
दक्षिण कोरिया के इंजीनियर संयुक्त राष्ट्र के झंडे तले दक्षिण सूडान में 2013 से काम कर रहे हैं. उन्होंने सैकड़ों किलोमीटर लंबी सड़कें बनाई और टूटी सड़कों की मरम्मत की. दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षा मिशन (UNMISS) के लिए काम करते हुए इन इंजीनियरों ने स्थानीय स्तर पर बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान दिया है.

दक्षिण सूडान का आकार करीब फ्रांस जितना है लेकिन पक्की सड़कों की कुल लंबी सिर्फ़ 200 किलोमीटर है. 2011 में जिस समय दक्षिण सूडान को आज़ादी मिली तो वहां परिवहन तंत्र के लिए ढांचा बेहद खस्ता हालत में था. बारिश के मौसम में सड़कों से गुज़रना कई बार बहुत मुश्किल हो जाता है.

हाल ही में दक्षिण कोरिया के शांतिरक्षकों ने देश के पूर्वी हिस्से में काम किया. सड़कों की मरम्मत होने से यूएन शांतिरक्षकों के गश्ती दलों को भी मदद मिली है और अब वे हिंसा की रोकथाम के लिए मुश्किल इलाक़ों का भी दौरा कर सकते हैं. इससे स्थानीय लोगों की रक्षा करने और विस्थापितों को फिर से लौटने के तैयार करने में सहायता मिल रही है.

यूएन शांति मिशन के इंजीनियरों की मेहनत से जो सड़कें ठीक हुई हैं उससे स्थानीय व्यापारियों को आवाजाही में आसानी होने लगी है. इससे अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और स्थानीय विकास प्रक्रिया को पटरी पर लाने में भी मदद मिलेगी. मानवीय राहत एजेंसियां को भी दूर-दराज़ के क्षेत्रों में भोजन और राहत सामग्री पहुंचाना आसान साबित हो रहा है.