मोज़ाम्बीक़ की मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने गुरुवार को मोज़ाम्बीक़ की यात्रा शुरू करते हुए वहाँ विनाशकारी चक्रवाती तूफ़ानों – इडाई और कैनेथ – से प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता का प्रदर्शन किया. यूएन प्रमुख ने तूफ़ानों से हुई तबाही के बाद पुनर्निर्माण कार्यों में मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से और अधिक प्रयास करने की पुकार लगाई है.
महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मोज़ाम्बीक़ के राष्ट्रपति फ़िलिपे न्यूसी से मुलाक़ात के बाद पत्रकारों को बताया, “मोज़ाम्बीक़ की यात्रा मेरे दिल के क़रीब है.”
इससे पहले भी वह पुर्तगाल के प्रधानमंत्री और यूएन शरणार्थी एजेंसी के हाई कमिश्नर के तौर पर वहां का दौरा कर चुके हैं.
उन्होंने बताया कि यहां मित्रों के बीच वह हमेशा परिवार जैसा अपनापन महसूस करते हैं.
2019 के मार्च और फिर अप्रैल महीनों के दौरान ‘इडाई’ और ’कैनेथ’ नामक दो चक्रवाती तूफ़ानों से मोज़ाम्बीक़ में 20 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए थे.
चरम जलवायु की परिस्थितियों से ये दो प्राकृतिक आपदाएं और घातक हो गईं.
“जलवायु परिवर्तन में मोज़ाम्बीक़ का कोई ख़ास योगदान नहीं है लेकिन वैश्विक तापमान में बढ़ोत्तरी के दुष्प्रभावों से पीड़ित देशों में वो शामिल है.”
I’m grateful for the warm welcome to Mozambique. I am here to express my solidarity with the Mozambican people. Their strength and resilience in the aftermath of two devastating cyclones are an inspiration to continue pushing for more urgent and decisive #ClimateAction. pic.twitter.com/C4G5Zs3M3u
antonioguterres
गुरुवार को यूएन प्रमुख मोज़ाम्बीक़ की राजधानी मापुतो पहुंचे जहां मुख्य हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया गया.
महासचिव गुटेरेश ने ध्यान दिलाया कि मोज़ाम्बीक़ में स्थानीय लोगों को संवेदनशील और नाज़ुक हालात में रहना पड़ रहा है और इस कारण उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मज़बूत एकजुटता और समर्थन की मांग करने का अधिकार है.
उन्होंने आश्वासन दिया कि मोज़ाम्बीक़ यूएन एजेंसियों की प्राथमिकताओं में शामिल हैं और यूएन एजेंसियां राहत और पुनर्निर्माण कार्यों में मोज़ाम्बीक़ सरकार के साथ मिलकर काम कर रही हैं.
यूएन प्रमुख ने संगठित तौर पर प्रभावी अभियान चलाए जाने और स्थानीय लोगों के असाधारण साहस की प्रशंसा की. शुरुआती चरण में प्रभावित लोगों तक तत्काल राहत पहुंचाने पर ध्यान केंद्रित किया गया था लेकिन अब यह अभियान पुनर्निर्माण प्रक्रिया पर लक्षित है.
पुनर्निर्माण प्रक्रिया के ज़रिए स्थानीय समुदायों की सहनशीलता बढ़ाने पर ज़ोर होगा ताकि वे आने वाले समय में इस तरह की आपदाओं का सामना बेहतर ढंग से कर सकें.
“इन सभी चरणों में संयुक्त राष्ट्र मोज़ाम्बीक़ की जनता के साथ रहेगा. स्वाभाविक है कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मोज़ाम्बीक़ के लोगों का समर्थन करने के लिए कहेंगे और मोज़ाम्बीक़ को समर्थन देने के लिए भी, ताकि पुनर्निर्माण के स्तर की चुनौती से निपटा जा सके.”
मोज़ाम्बीक़ में पुनर्निर्माण कार्यों में मदद के लिए हाल ही में एक ‘संकल्प सम्मेलन’ का आयोजन किया गया था. सरकार ने तीन अरब 20 करोड़ डॉलर राशि जुटाने में मदद के लिए अपील की है लेकिन सम्मेलन में एक अरब 20 करोड़ डॉलर के वादे ही किए गए.
संयुक्त राष्ट्र ने भी 28 करोड़ डॉलर की सहायता की अपील की थी लेकिन उसे भी पूरा समर्थन नहीं मिल पाया है.
“मोज़ाम्बीक़ में प्रभावी कार्रवाई के लिए अंतरराष्ट्रीय समदाय से और ज़्यादा सहायता व समर्थन की आवश्यकता होगी.और सिर्फ़ और समर्थन नहीं बल्कि समर्थन के वादों के बाद उन पर तेज़ी से अमल भी हो. अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एकजुटता के संबंध में यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. हमें सिर्फ़ समर्थन व्यक्त भर नहीं करना है, बल्कि समय पर समर्थन देना है.”
महासचिव गुटेरेश शुक्रवार सुबह मोज़ाम्बीक़ के दूसरे सबसे बड़े शहर बेयरा का दौरा करेंगे जो चक्रवाती तूफ़ान ‘इडाई’ से सबसे ज़्यादा प्रभावित हुआ था.
संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक़ तूफ़ान की वजह से बेयरा शहर में क़रीब 90 फ़ीसदी बुनियादी ढांचे को नुक़सान हुआ है.
बेयरा में यूएन प्रमुख स्थानीय प्रशासन के प्रतिनिधियों से मिलेंगे, एक क्षतिग्रस्त स्कूल का दौरा करेंगे, और विकलागों व एक महिला संगठन के साथ मुलाक़ात करेंगे.
साथ ही एक पुनर्वास शिविर का दौरा करने का भी कार्यक्रम है.