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यहूदीवाद-विरोध और नफ़रत से लड़ाई में ‘आपसी एकजुटता अहम’

यूएन महासचिव न्यूयॉर्क में एक यहूदी उपासना स्थल में आयोजित प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए. (31 अक्टूबर 2018)
UN Photo/ Rick Bajornas
यूएन महासचिव न्यूयॉर्क में एक यहूदी उपासना स्थल में आयोजित प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए. (31 अक्टूबर 2018)

यहूदीवाद-विरोध और नफ़रत से लड़ाई में ‘आपसी एकजुटता अहम’

मानवाधिकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने विश्व भर में यहूदी समुदाय, संस्थाओं और प्रतिष्ठानों पर बढ़ते हमलों की पृष्ठभूमि में आगाह किया है कि यहूदियों के प्रति नफ़रत एक वैश्विक संकट का आकार ले रही है. इस चुनौती से निपटने के लिए उन्होंने यहूदी जनसंहार (हॉलोकॉस्ट) से सबक लेने और आपसी एकजुटता की अहमियत पर बल दिया है. 
 

न्यूयॉर्क के ऐतिहासिक यहूदी उपासना स्थल पार्क ईस्ट सिनेगॉग में यहूदी जनसंहार – हॉलोकॉस्ट – का वार्षिक स्मरण समारोह आयोजित हुआ जिसमें यूएन महासचिव ने दुनिया भर में बढ़ते यहूदीवाद-विरोध पर गहरी चिंता जताई.

उन्होंने कहा कि नफ़रत फैलने के इस दौर में आपसी एकजुटता की पहले से कहीं अधिक आवश्यकता है. 

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उन्होंने ज़हर बुझी विचारधारा फैला रहे नव-नात्ज़ी और श्वेत वर्चस्ववादी समूहों के उभार पर क्षोभ ज़ाहिर करते हुए कहा कि ऑनलाइन माध्यमों पर युवाओं के मन में विष घोला जा रहा है.

महासचिव गुटेरेश ने कहा कि यहूदी यातना शिविर ‘आउशवित्ज़’ के भयावह विवरण मानवता को व्यथित कर देने वाले हैं.

हॉलोकॉस्ट से मिले सबक़को हमेशा ध्यान में रखना ज़रूरी है ताकि ऐसे जनसंहार फिर कभी ना दोहराया जाएँ.

उन्होंने आगाह किया कि पूर्वाग्रह और नफ़रत असुरक्षा, हताश उम्मीदों, अज्ञानता और ईर्ष्या पर फलती-फूलती है, इसलिए सामाजिक जुड़ाव को प्रोत्साहन देने वाली नफ़रत के बुनियादी कारणों से निपटने वाले नेतृत्व की हर स्तर पर आवश्यकता है.

यहूदीवाद-विरोध को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए समाज के हर हिस्से के प्रयासों को अहम बताया गया है और ऐसा पारस्परिक सम्मान की भावना के साथ करना होगा. 

सोमवार को अंतरराष्ट्रीय हॉलोकॉस्ट स्मरण दिवस मनाया जाएगा.

उससे कुछ दिन पहले संयुक्त राष्ट्र ने नात्ज़ियों के एक सबसे बड़े यहूदी यातना शिविर ‘आउशवित्ज़-बर्केनाउ’ के 75 साल होने पर एक मर्मस्पर्शी फ़ोटो प्रदर्शनी लगाई है.

नात्ज़ी क़ब्ज़े वाले पोलैंड में स्थित इस शिविर में क़रीब 11 लाख लोगों की हत्या कर दी गई थी. हर दस पीड़ितों में से 9 यहूदी थे. 

यूएन प्रमुख ने सचेत किया है कि यहूदीवाद-विरोध और पूर्वाग्रहों के अन्य स्वरूपों के ख़िलाफ़ सामूहिक प्रयास करना महत्वपूर्ण हैं ताकि सभी के लिए सम्मान और मानवाधिकार सुनिश्चित किए जा सकें.