इंटरव्यू: दिल्ली में साँसों का संकट
भारत की राजधानी दिल्ली में पर्यावरण प्रदूषण ख़तरनाक स्तर पर पहुँच गया है जिसके मद्देनज़र वहाँ स्वास्थ्य एमरजेंसी घोषित की गई है. दिल्ली के कुछ इलाक़ों में वायु प्रदूषण विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय की गई सीमा से 30 गुना ज़्यादा ख़तरनाक स्तर पर पहुँच गया है.
भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने भी इस स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए विभिन्न सरकारों को ठोस कार्रवाई करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि विभिन्न सरकारें अपनी कमियों का दोष एक दूसरे पर मढ़ रहे हैं जबकि स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम यूएनडीपी ने दिल्ली में वायु प्रदूषण के इस संकट पर संज्ञान लेते हुए कुछ प्रयास करने शुरू किए हैं. इसी स्थिति पर यूएन न्यूज़-हिन्दी की अंशु शर्मा ने यूएनडीपी की भारत में कार्यक्रम अधिकारी प्रीति सोनी से बातचीत की और जानना चाहा कि समस्या से कैसे निपटा जा सकता है.
अंशु शर्मा ने पहला सवाल यही पूछा कि दिल्ली में ये स्थिति पैदा क्यों हुई है और हर साल अक्टूबर व नवंबर में हालात इतने गंभीर क्यों हो जाते हैं...