यौन हिंसा

यूक्रेन में एक स्कूल की उप प्राचार्य ने, बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए अपने स्कूल के बेसमेंट में शरण ली है.
© UNICEF/Ashley Gilbertson

'यूक्रेन में युद्धापराध किये गए हैं', यूएन जाँच आयोग की रिपोर्ट

यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के लगभग सात महीने बाद, संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त स्वतंत्र मानवाधिकार जाँचकर्ताओं ने कहा है कि हिंसक संघर्ष के दौरान निश्चित रूप से युद्धापराध किये गए हैं.

यूक्रेन के कीयेफ़ के नज़दीक बूचा में एक माँ अपनी बेटी के साथ हिंसा से बचकर निकल रही है.
© UNDP/Oleksandr Ratush

यूक्रेन: युद्ध से उपजे संकट से महिलाओं व लड़कियों पर विषम असर 

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि यूक्रेन में जारी युद्ध और उसके भोजन, ऊर्वा व वित्त पोषण पर हुए वैश्विक असर से महिलाओं व लड़कियों पर अपेक्षाकृत अधिक असर हुआ है. अध्ययन के अनुसार यूक्रेन में और विश्व भर में यह रुझान देखा गया है. 

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) के उत्तरी किवू में, पीड़ितों की सहायता के लिये ट्रस्ट कोष के समर्थन के माध्यम से, डोरिका - महिलाओं के यौन हिंसा पीड़ितों के समूह का हिस्सा बनीं, और अब स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिये माइक्रो-क्रेडिट ऋण प्राप्त कर रही हैं
© Finbarr O’Reilly

यौन शोषण पीड़ितों में, कौशल विकास के ज़रिये आशा का संचार

यूएन कर्मचारियों द्वारा यौन शोषण व दुराचार के पीड़ित जन, अपनी ज़िन्दगियाँ बदल रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र ने 2016 में एक ट्रस्ट कोष स्थापित किया था जो यौन शोषण व दुराचार के पीड़ितों  को, आय सृजित करने वाली गतिविधियों और अन्य तरह की सहायता के लिये धन मुहैया कराता है. इन गतिविधियों से, पीड़ितों को एक टिकाऊ आर्थिक सशक्तिकरण और स्वतंत्रता के रास्ते पर आगे बढ़ने में मदद मिलती है. वो समुदायों को भी और ज़्यादा सहनशील बनाने में मदद करते हैं. एक वीडियो रिपोर्ट...

"आपने क्या पहना था?"(What were you wearing) कला प्रदर्शनी ने दर्शकों को 103 पोशाक पहने पुतलों की क़तारों पंक्तियों को देखने के लिये आकर्षित किया, जो वैश्विक स्तर पर यौन उत्पीड़न के 1.3 अरब पीड़ितों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
UN News/Elizabeth Scaffidi

'मैं अपनी आपबीती बताना कभी बन्द नहीं करूंगी'

फ़ैशन की दुनिया में सवाल "आपने क्या पहना था?" सशक्तिकरण का प्रतीक होता है, रचनात्मकता का जश्न मनाता हुआ प्रतीत होता है और व्यक्ति की सामाजिक हैसियत दर्शाता है. लेकिन यौन हिंसा से बचे लोगों के लिये, यह सवाल, एक परम्परागत दोष मढ़ने की रणनीति बन जाता है. यौन हिंसा के इर्द-गिर्द सवालों और मुद्दों पर रौशनी डालती एक प्रदर्शनी पर वीडियो फ़ीचर...

संयुक्त राष्ट्र की प्रदर्शनी "आपने क्या पहना था?" में यौन उत्पीड़न से बची पाँच पीड़ितों ने गुमनामी से बाहर आकर न्यूयॉर्क में अपनी कहानी बयाँ की.
Spotlight Initiave

'मैं अपनी आपबीती बताना कभी बन्द नहीं करूंगी'

कल्पना करें, एक भयानक यौन हमले को सहने की! आघात और सदमे से उबरने की कोशिश करते हुए आप पुलिस को बताते हैं कि आपके साथ क्या हुआ था. लेकिन वो ही आपको ताना मारकर अगर यह पूछ ले: आपने पहना क्या था?

