्याओं का सामना करने और समाधान तलाश करने में इस संगठन की भूमिका के बारे में जानकारी पेश की जाएगी. आधे वर्ष तक चलने वाले इस मेले - दुबई ऐक्सपो के सन्दर्भ में कुछ महत्वपूर्ण बातें...

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1) ऐक्सपो क्या होते हैं?

ऐक्सपो को “दुनिया का मेला” नाम से भी जाना जाता है और ये मेले, लगभग दो शताब्दियों से विभिन्न रूपों में नज़र आते रहे हैं. इनमें, देशों को अपनी नई टैक्नलॉजी, उत्पाद और विचार, दुनिया के सामने रखने का मौक़ा मिलता है.

परिवहन के आसान और व्यापक साधन शुरू होने से पहले के दौर में, ये मेले, बहुत से लोगों के लिये, अन्य लोगों की संस्कृतियों को जानने-समझने और अनुभव करने का अवसर मुहैया कराते थे, साथ ही दुनिया की खोज करने का भी. 

19वीं शताब्दी के कुछ विश्व मेलों ने तो, अपने मेज़बान देशों में, बहुत व्यापक और दीर्घकालीन असर छोड़ा है.

उदारण के लिये, वर्ष 1851 में, लन्दन में एक विशाल प्रदर्शनी का आयोजन हुआ था, जो कच्चे दिखने वाले लोहे और शीशे से बनी एक इमारत – ‘द क्रिस्टल पैलेस’ में लगी. इस प्रदर्शनी में, औद्योगिक क्रान्ति के सुखद परिणाम दिखाए गए थे.

इसी तरह 1889 में एक विश्व प्रदर्शनी पेरिस में लगी जिसमें ऐफ़िल टॉवर भी, एक ख़ास कृति थी. जबकि आलोचकों ने उस ढाँचे को एक कुरूप आकार बताया था जिसे और प्रदर्शनी के बाद ढहा दिये जाने की सिफ़ारिश की थी.

उसके बाद, दुनिया के विभिन्न हिस्सों के लिये यात्रा करना लगातार आसान और बेहतर होता गया है, मगर इसके बावजूद, 20वीं सदी में भी, बहुत से विश्व मेलों ने, अपने मेज़बान शहरों में, स्थाई प्रभाव व पहचान छोड़े हैं.

मिसाल के तौर पर, अमेरिकी शहर सियेटल में, वर्ष 1962 के विश्व मेले के लिये बनाया गया शानदार प्रतीक – Space Needle, या फिर ब्रसेल्स में 1958 के विश्व मेले के लिये बनाया गया ढाँचा – Atomium.

2) दुबई ऐक्सपो (विश्व मेले) में क्या हो रहा है?

दुबई ऐक्सपो को अरब दुनिया में होने वाला इस तरह का सबसे बड़ा आयोजन बताया जा रहा है. यह आयोजन कोविड-19 के कारण गम्भीर रूप से प्रभावित हुआ है जिसके कारण, आयोजकों को इसे वर्ष 2021 के लिये स्थगित करना पड़ा.

ऐसी उम्मीद की जा रही है कि दुबई ऐक्सपो के आयोजन से, संयुक्त अरब अमीरात की अर्थव्यवस्था की पुनर्बहाली तेज़ी से शुरू करने में मदद मिलेगी, ख़ासतौर से पर्यटन में फिर से जान फूँकने में, जोकि देश की आमदनी का एक प्रमुख क्षेत्र है.

ये विश्व मेला, सैलानियों को लुभाने के लिये, रेगिस्तानी इलाक़े में, 4.3 वर्ग किलोमीटर के विशाल दायरे में लगाया जा रहा है. इसमें 200 पविलियन यानि मण्डप होंगे.

बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में ये ऑटोमियम इमारत, 1958 में ब्रसेल्स विश्व मेला के लिये बनाई गई थी.
Unsplash/Wilber Díaz
बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में ये ऑटोमियम इमारत, 1958 में ब्रसेल्स विश्व मेला के लिये बनाई गई थी.

सैलानियों को, सांस्कृतिक अनुभव, मनोरंजन, और शैक्षणिक प्रदर्शनियों व चर्चाओं का आकर्षण पेश किया जा रहा है.

दुबई ने भी विश्व मेलों में नवाचार व कलात्मक वास्तु ढाँचों की परम्परा को जारी रखा है और दुबई ऐक्सपो में ‘अल वस्ल गुम्बद’ का निर्माण किया गया है, जोकि इसका प्रमुख आकर्षण है.

यह दुनिया का ऐसा सबसे विशाल गुम्बद है जिसे सीधे ज़मीन से कोई सहारा नहीं दिया गया है और इसमें 360 डिग्री नज़ारे का विशाल दायरा मौजूद है. 

192 देशों के मण्डपों के साथ-साथ, तीन विशेष मण्डप बनाए गए हैं जो अवसर, सचलता और सततता के विषयों पर केन्द्रित हैं. इसमें से एक मण्डप का नाम है – Mission Possible यानि “मिशन सम्भव” जिसमें ‘यूएन हब’ स्थित है.

3) यूएन हब में क्या देखा जा सकता है?

यूएन हब में, अनेक कार्यक्रम व गतिविधियों की योजना बनाई गई है, जिनमें लम्बी अवधि के अनुभव, सम्वाद मूलक (interactive) प्रदर्शनियाँ, कार्यशालाएँ, फ़िल्म शो, पैरोकारी अभियान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और कुछ अधिष्ठापन (installations). 

साथ ही, टिकाऊ विकास लक्ष्यों (SDGs), निर्धनता कम करने के लिये वैश्विक स्तर पर सहमत लक्ष्यों और शान्ति व समता को बढ़ावा देने, व विश्व पर्यावरण की रक्षा करने जैसे मुद्दों के इर्द-गिर्द परिचर्चाएँ भी आयोजित होंगी.

ध्यान रहे कि टिकाऊ विकास लक्ष्यों पर, निर्धनता कम करने और शान्ति व समानता को बढ़ावा देने और दुनिया के पर्यावरण के रक्षा के इरादे से वैश्विक सहमति हुई है.

दुबई ऐक्सपो में, यूएन हब की गतिविधियाँ और प्रबन्धन, संयुक्त अरब अमीरात में यूएन रैज़िडैण्ट कोऑर्डिनेटर – दीना अस्साफ़ की अगुवाई में चलेंगी. उन्हें ऐक्सपो में संयुक्त राष्ट्र के उप महा-आयुक्त और देश में यूएन टीम का समर्थन भी मिलेगी. 

दुबई ऐक्सपो में यूएन गतिविधियों व कार्यक्रमों के बारे में और ज़्यादा जानकारी यहाँ उपलब्ध होगी.
अनेक प्रदर्शनियों में टिकाऊ विकास लक्ष्यों की कला और फ़ोटोग्राफ़ी के ज़रिये रचनात्कमक अभिव्यक्ति की झाँकी पेश की जाएगी.

यूएई के साथ, संयुक्त राष्ट्र का सफ़र और साझेदारी की झलकियों के साथ-साथ, दुनिया भर में अनेक मुद्दों पर संयुक्त राष्ट्र के ठोस कामकाज के बारे में और ज़्यादा जानकारी मुहैया कराई जाएगी.

24 अक्टूबर को, यूएन दिवस पर, अनेक कार्यक्रम व गतिविधियाँ आयोजित होंगी जिनमें एक आधिकारिक समारोह अल वस्ल गुम्बद में आयोजित होगा, जिसमें ‘ऐमिरेट्स यूथ सिम्फ़नी ऑरकेस्ट्रा’ (EYSO) की प्रस्तुति भी होगी.

