वृद्धजन

योरोप व मध्य एशिया में क़रीब 40 करोड़ लोगों को पुनर्वास देखभाल सेवाओं की आवश्यकता है.
© WHO

योरोपीय क्षेत्र: बड़ी ज़रूरतमन्द आबादी के लिए पुनर्वास स्वास्थ्य देखभाल का अभाव

योरोपीय क्षेत्र के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कार्यालय ने चेतावनी जारी की है कि योरोपीय क्षेत्र में 39 करोड़ से अधिक लोगों, यानि क़रीब आधी आबादी को, स्वास्थ्य अवस्थाओं के कारण पुनर्वास देखभाल की आवश्यकता है, मगर अधिकाँश लोगों को यह उपलब्ध नहीं हो पा रही है.

अनेक देशों में अक्सर वृद्ध जन को अनदेखी का शिकार होना पड़ता है
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बांग्लादेश: अदृश्य वृद्ध जन को पहचान और प्राथमिकता मिले, यूएन विशेषज्ञ

संयुक्त राष्ट्र की एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ क्लाउडिया मेहलेर ने कहा है कि बांग्लादेश को अपने यहाँ वृद्धावस्था के दौरान भेदभाव के चलन का मुक़ाबला करने के लिये ठोस कार्रवाई करनी होगी और साथ ही, वृद्ध जन के मानवाधिकार सुनिश्चित करने के लिये अपने नियोजित उपायों पर भी अमल करना होगा.

भारत में वृद्ध महिलाएँ, अक्सर, अपने भरण-पोषण व सामाजिक बेहतरी के लिये, अपने परिवारों पर निर्भर करती हैं.
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अन्तरराष्ट्रीय वृद्ध जन दिवस: बुज़ुर्गों की असाधारण सहनशीलता रेखांकित

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शनिवार को, अन्तरराष्ट्रीय वृद्ध जन दिवस के अवसर पर, तेज़ी से बदलती दुनिया में एक अरब से भी ज़्यादा वृद्ध महिलाओं और पुरुषों की सहनशीलता की तरफ़, ध्यान आकर्षित किया है.

दुनिया भर में, 60 वर्ष और उससे ज़्यादा उम्र के, हर 6 में से एक बुज़ुर्ग को, हर साल समुदाय में दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है.
© Unsplash/Danie Franco

वृद्धजन के साथ दुर्व्यवहार की बढ़ती समस्या से निपटने के लिये नए दिशा-निर्देश

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को कहा है कि हर साल, 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के छह में से एक बुज़ुर्ग ने किसी न किसी रूप में दुर्व्यवहार का अनुभव किया है – और अनुमान है कि यह प्रचलन, अनेक देशों में बुज़ुर्ग आबादी में तेज़ वृद्धि के बीच, आगे भी जारी रहेगा. 

कोलम्बिया में क़रीब साढ़े तीन हज़ार पूर्व लड़ाकों को एक विशेष कार्यक्रम के तहत अपनी शिक्षा पूरी करने में मदद मिली है.
UNVMC/Jorge Quintero

सर्वाधिक वंचितों के लिये, शिक्षा अवसरों की सुलभता सबसे कम

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) की एक नई रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि विश्व भर में बड़ी संख्या में वयस्क, अब भी पढ़ाई-लिखाई के अवसरों से वंचित हैं और इस स्थिति में बदलाव लाने की आवश्यकता है. यूएन एजेंसी के अनुसार वयस्कों की शिक्षा सुनिश्चित करने के मार्ग में एक बड़ी चुनौती, सर्वाधिक ज़रूरतमन्दों के लिये इसे सुलभ बनाना है.

कोविड-19 महामारी ने बुज़ुर्गों के लिये डिजिटल खाई को पाटे जाने की आवश्यकता को रेखांकित किया है.
Unsplash/Georg Arthur Pflueger

अन्तरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस: सर्वजन के लिये डिजिटल समानता पर ज़ोर

संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार, 1 अक्टूबर, को ‘अन्तरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस’ के अवसर पर ऑनलाइन माध्यमों पर डिजिटल समानता को बढ़ावा दिये जाने और उन्हें, युवाओं व बुज़ुर्गों, हर किसी के लिये समावेशी बनाये जाने पर बल दिया है. 

नेपाल के एक गाँव में 69 वर्षीय महिला.
UNICEF/Preena Shrestha

आयु-आधारित पूर्वाग्रह व भेदभाव - हर वर्ष अरबों डॉलर के नुक़सान का कारण

व्यक्तियों की उम्र पर आधारित नकारात्मक रूढ़िवादी मान्यताओं, पूर्वाग्रहों और धारणाओं से ना केवल ख़राब स्वास्थ्य व सामाजिक रूप से अगल-थलग पड़ने की समस्या उभरती है, बल्कि अर्थव्यवस्थाओं को भी अरबों डॉलर का नुक़सान होता है. संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न एजेंसियों ने गुरुवार को एक नई रिपोर्ट जारी करके, आयु-आधारित भेदभाव व पूर्वाग्रह से निपटने के लिये तत्काल कार्रवाई किये जाने की पुकार लगाई है. 

नेपाल के गोरखा ज़िले के एक गाँव में एक वृद्ध महिला
© UNICEF/Giacomo Pirozzi

ज़्यादा समावेशी समाज बनाने के लिये बुज़ुर्गों के सुझाव और विचार सुनें, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के माहौल में, दुनिया ऐसे ग़ैर-आनुपातिक और अत्यन्त गम्भीर प्रभावों का सामना कर रही है जो इस वायरस ने वृद्धजन के स्वास्थ्य, अधिकारों और रहन-सहन पर छोड़े हैं. यूएन महासचिव ने ये विचार हर वर्ष 1 अक्टूबर को मनाए जाने वाले वृद्धजन के लिये अन्तरराष्ट्रीय दिवस के मौक़े पर व्यक्त किये हैं.