यूक्रेन के एक रिहायशी इलाक़े में एक 10 वर्षीय बच्चा अपने परिवार के घर वाली इमारत के सामने से गुज़रता हुआ. ये इमारत, एक हवाई हमले में ध्वस्त हो गई.
© UNICEF/Ashley Gilbertson

संघर्षरत क्षेत्रों में हज़ारों बच्चे, भयावह हालात में रहने को विवश, यूएन रिपोर्ट

बच्चों और सशस्त्र संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र की सोमवार को जारी वार्षिक रिपोर्ट में, वर्ष 2021 के दौरान दुनिया भर में बच्चों पर, विभिन्न तरह के संघर्षों द्वारा छोड़े गए विनाशकारी प्रभावों का विवरण दिया गया है. 

यूक्रेन में बच्चों के एक अस्पताल में भर्ती एक लड़की, जोकि बमबारी में घायल हुई थी.
© UNICEF/Tetiana Bundzilo

युद्ध प्रभावित क्षेत्रों में बाल अधिकार हनन के हर दिन, औसतन 71 मामले 

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की एक नई रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि विश्व भर में, हिंसक संघर्ष व टकराव से प्रभावित इलाक़ों में युद्धरत पक्षों द्वारा बच्चों के विरुद्ध, हर दिन अधिकार हनन के औसतन 71 गम्भीर मामले घटित हो रहे हैं.

बांग्लादेश में एक रोहिंज्या शरणार्थी शिविर में, महिला सशक्तिकरण जागरूकता सत्र
© UN Women/Khaled Arafat Ahmed

युद्धों में यौन हिंसा से, आबादियाँ आतंकित, ज़िन्दगियाँ तबाह और समुदायों में बिखराव

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शुक्रवार को कहा है कि यौन हिंसा, युद्धक गतिविधियों की एक क्रूर रणनीति बन गई है और आबादियों को आतंकित करने वाले दमन से, लोगों की ज़िन्दगियाँ तबाह होती हैं व समुदाय तितर-बितर हो जाते हैं.

© UNICEF/Bullen Chol

यूएन न्यूज़ हिन्दी बुलेटिन 15 अप्रैल 2022

इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ.

  • यूक्रेन संकट का असर दुनिया भर के लोगों पर भी, युद्ध तुरन्त रोके जाने की पुकार, इस बीच बहुत से यूक्रेनी लोग,  वापिस लौट रहे हैं स्वदेश.
  • यौन हिंसा का एक हथियार के रूप में प्रयोग रोकने और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित रोकने की पुकार.
  • WHO की चेतावनी - कोविड के मामलों में कमी के बावजूद, महामारी का जोखिम अब भी बरक़रार.
  • बुज़ुर्गों के अधिकार सुनिश्चित किये जाने की अहमियत पर ज़ोर
     
ऑडियो
10'11"
संघर्षों और अस्थिरता की स्थितियों के परिणाम, महिलाओं व लड़कियों के ख़िलाफ़ उच्च स्तर की लैंगिक हिंसा के रूप में सामने आ सकते हैं.
© UNICEF/STARS/Kristian Buus

संघर्ष स्थितियों में यौन हिंसा से निपटने के लिये जवाबदेही व न्याय बहुत अहम

संयुक्त राष्ट्र की एक वरिष्ठ अधिकारी प्रमिला पैटन ने बुधवार को सुरक्षा परिषद में कहा है कि महिलाओं के अधिकार मानवाधिकार हैं और युद्ध व शान्ति के समय में भी समान रूप से सार्वभौमिक हैं. उन्होंने राजदूतों से, संघर्ष और युद्ध सम्बन्धी यौन हिंसा के मामलों में जवाबदेही सुनिश्चित करने का आग्रह भी किया.