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अल्बानिया में शक्तिशाली भूकंप के बाद तेज़ी से बचाव कार्य

अल्बानिया में 6.4 तीव्रता का भूकंप, तिराना से 30 किलोमीटर पश्चिम में केंद्रित था. सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र, डुरेस का तटीय शहर और थुमेन शहर हैं.
IFRC/Albanian Red Cross
अल्बानिया में 6.4 तीव्रता का भूकंप, तिराना से 30 किलोमीटर पश्चिम में केंद्रित था. सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र, डुरेस का तटीय शहर और थुमेन शहर हैं.

अल्बानिया में शक्तिशाली भूकंप के बाद तेज़ी से बचाव कार्य

स्वास्थ्य

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कर्मचारी अल्बानिया में भूकंप के बाद वहाँ अधिकारियों की सहायता करने में लगे हैं. इस भूकंप में कम से कम 25 लोग मारे गए हैं और 650 से अधिक घायल होने की ख़बरें हैं.

मंगलवार सुबह तटीय इलाक़ों में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया जिसके बाद ड्यूरस शहर और राजधानी तिराना में आपात स्थिति घोषित कर दी गई. 

डब्लूएचओ में यूरोप के अंतरिम क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पिरोस्का ओस्टलिन ने कहा, "हम इस आपदा के पहले क्षण से ही स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बचाव और राहत के काम में लगे हैं."

वहां जगह-जगह डब्ल्यूएचओ कर्मचारी तैनात हैं और स्थानीय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ-साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम भी ड्यूरेस जाकर स्वास्थ्य की ज़रूरतों का आकलन करने में लगी है.  

प्रभावित क्षेत्र के अस्पतालों में उन सैकड़ों लोगों की चिकित्सा की जा रही है जिन्हें ज़्यादा गंभीर चोटें नहीं आई हैं.

अल्बानिया में डबल्यूएचओ के प्रतिनिधि, डॉक्टर राउल गोंजालवेज़-मॉन्टेरो ने तात्कालिक प्रतिक्रिया के लिए चिकित्सा आपदा समन्वय सेंटर की जमकर सराहना की.

उनका कहना था, "मैंने ख़ुद प्रभावित क्षेत्रों और स्वास्थ्य सुविधाओं का दौरा किया था, जहां स्वास्थ्यकर्मी आघात और दूसरी चोटों के इलाज के लिए दिन-रात काम में लगे हैं और वो इसका बहुत अच्छी तरह मुक़ाबला कर रहे हैं."

डब्ल्यूएचओ ने बताया कि भूकंप के बाद, सदमे से जीवन को उबारने और इमारत ढहने से घायल लोगों की जान बचाना ही ख़ास प्राथमिकताएँ रहती हैं.

इस चरण के बाद, संचारी रोगों के संभावित जोखिम की निगरानी करना भी बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है - विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में.

मानसिक आघात के कारण होने वाले मानसिक विकारों का सामना करने और दीर्घकालिक बीमारियों में देखभाल की सुविधा भी जारी रखने की आवश्यकता है, जिसमें स्वास्थ्य-लाभ और पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित किया जाता है.