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विस्थापन

नंगे पाँव गाड़ियों में अपने सामान को धकेलते हुए, अरब परिवार जाफ़ा के तटीय शहर को छोड़ देते हैं जो इज़राइल राज्य में बड़े तेल अवीव क्षेत्र का हिस्सा बन गया.
UN Photo

75 वर्ष पहले हुए, 7 लाख फ़लस्तीनियों के विशाल विस्थापन की याद

संयुक्त राष्ट्र ने 75 साल पहले हुई उस घटना को अपने इतिहास में सोमवार को पहली बार याद किया, जिसमें फ़लस्तीनियों को उस भूमि से सामूहिक पलायन करना पड़ा था, जिसे आगे चलकर इसराइल के रूप में जाना गया. इस घटना के कारण, रातों-रात लगभग सात लाख फ़लस्तीनी जन, शरणार्थियों में तब्दील हो गए थे.

 

सूडान से विस्थापित हुए कुछ शरणार्थियों ने चाड में अस्थाई शिविर बनाए हैं.
© WFP/Jacques David

सूडान: आन्तरिक विस्थापन एक सप्ताह में दोगुना, IOM

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने मंगलवार को कहा है कि सूडान में 15 अप्रैल को प्रतिद्वन्द्वी सेनाओं के बीच युद्ध भड़कने के बाद से, देश के भीतर ही विस्थापित होने वाले लोगों की संख्या, पिछले एक सप्ताह के दौरान दोगुनी हो गई है.

यूएन शरणार्थी एजेंसी ने सूडान में टकराव से जान बचाकर आ रहे लोगों के लिए, दक्षिण सूडान के रेन्क में एक आवागमन केन्द्र स्थापित किया है.
© UNHCR/Charlotte Hallqvist

सूडान: जातीय हिंसा की गहराती आशंका, हज़ारों लोग शरण की तलाश में

संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहतकर्मियों ने शुक्रवार को चिन्ता जताई है कि सूडान में आम नागरिकों, शरणार्थियों और घरेलू विस्थापितों को देश में हिंसक टकराव के गम्भीर नतीजों से जूझना पड़ रहा है और वे अपनी सुरक्षा व सलामती के लिए शरण की तलाश कर रहे हैं. 

सूडान की राजधानी ख़ारतूम में मिसाइल हमले में क्षतिग्रस्त एक रिहायशी इमारत.
Mohammed Shamseddin

सूडान: गम्भीर मानवीय परिस्थितियों के बीच, यूएन सहायता अभियान जारी

संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहतकर्मियों ने सूडान में हिंसक टकराव के कारण उपजी मानवीय राहत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपने प्रयास जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई है. देश में परस्पर विरोधी सैन्य गुटों के बीच जारी लड़ाई का स्थानीय आबादी पर भीषण असर हुआ है, अति-आवश्यक सामग्री की क़िल्लत है और क़ीमतों में बड़ा उछाल दर्ज किया गया है.

सीरिया में भूकम्प से प्रभावित लोगों तक बाब अल सलाम चौकी के ज़रिय अज़ाज़ में राहत पहुँचाई गई.
© UNOCHA

सीरिया-तुर्कीये: भूकम्प प्रभावित समुदायों तक सहायता पहुँचाने का संकल्प रेखांकित

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के प्रशासक एख़िम स्टाइनर ने भूकम्प प्रभावित तुर्कीये और सीरिया में मानवीय राहत आवश्यकताओं को तत्काल पूरा किए जाने और पुनर्बहाली प्रयासों को मज़बूत करने की अहमियत को रेखांकित किया है.

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP), सीरिया के अलेप्पो इलाक़े में, हाल के भूकम्प से प्रभावित परिवारों को खाद्य सहायता मुहैया करा रहा है.
© WFP/Hussam Al Saleh

सीरिया: लगभग आधी आबादी 'भोजन अभाव' की शिकार

संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने मंगलवार को कहा है कि सीरिया में 12 वर्षों के गृहयुद्ध और हाल के विनाशकारी भूकम्पों के कारण, आधी से ज़्यादा आबादी, खाद्य अभाव यानि भरपेट भोजन नहीं मिल पाने के हालात का सामना कर रही है.

सोमालिया की एक महिला ने अपने 10 बच्चों के साथ मार्च 2022 में केनया के एक शरणार्थी शिविर में शरण ली.
© UNHCR/Charity Nzomo

हॉर्न ऑफ़ अफ़्रीका: विस्थापितों तक सहायता पहुँचाने के लिए 13.7 करोड़ डॉलर की अपील

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने आगाह किया है कि हॉर्न ऑफ़ अफ़्रीका में अब तक के सर्वाधिक गम्भीर और लम्बी अवधि से जारी सूखे से जूझ रहे लाखों लोगों तक, तत्काल जीवनरक्षक सहायता पहुँचाई जानी होगी. इस क्षेत्र ने लगातार छठे साल, वर्षा ऋतु में प्रवेश किया है लेकिन बारिश का कहीं कोई निशान नहीं है.

यूक्रेन में युद्ध के कारण बड़ी संख्या में बच्चों और उनके परिजनों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है.
© UNICEF/Aleksey Filippov

यूक्रेन: रूसी आक्रमण का एक वर्ष (वीडियो)

यूक्रेन पर रूसी आक्रमण को, 24 फ़रवरी 2023 को एक वर्ष पूरा हो रहा है. पिछले एक साल में पीड़ा और तबाही गहरी हुई है, और यह स्पष्ट है कि हालात अब भी बद से बदतर हो सकते हैं. (वीडियो)

यूएन प्रवासन एजेंसी के जोहानेस फ़्रामहॉल्ट कुरकहोव के लिए राहत सामग्री उतार रहे हैं.
© Johannes Fromholt

आपबीती: यूक्रेन के वो शहर, जो बस अब स्मृति में शेष हैं

यूक्रेन में युद्ध शुरू हुए लगभग एक वर्ष बीत चुका है, और कुछ समुदायों ने इस अवधि में अपने शहरों, घरों और सामान्य जीवन को पूरी तरह ध्वस्त होते देखा है. अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) में कार्यरत मानवीय राहतकर्मी जोहानेस फ़्रामहॉल्ट ने यूएन न्यूज़ के साथ अपने ऐसे ही कुछ अनुभव साझा किए हैं.

इसराइल द्वारा क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े - पश्चिमी तट के एक ध्वस्त गाँव में खेलते कुछ बच्चे.
© UNOCHA

फ़लस्तीनी घरों का ध्वस्तीकरण और जबरन बेदख़ली, इसराइल की जवाबदेही तय किए जाने की मांग

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने कहा है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को, इसराइल द्वारा क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े, - पश्चिमी तट में जानबूझकर, व्यवस्थागत ढंग से घर ढहाए जाने, उन्हें सील किए जाने, लोगों को जबरन बेदख़ल करके उन्हें मनमाने ढंग से विस्थापन के लिए मजबूर किए जाने पर रोक लगाने के लिए क़दम उठाने होंगे.