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उथल-पुथल भरे दौर में युवाओं पर टिकी उम्मीदें

जॉर्डन में फ़लस्तीनी शरणार्थी बच्चों के लिए संचालित एक स्कूल में बच्चों के साथ यूएन महासचिव.
UN Photo
जॉर्डन में फ़लस्तीनी शरणार्थी बच्चों के लिए संचालित एक स्कूल में बच्चों के साथ यूएन महासचिव.

उथल-पुथल भरे दौर में युवाओं पर टिकी उम्मीदें

शान्ति और सुरक्षा

एक ऐसे समय में जब हर तरफ़ अनिश्चितता और असुरक्षा का माहौल है, विश्व के युवजन ही एक बेहतर दुनिया के निर्माण के लिए सभी की उम्मीद का महानतम स्रोत हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने नववर्ष 2020 के लिए अपने शुभकामना संदेश में यह बात कही है. 

यूएन प्रमुख ने अपने संदेश में लगातार बढ़ती असमानता, पनपती नफ़रत, हिंसक संघर्षों व गर्म होती पृथ्वी को स्पष्ट ख़तरा क़रार दिया है. उन्होंने कहा, “हम एक ऐसी पीढ़ी नहीं बने रह सकते जो पृथ्वी को जलते हुए देखकर भी हाथ पर हाथ धरे बैठी रही.”

लेकिन उन्होंने भरोसा जताया कि उम्मीद अब भी क़ायम है और इस उम्मीद के महानतम स्रोत विश्व के युवजन हैं.

“जलवायु परिवर्तन से लेकर लिंग समानता, सामाजिक न्याय और मानवाधिकार, आपकी पीढ़ी अग्रिम मोर्चों पर और सुर्ख़ियों में है. मैं आपके जुनून और दृढ़ संकल्प से प्रेरित महसूस कर रहा हूँ.”

महासचिव गुटेरेश ने स्पष्ट किया कि भविष्य को आकार देने में एक भूमिका निभाने की युवाओं की माँग बिल्कुल जायज़ है और इस ज़िम्मेदारी को निभाने में वह उनके साथ हैं.

“संयुक्त राष्ट्र आपके साथ खड़ा है – और ये संगठन आपका ही है.”

उन्होंने ध्यान दिलाया कि वर्ष 2020 संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगाँठ है और साथ ही टिकाऊ विकास लक्ष्यों के लिए कार्रवाई का दशक भी शुरू हो रहा है. 

अपने संदेश को समाप्त करते हुए उन्होंने पुकार लगाई कि “अपनी आवाज़ बुलंद करने के लिए दुनिया को युवजन की ज़रूरत है. बड़ा सोचते रहें. अपनी सीमाओं का दायरा बढ़ाते रहें. और दबाव बनाए रखें. मैं आप सभी के लिए वर्ष 2020 में शांति और ख़ुशहाली की कामना करता हूँ.”