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'मेरे किसान मेरे साथ हैं'

'मेरे किसान मेरे साथ हैं'

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कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैं जहां महिलाएं बड़ी ज़िम्मेदारियां संभालती हैं लेकिन उनके योगदान को कई बार नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है. छोटे किसानों, विशेषकर महिला किसानों के सामने आने वाली मुश्किलों को कम करने की ललक के साथ और ऑरगैनिक या जैविक खेती के क्षेत्र में नई संभावनाओं से प्रेरित होकर नेहा उपाध्याय ने 'गुण ऑरगैनिक्स' नाम के एक एनजीओ की शुरुआत की.

उनकी टीम ने लद्दाख में महिला किसानों के साथ काम करना शुरू किया और पोषक तत्वों से परिपूर्ण कृषि उत्पादों को दिल्ली सहित अन्य शहरों में पहुंचाया.

किसानों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने के उद्देश्य के तहत यह पहल पर्यावरण अनुकूल तकनीकों को भी बढ़ावा दे रही है और किसानों में सोलर ड्रायर, सोलर कुकर का वितरण किया गया है.

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नेहा उपाध्याय ने बताया कि वह हमेशा से महिला किसानों के साथ एक सामाजिक उपक्रम शुरू करना चाहती थीं. इस रास्ते पर उन्हें बड़ी चुनौतियां आईं और अब भी उनका सामना करना पड़ रहा है लेकिन उनकी असली ताक़त उनके किसान हैं जो आगे बढ़ने में मदद करते हैं.

अवधि
8'19"
Photo Credit
UNDP Eurasia/Tajikistan