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यूएन शरणार्थी एजेंसी

मध्य अफ़्रीकी गणराज्य और दक्षिण सूडान से आए शरणार्थियों को सूडान के दक्षिण दारफ़ूर में आपात शरण प्रदान की गई है.
© UNHCR/Behrooz Taleb

जबरन विस्थापितों के लिये रिकॉर्ड समर्थन, सहायता प्रयासों में मज़बूती आने की उम्मीद

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने कहा है कि युद्ध, हिंसा और मानवाधिकार हनन के कारण विस्थापित हुए लोगों तक जीवनरक्षक सहायता पहुँचाने के लिये, देशों की सरकारों ने एक अरब 13 करोड़ अरब डॉलर की धनराशि का संकल्प लिया है.  

पोलैण्ड सीमा के पास यूक्रेनी शरणार्थी.
© UNHCR/Chris Melzer

यूक्रेन: शरणार्थी घर वापसी के लिये इच्छुक, मगर पहले शान्ति व बेहतर सुरक्षा हालात ज़रूरी

संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) का एक नया सर्वेक्षण दर्शाता है कि यूक्रेन में युद्ध के कारण अपना घर छोड़ने के लिये मजबूर अधिकांश शरणार्थी जल्द से जल्द अपने घर वापिस लौटना चाहते हैं. मगर, क़रीब दो-तिहाई शरणार्थी सुरक्षा हालात बेहतर होने और टकराव में कमी आने तक शरण प्रदान करने वाले देशों में ही रहने के इच्छुक हैं.

अफ़ग़ानिस्तान के पक्तिका प्रान्त में भूकम्प में ध्वस्त हो गए एक घर में पिता अपने पुत्र के साथ.
© UNICEF/Sayed Bidel

भूकम्प-प्रभावित पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान में जीवन रक्षक सहायता की आपूर्ति

संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहतकर्मी और साझीदार संगठन, पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान के भूकम्प-प्रभावित इलाक़ों में सर्वाधिक निर्बल समुदायों तक आपात जीवनरक्षक सहायता पहुँचाना जारी रखने के लिये निरन्तर प्रयासरत हैं. 

सीरिया के होम्स में एक अस्थाई शिविर में विस्थापित बच्चे.
© UNICEF

दस करोड़ से अधिक जबरन विस्थापन का शिकार – UNHCR

शरणार्थी मामलों के लिये संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (UNHCR) ने गुरूवार को अपनी एक नई रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि विश्व भर में क़रीब दस करोड़ लोग अपना घर छोड़कर भागने के लिये मजबूर हुए हैं. बड़े पैमाने पर विस्थापन के लिये खाद्य असुरक्षा, जलवायु संकट, यूक्रेन में युद्ध और अफ़्रीका से अफ़ग़ानिस्तान तक अन्य आपात परिस्थितियों को मुख्य वजह बताया गया है.

अफ़ग़ानिस्तान के कन्दाहार में चिकित्सा परामर्श के लिये स्वास्थ्य केंद्र पर एक महिला व बच्चे.
© UNICEF/Alessio Romenzi

अफ़ग़ानिस्तान: 2.4 करोड़ लोगों को मदद की ज़रूरत, UNHCR की सहायता अपील

शरणार्थी मामलों के लिये संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (UNHCR) के प्रमुख फ़िलिपो ग्रैण्डी ने ध्यान दिलाया है कि अफ़ग़ानिस्तान की जनता के लिये निरन्तर समर्थन देना जारी रखना ज़रूरी है, ताकि स्थानीय आबादी और विदेशों में रह रहे अफ़ग़ान शरणार्थियों की विशाल मानवीय आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके.  

उत्तरी इथियोपिया के टीगरे, अफ़ार और अमहारा में मानवीय आवश्यकताएँ तेज़ी से बढ़ी हैं.
IFRC

इथियोपिया: टीगरे के शरणार्थी शिविर पर हवाई कार्रवाई में दो बच्चों की मौत

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) के उच्चायुक्त फ़िलिपो ग्रैण्डी ने, उत्तरी इथियोपिया के टीगरे में एक शरणार्थी शिविर पर जानलेवा हवाई कार्रवाई के बाद क्षोभ ज़ाहिर करते हुए कहा है कि शरणार्थियों को कभी भी निशाना नहीं बनाया जाना चाहिये. 

यूएन एजेंसी, प्रशासनिक कार्रवाई से प्रभावित निर्बल शरणार्थियों व शरण की तलाश कर रहे लोगों को आपात राहत मुहैया करा रही है.
© UNHCR/Mohamed Alalem

लीबिया: बदहाल हालात में रह रहे शरणार्थियों व प्रवासियों के लिये योजना की दरकार

शरणार्थी मामलों पर संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी (UNHCR) ने लीबियाई सरकार से, देश में गम्भीर हालात में रहने के लिये मजबूर शरणार्थियों व प्रवासियों की सहायता के लिये तत्काल योजना तैयार किये जाने का आग्रह किया है. यूएन एजेंसी ने कहा है कि इस समस्या से अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार क़ानूनों कें अनुरूप निपटा जाना होगा.

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में एक वितरण केंद्र पर विस्थापितों को सहायता मुहैया कराई जा रही है.
© UNHCR/Tony Aseh

अफ़ग़ानिस्तान में बदहाल मानवीय हालात – तापमान गिरावट से बढ़ी चुनौतियाँ

अफ़ग़ानिस्तान में मानवीय संकट निरन्तर गम्भीर होता जा रहा है और मौजूदा हालात में लगभग दो करोड़ ज़रूरतमन्द लोगों तक राहत पहुँचाने के लिये आपात सहायता धनराशि की जल्द से जल्द आवश्यकता है. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने ठिठुरा देने वाली सर्दी का मौसम आने से पहले, मानवीय राहत अभियान के लिये एक नया केन्द्र स्थापित किये जाने की बात कही है.
 

बांग्लादेश के कॉक्सेज़ बाज़ार में मौजूद शरणार्थी शिविर में रहने वाले लोगों के लिए यूएन विश्व खाद्य कार्यक्रम ने भारी बारिश के बाद व्यापक खाद्य सहायता कार्यक्रम चलाया.
WFP/Nihab Rahman

बांग्लादेश: जानलेवा बाढ़, भूस्खलन से रोहिंज्या शरणार्थियों की मुसीबतें बढ़ीं

बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार में विशाल शरणार्थी बस्तियाँ, पिछले तीन दिनों से तेज़ हवाओं और मॉनसून की भारी बारिश की चपेट में हैं, जिससे रोहिंज्या शरणार्थियों की ज़िन्दगियों पर भीषण असर हुआ है. 

इण्डोनेशिया के आचे प्रान्त में एक रोहिंज्या शरणार्थी का पंजीकरण किया जा रहा है.
© UNHCR/Jiro Ose

रोहिंज्या शरणार्थियों के पंजीकरण के दौरान स्पष्ट प्रक्रिया का पालन हुआ - UNHCR

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि दुनिया भर में, शरणार्थियों के पंजीकरण के दौरान एकत्र जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने के लिये उसके पास स्पष्ट नीतियाँ हैं, और रोहिंज्या शरणार्थियों के पंजीकरण के दौरान उनका पालन किया गया.