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चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने में सक्रिय भारतीय शान्तिरक्षक

भारतीय पशु-चिकित्सक शाबा में चरवाहों को पशु चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहे हैं.
UNIFIL
भारतीय पशु-चिकित्सक शाबा में चरवाहों को पशु चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहे हैं.

चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने में सक्रिय भारतीय शान्तिरक्षक

मानवीय सहायता

कोविड-19 संकट कारण बहुत सी आवश्यक सेवाएँ प्रभावित हुई हैं, जिससे दुनियाभर में संयुक्त राष्ट्र के शान्तिरक्षकों के सामने नई चुनौतियाँ खड़ी हो गई हैं. लेबनान में संयुक्त राष्ट्र के अन्तरिम बल यानि यूनीफ़िल की भारतीय टुकड़ी ने इलाक़े में ज़रूरी दवाओं और पशु चिकित्सा सेवाओं के अभाव को देखते हुए, आसपास के गाँवों के लिए मेडिकल राहत सामग्री मुहैया कराई है. 

कोविड संकट से उपजे हालात के कारण लेबनान में शाबा नगर निगम में गाँव के दवाख़ाने में कुछ ख़ास चिकित्सा दवाओं की भारी कमी हो गई थी.

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तब शाबा नगरपालिका ने वहाँ तैनात भारतीय शान्तिरक्षकों की टुकड़ी से मदद माँगी. भारतीय बटालियन ने बिना कोई देरी किए 23 प्रकार की दवाएँ गाँव के औषधालय को उपलब्ध कराईं.
 
भारतीय बटालियन की यूनीफ़िल चिकित्सा अधिकारी मेजर रवदीप कौर ने अल-अरकौब यूनियन नगरपालिका क्षेत्र के गाँवों के उपयोग के लिए ज़रूरी दवाइयाँ, 29 मई को सामाजिक विकास केन्द्र के प्रमुख मोहम्मद सादी को सौंपी.

इस चिकित्सा राहत सामग्री में मुख्य रूप से साँस, पाचन समस्याओं और बाहरी उपयोग के लिए एण्टीबायोटिक्स, एनाल्जेसिक, आँखों में डालने वाली दवाई, बाल चिकित्सा सीरप, पाचन टॉनिक, मल्टी-विटामिन, त्वचा के मरहम और एण्टी-एलर्जी दवाएँ शामिल हैं.

भारतीय बटालियन द्वारा दवाइयाँ उबलब्ध कराने के अलावा, पशु चिकित्सा टीम ने लैफ्टिनेंट कर्नल उमेश मराल के नेतृत्व में 27 से 29 मई तक दक्षिण-पूर्वी लेबनान के आठ गाँवों के चरवाहों और किसानों को 12 तरह की पशु चिकित्सा दवाएँ भी बाँटीं.

इसमें जाँच और चिकित्सा परामर्श के अलावा, दवाओं का उचित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए भारतीय पशु चिकित्सकों ने चरवाहों को अरबी भाषा में लिखित निर्देश भी दिए.

चिकित्सा राहत सामग्री पहुँचाते समय और परामर्श के दौरान, कोविड-19 की रोकथाम से सम्बन्धित सभी निवारक उपायों का सख़्ती से पालन किया गया.

यूनीफ़िल के अनेक मेज़बान समुदाय कोविड-19 संकट के कारण आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान आने से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.

ऐसे में इस भारतीय सहायता से एल मैरी, कफ़र शोउबा, कफ़र हम्माम, शाबा, बुरगुज़, कोकाबा, हाल्टा और अल हेबेरिये समेत अनेक गाँवों को फ़ायदा होने की उम्मीद है.

यूनीफ़िल के शान्तिरक्षक अपने मुख्य शान्तिरक्षा कर्तव्यों के साथ-साथ मेज़बान समुदायों की मदद के लिए नियमित रूप से विभिन्न कार्य करते रहते हैं.

अपनी संचालन गतिविधियों के साथ-साथ, स्थानीय समुदाय को संकट की स्थितियों में समर्थन और सहयोग देने का ही परिणाम है कि यूनिफ़िल लगभग 14 वर्षों से इस क्षेत्र में शान्ति और स्थिरता बनाए रखने में कामयाब रहा है.