वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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नवीनतम समाचार

यमन में पिछले कई वर्षों से जारी हिंसक टकराव के कारण बड़ी संख्या में लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है.
© UNICEF/Waleed Qadari

यमन: आमजन की पीड़ा पर गहरी चिन्ता, सतत शान्ति प्रयासों की पुकार

पिछले एक दशक से हिंसक टकराव से जूझ रहे यमन में आम नागरिक अब भी गहरी पीड़ा से जूझ रहे हैं और देश में हैज़ा के बढ़ते प्रकोप के कारण हालात और बिगड़ रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवीय सहायता अधिकारी ने सोमवार को सुरक्षा परिषद को सम्बोधित करते हुए सदस्य देशों को देश में हालात से अवगत कराया.

यूक्रेन के ख़ारकीव क्षेत्र में एक छोटा बच्चा, बारूदी सुरंग से प्रभावित इलाक़े में बैठा हुआ है.
© UNICEF/Olena Hrom

यूक्रेन युद्ध भड़कने के बाद से अब तक दो हज़ार बच्चे हुए हताहत

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने सोमवार को बताया कि यूक्रेन में जारी युद्ध के कारण अब तक क़रीब दो हज़ार बच्चों की या तो मौत हुई है या वे हताहत हुए हैं.

इसराइली बमबारी में तेज़ी आने की वजह से ग़ाज़ावासी फिर विस्थापित हो रहे हैं.
© UNRWA

ग़ाज़ा: रफ़ाह से साढ़े तीन लाख लोग विस्थापित, $2.8 अरब की नई सहायता अपील

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) ने सोमवार को आगाह किया है कि इसराइली बमबारी के कारण पिछले एक सप्ताह में अब तक, क़रीब तीन लाख 60 हज़ार लोग रफ़ाह शहर छोड़कर जा चुके हैं. हिंसा में एक और यूएन मानवीय राहतकर्मी के मारे जाने की ख़बर है.

हिंसा से जान बचाकर भागने वाले लोगों के लिए सूडान के व्हाईट नाइल प्रान्त में अस्थाई शरण स्थल बनाए गए हैं.
© UNHCR/Ala Kheir

सूडान: अल-फ़शर में अनगिनत ज़िन्दगियों पर जोखिम, यूएन एजेंसियों की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता एजेंसियों का कहना है कि सूडान के नॉर्थ दारफ़ूर प्रान्त में जारी भीषण लड़ाई में एक अस्पताल को क्षति पहुँची है और दो युवजन की मौत हो गई है. हाल के दिनों में हिंसा में आई तेज़ी से एक बार फिर अकाल की आशंका बढ़ती जा रही है और बड़ी संख्या में आम नागरिकों की ज़िन्दगियों पर जोखिम है.

बाढ़ के कारण अफ़ग़ानिस्तान का पूर्वोत्तर क्षेत्र प्रभावित हुआ है.
© UNICEF

अफ़ग़ानिस्तान: मूसलाधार बारिश, बाढ़ से जान-माल की हानि, महासचिव ने जताया शोक

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने अफ़ग़ानिस्तान के बाग़लान प्रान्त में अचानक आई जानलेवा बाढ़ में अनेक लोगों की मौत होने पर गहरा शोक प्रकट किया है और इस कठिन समय में देश के साथ एकजुटता जताई है. 

त्रिपुरा की महिला नेत्री, सुप्रिया दास दत्ता.
UN News

भारत: पंचायत स्तर पर रूपान्तरकारी बदलाव लाने की मुहिम

भारत में पिछले कई दशकों से मज़बूत हुए स्थानीय प्रशासन यानि पंचायत राज ने, समुदायों की भागेदारी और निर्णय निर्माण प्रक्रिया में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाई है. पंचायत और ज़िला शासन के स्तर पर रूपान्तरकारी बदलाव कर रही कुछ महिलाओं की कहानी, यूएन मुख्यालय में पेश की गई. उन्हीं में से एक महिला – त्रिपुरा की सुप्रिया दास दत्ता की दास्तान...

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में कोलम्बिया युनिवर्सिटी परिसर में छात्र विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
UN Photo/Evan Schneider

अमेरिका: फ़लस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ अनुचित बर्ताव पर क्षोभ

संयुक्त राष्ट्र की एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ ने आगाह किया है कि अमेरिकी विश्वविद्यालयों में ग़ाज़ा मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर हुई सख़्त कार्रवाई चिन्ताजनक हैं, और यह दर्शाती है कि शिक्षण केन्द्रों में बौद्धिक स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक सिद्धान्तों का पतन हो रहा है. 

म्याँमार में जारी संकट से, लाखों लोग देश के भीतर और बाहर विस्थापित हुए हैं.
© UNOCHA/Siegfried Modola

म्याँमार: सशस्त्र सेना और पृथकतावादी गुट के बीच बढ़ती हिंसा पर चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र ने म्याँमार के राख़ीन प्रान्त में बढ़ते हिंसक टकराव पर गहरी चिन्ता व्यक्त की है और सभी युद्धरत पक्षों से आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करने व अन्तरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून का पालन करने का आग्रह किया है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश नैरोबी में एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे हैं.
UNEP/Duncan Moore

ग़ाज़ा युद्ध पर विराम लगाने के लिए, यूएन महासचिव ने दोहराई अपील

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने दक्षिणी ग़ाज़ा में स्थित रफ़ाह में नाज़ुक स्थिति के बीच इसराइली और हमास नेताओं से फिर अपील की है कि ग़ाज़ा में युद्ध का अन्त करने और सभी बंधकों की तत्काल रिहाई के लिए राजनैतिक साहस दर्शाना होगा. उन्होंने इस विषय में सहमति बनाने के लिए प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ने का आग्रह किया है.

संयुक्त राष्ट्र में फ़लस्तीन की पूर्ण सदस्यता के अनुरोध पर यूएन महासभा में प्रस्ताव पारित.
UN Photo

यूएन में फ़लस्तीन की पूर्ण सदस्यता के लिए, सुरक्षा परिषद से पुनर्विचार करने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने शुक्रवार को ग़ाज़ा संकट के मुद्दे पर आपात विशेष सत्र के दौरान विशाल बहुमत से एक प्रस्ताव पारित किया है, जोकि यूएन में एक पर्यवेक्षक राष्ट्र के रूप में फ़लस्तीन के अधिकार बढ़ाने पर लक्षित है. इस प्रस्ताव के ज़रिये फ़लस्तीन को पूर्ण सदस्यता नहीं दी गई है, मगर सुरक्षा परिषद से फ़लस्तीन के अनुरोध पर अनुकूल ढंग से फिर विचार करने का आग्रह किया गया है.