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यातायात

सीट बेल्ट पहनना अनिवार्य करने से, पिछले 50 वर्षों में लाखों ज़िन्दगियों की रक्षा हुई है.
© Unsplash/Milan De Clercq

सीट बेल्ट सम्बन्धी क़ानूनी उपाय के पाँच दशक, लाखों ज़िन्दगियों की रक्षा में मदद

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने मंगलवार को बताया कि वाहनों में सीट बेल्ट पहनने के क़ानूनी प्रावधान को अनिवार्य बनाए जाने के बाद से, लाखों लोगों की ज़िन्दगियों की रक्षा सुनिश्चित कर पाना सम्भव हुआ है. विश्व भर में, वाहन सम्बन्धी सुरक्षा क़ानूनों के पाँच दशक पूरा होने के अवसर पर, इन उपायों की अहमियत को रेखांकित किया गया है. 

ग्वाटेमाला में एक महिला साइकिल के साथ
UN Women/Ryan Brown

‘सुरक्षित सड़कें, सभी के लिये एक वैश्विक विकास चुनौती’

संयुक्त राष्ट्र की एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि दुनिया भर में हर 24 सेकण्ड, किसी व्यक्ति की मौत यातायात (Traffic) में हो जाती है, इसलिये दुनिया भर की सड़कों को सुरक्षित बनाना, तमाम समाजों के लिये एक वैश्विक विकास चुनौती है, विशेष रूप में सबसे कमज़ोर परिस्थितियों वाले लोगों के लिये.

Photo: UNICEF/Giacomo Pirozzi

यूएन न्यूज़ हिन्दी बुलेटिन, 15 अक्टूबर 2021

इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...

  • कोविड-19 के मामलों में कमी, मगर वैक्सीन विषमता अब भी बरक़रार,
  • प्रदूषण रहित व टिकाऊ परिवहन की सुलभता पर एक विशेष सम्मेलन,
  • आलस और निष्क्रियता से बढ़ रही हैं बीमारियाँ, धनी देशों में हैं ज़्यादा लोग हैं आलसी,
  • भारत में शिक्षकों की महत्ता व स्थिति पर, यूनेस्को की एक ख़ास रिपोर्ट,
  • और, विश्व खाद्य दिवस के मौक़े पर, भारत में FAO की प्रतिनिधि शालिनी भूटानी के साथ एक इण्टरव्यू.
ऑडियो
10'29"
म्याँमार के यंगून शहर में, एक बस में सवार कुछ यात्री.
ILO/Marcel Crozet

क्या हम परिवहन को सुरक्षित व टिकाऊ बना सकते हैं? सड़क सुरक्षा दूत ज्याँ तॉद के साथ एक इण्टरव्यू

बहुत से विकसित देशों ने जीवाश्म ईंधन के प्रयोग से चलने वाली कारों को, आने वाले दशकों में सड़कों से हटाने की योजनाओं का ऐलान किया है, मगर सड़क सुरक्षा के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ज्याँ तॉद का ज़ोर है कि विकासशील देशों में, सार्वजनिक परिवहन साधनों की उपलब्धता और दुर्घटनाओं में कमी लाने की चुनौती जैसे तात्कालिक चिन्ता के कारण मौजूद हैं, जिनसे प्राथमिकता के आधार पर निपटे जाने की ज़रूरत है.

टेस्ला जैसी कार कम्पनियाँ वाहनों की कुशलता सुरक्षा व स्वचालन के लिये एआई का इस्तेमाल कर रही हैं.
Unsplash/David von Diemar

सड़क हादसों में होने वाली मौतें, एआई (AI) की मदद से की जा सकती हैं आधी

संयुक्त राष्ट्र के कुछ विशेष दूतों ने गुरूवार को, “सड़क सुरक्षा के लिये कृत्रिम बुद्धिमत्ता” (AI) नामक एक नई पहल शुरू करते हुए कहा है कि देशों व निवेशकों को, सड़कें हर किसी के लिये सुरक्षित बनाने की ख़ातिर, कृत्रिम बुद्धिमत्ता का विकास व प्रयोग बढाना होगा.

मलेशिया के क्वालालम्पुर में सड़क यातायात.
World Bank/Trinn Suwannapha

सड़क दुर्घटनाओं में मौतों की संख्या 2030 तक 50 फ़ीसदी कम करने का लक्ष्य

सड़क सुरक्षा पर स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में तीसरे मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में वर्ष 2030 तक कम से कम 50 फ़ीसदी की कमी लाने की पुकार लगाई गई है. सड़क दुर्घटनाओं में हर साल 13 लाख से ज़्यादा मौतें होती हैं, पांच करोड़ से ज़्यादा लोग घायल होते हैं और देशों को उनके सकल घरेलू उत्पाद में तीन फ़ीसदी तक का नुक़सान उठाना पड़ता है.

वियतनाम में स्कूटर पर सवार दो यात्री शीशे का एक पैनल ले जाते हैं. अक्सर इस तरह की ड्राइविंग असुरक्षित मानी जाती है.
© Eric Ganz

सड़क सुरक्षा: विशालकाय मगर अदृश्य बन चुके संकट से निबटने की पुकार

सड़कों पर यातायात सुरक्षा में बेहतरी करके लोगों की ज़िंदगियाँ बचाना भी 2030 के टिकाऊ विकास एजेंडा में एक लक्ष्य के रूप में शामिल है. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए लोगों की याद में मनाए जाने वाले दिवस के मौक़े पर जारी अपने संदेश मे ये बात कही है. ये दिवस नवंबर के तीसरे रविवार को मनाया जाता है और 2019 में ये 17 नवंबर को मनाया गया.