4) दुबई ऐक्सपो 2020 में, संयुक्त राष्ट्र की मौजूदगी?

दुबई- बुर्ज अल अरब जुमेराह
UN News/Jing Zhang
दुबई- बुर्ज अल अरब जुमेराह

दुबई ऐक्सपो छह महीने चलकर, मार्च 2022 में ख़त्म होगा. ऐक्सपो के इन छह महीनों के दौरान दुनिया भर से, लाखों लोगों के, दुबई पहुँचने की सम्भावना है. 

संयुक्त राष्ट्र के लिये, अपना कामकाज लोगों के सामने लाने और यह बताने के लिये, यह ऐक्सपो एक बेहतरीन मौक़ा है कि वैश्विक चुनौतियों पर पार पाने के लिये, इस संगठन भूमिका केन्द्रीय क्यों है. इनमें कोविड-19 महामारी, जलवायु परिवर्तन और टिकाऊ विकास लक्ष्यों (SDGs) की प्राप्ति जैसे मुद्दे शामिल हैं.

दुबई ऐक्सपो के लिये संयुक्त राष्ट्र के महाआयुक्त (Commissioner-General) माहेर नासेर ने यूएन न्यूज़ से कहा कि दुबई ऐक्सपो का मुख्य विषय (Theme) है - “Connecting Minds, Creating the Future” और इसका मुख्य ध्यान टिकाऊ विकास लक्ष्यों पर भी है, तो इसमे संयुक्त राष्ट्र की मौजूदगी, इस मेले में आने वाले भागीदारों व सैलानियों के साथ जुड़ने के लिये, संगठन की सामर्थ्य में इज़ाफ़ा करती है.

माहेर नासेर ने कहा, “अभी तक के कामकाज व इन्तज़ाम की जो गुणवत्ता और स्तर देखे गए हैं, उससे तो यही लगता है कि यूएन हब, विश्व के सामने दरपेश विभिन्न चुनौतियों और उन पर पार पाने के लिये एकजुट होकर काम करने की महत्ता के बारे में, एक बेहतर समझ पैदा करेगा.”

यूएन अधिकारी ने कहा, “इससे और ज़्यादा साझेदारियों के लिये ज़मीन तैयार होगी, जिससे आगन्तुकों को और ज़्यादा जुड़ाव वाले नागरिक बनने के लिये प्रोत्साहन मिलेगा; और विश्व भर की आबादी व पृथ्वी ग्रह के भविष्य के लिये महत्वपूर्ण मुद्दों पर कार्रवाई करने के लिये, प्रतिबद्धता नज़र आ सकेगी.”

यूएई में यूएन रैज़िडैण्ट कोऑर्डिनेटर दीना अस्साफ़ ने बताया कि देश में संयक्त राष्ट्र की टीम, यूएन हब के ज़रिये, सम्पर्क बढ़ाने और दुनिया भर में संयुक्त राष्ट्र के प्रभाव और महत्व प्रदर्शित करने में सहयोग करेगी.

उन्होंने कहा कि दुबई ऐक्सपो, दुनिया के सामने एक ऐसा उदाहरण भी पेश करेगी कि मानवता, किस तरह महामारी से उबर सकती है और एक बार फिर, सुरक्षा के साथ, जश्न मनाते हुए, सभी के लिये उम्मीद की मशाल रौशन कर सकती है.

5) और ज़्यादा जानकारी कहाँ से मिल सकती है?

दुबई ऐक्सपो के लिये यूएन हब पन्ना यहाँ उपलब्ध है, और छह महीनों के दौरान, गतिविधियों व कार्यक्रमों के बारे में यहाँ ताज़ा जानकारी उपलब्ध कराई जाती रहेगी.

साथ ही, संयुक्त अरब अमीरात में संयुक्त राष्ट्र की समर्पित वेबसाइट पर भी जानकारी देखी जा सकती है.

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