वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

युद्धरत पक्ष

यमन के दार साद में विस्थापित लोगों के लिए एक शिविर में साफ पानी लाती एक बच्ची.
© UNOCHA/Mahmoud Fadel-YPN

यमन: समावेशी शान्ति स्थापना के लिए ठोस क़दम उठाने की ज़रूरत पर बल

संयुक्त राष्ट्र के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को सुरक्षा परिषद में जानकारी देते हुए कहा कि युद्धग्रस्त यमन में जारी राजनैतिकआर्थिक और मानवीय चुनौतियों के बीच, शान्ति की दिशा में प्रगति की तत्काल आवश्यकता है. 

यूक्रेन के सूमी शहर में राहत सामग्री लेकर पहुँचने वाला यह दूसरा काफ़िला है.
© UNOCHA/Laurent Dufour

यूक्रेन: यूएन का दूसरा राहत क़ाफ़िला पहुँचा सूमी, मारियूपोल में अवरोध बरक़रार

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहत एजेंसियों और साझीदार संगठनों के लिये देश के पूर्वोत्तर में स्थित सूमी शहर में राहत सामग्री पहुँचा पाना सम्भव हुआ है, मगर मारियूपोल में प्रवेश कर पाने की अनुमति अभी नहीं मिल पाई है. मारियूपोल में भीषण बमबारी में बड़ी संख्या में आम नागरिकों के मारे जाने की आशंका है.

फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में, इसराइल के हवाई हमलों के बाद ध्वसित हुई इमारतों का दृश्य
© UNOCHA/Mohammad Libed

नगरीय इलाक़ों में हिंसक संघर्षों से, 5 करोड़ से भी ज़्यादा प्रभावित

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शहरी इलाक़ों में हिंसक संघर्ष से आमजन व नागरिक प्रतिष्ठानों को होने वाली त्रासदीपूर्ण हानि की रोकथाम के लिये, हरसम्भव उपाय किये जाने का आग्रह किया है. यूएन के मुताबिक़, आबादी वाले इलाक़ों में भारी विस्फोटक हथियारों के इस्तेमाल से, हर संसाधन और बुनियादी ढाँचे को क्षति पहुँचती है और आम नागरिक हताहत होते हैं.

ताइज़ शहर के अल गमालिया इलाक़े में दो बच्चे अपने घर वापिस लौटे हैं. 2017 में उन्हें अपने परिवार के साथ जान बचाने के लिये भागना पड़ा था.
UNOCHA/Giles Clarke

सशस्त्र संघर्षों का बच्चों पर विनाशकारी असर - यूएन की नई रिपोर्ट

बच्चों और सशस्त्र संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की वार्षिक रिपोर्ट दर्शाती है कि वर्ष 2020 में 19 हज़ार से ज़्यादा लड़के-लड़कियों को सीधे तौर पर, एक या उससे अधिक अधिकार हनन के गम्भीर मामलों की पीड़ा झेलनी पड़ी है.  

माली में संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षक गश्त के दौरान.
MINUSMA/Gema Cortes

हिंसक संघर्ष के दौरान नागरिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा पर बल

संयुक्त राष्ट्र के शीर्षतम मानवीय सहायता अधिकारी ने ज़ोर देकर कहा है कि युद्धरत पक्षों द्वारा अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानूनों का सम्मान सुनिश्चित किया जाना, नागरिकों व महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचों की रक्षा की दिशा में पहला क़दम है. मानवीय राहत मामलों के प्रमुख मार्क लोकॉक ने सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों को मंगलवार को वर्चुअल रूप से सम्बोधित करते हुए यह बात कही है.