भारत: वायु प्रदूषण के ख़तरनाक स्तर ने बढ़ाई चिन्ता
भारत के उत्तरी हिस्से में सितम्बर-अक्टूबर के महीने, अक्सर अपने साथ वायु प्रदूषण की गम्भीर चुनौती लेकर आते हैं. राजधानी नई दिल्ली और आसपास के इलाक़ों में, वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण के अलावा, छोटे व मध्यम स्तर के उद्योग, कोयला आधारित उद्योग, अपशिष्ट का कुप्रबन्धन व डीज़ल जेनरेटर आदि प्रदूषित वायु के प्रमुख स्रोत हैं.
इससे इतर, कुछ प्रदेशों में किसानों द्वारा पराली जलाने से समस्या और भी गम्भीर हो जाती है.
भारत में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, यूनेप के कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर सुमित शर्मा ने, हमारी सहयोगी अंशु शर्मा से बातचीत के दौरान आगाह किया है कि राजधानी में ज़हरीले कणों का वर्तमान स्तर, सबसे ख़तरनाक श्रेणी में पहुँच चुका है, जिससे निवासियों के स्वास्थ्य पर बेहद गम्भीर असर पड़ेगा...
भारत के उत्तरी हिस्से में सितम्बर-अक्टूबर के महीने, अक्सर अपने साथ वायु प्रदूषण की गम्भीर चुनौती लेकर आते हैं. राजधानी नई दिल्ली और आसपास के इलाक़ों में, वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण के अलावा, छोटे व मध्यम स्तर के उद्योग, कोयला आधारित उद्योग, अपशिष्ट का कुप्रबन्धन व डीज़ल जेनरेटर आदि प्रदूषित वायु के प्रमुख स्रोत हैं.
इससे इतर, कुछ प्रदेशों में किसानों द्वारा पराली जलाने से समस्या और भी गम्भीर हो जाती है.
भारत में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, यूनेप के कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर सुमित शर्मा ने, हमारी सहयोगी अंशु शर्मा से बातचीत के दौरान आगाह किया है कि राजधानी में ज़हरीले कणों का वर्तमान स्तर, सबसे ख़तरनाक श्रेणी में पहुँच चुका है, जिससे निवासियों के स्वास्थ्य पर बेहद गम्भीर असर पड़ेगा...