स्रेब्रेनीत्सा जनसंहार को दूसरे विश्व युद्ध के बाद योरोप में सबसे भयावह अत्याचार के रूप में देखा जाता है. वर्ष 1996 में इस जनसंहार में जीवित बच गए लोगों और लापता व्यक्तियों के परिवारों ने ‘द मदर्स ऑफ़ स्रेब्रेनीत्सा एंड ज़ेपा’ समूह की स्थापना की, जोकि अपने परिजनों को खोने वाले छह हज़ार लोगों का प्रतिनिधित्व करता है. इस संगठन की कुछ सदस्यों ने हाल ही में न्यूयॉर्क में यूएन मुख्यालय की यात्रा की.