वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

विकलांग

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी मानसिक स्वास्थ्य देखभाल के लिये व्यक्ति-केंद्रित और अधिकार-आधारित उपायों पर ज़ोर दे रही है.
Hand-in-Hand/Ami Vitale

मानसिक स्वास्थ्य देखभाल में मानवाधिकार हनन पर विराम के लिये नए दिशानिर्देश

विश्व भर में, मानसिक स्वास्थ्य देखभाल मुख्यत: मनोविकार केन्द्रों व अस्पतालों में प्रदान की जाती है और मानवाधिकार हनन के मामले व जबरन इस्तेमाल में लाये जाने वाले तौर-तरीक़े अब भी आम हैं. इसके मद्देनज़र, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने नए दिशानिर्देश जारी किये हैं जिनमें मानवाधिकारों का सम्मान करते हुए, किफ़ायती रूप से समुदाय-आधारित मानसिक स्वास्थ्य देखभाल की कारगरता को रेखांकित किया गया है.  

यूगाण्डा के एक हाई स्कूल में ब्रेल की पढ़ाई. ब्रेल लिपि को नेत्रहीनों के लिये पढ़ने और लिखने का एक सटीक माध्यम माना जाता है.
UNICEF/Michele Sibiloni

विश्व ब्रेल दिवस: सुलभ जानकारी की महत्ता पर ज़ोर

संयुक्त राष्ट्र ने, सोमवार, 4 जनवरी को, विश्व ब्रेल लिपि दिवस पर नेत्रविकारों वाले व्यक्तियों और आंशिक रूप से दृष्टिबाधित लोगों के मानवाधिकारों का पूर्ण सम्मान करने के वाली, वैश्विक स्पर्शनीय संचार प्रणाली की महत्ता पर विशेष ज़ोर दिया है.

मलेशिया के कुआलालम्पुर में एक किशोर लड़का, एक विशेष शिक्षा स्कूल में, विशेष सॉफ़्टवेयर के ज़रिये, कम्पूटर सीखने की कोशिश करते हुए.
UNICEF/Pirozzi

विकलाँग व्यक्तियों के अधिकारों को पहचान व सुरक्षा देने की ज़रूरत

संयुक्त राष्ट्र ने समाजों में विकलाँग व्यक्तियों के और ज़्यादा समावेशन और उनके मानवाधिकारों को पहचान देने के साथ-साथ उनका सम्मान किये जाने का आहवान किया है. गुरुवार को विकलाँग व्यक्तियों के अन्तरराष्ट्रीय दिवस पर ये आहवान किया गया है. 

UN Photo/ Rick Bajornas

नफ़रत के दानव को हराना होगा - एकजुटता से

8 मई 2020 के इस बुलेटिन में शामिल हैं...
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कोविड-19 महामारी के साथ ही बढ़ रही है नफ़रत नामक महामारी, नफ़रत पर एकजुटता से लगाम लगाने की पुकार,
निर्बलतम देशों में लोगों की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र की लगभग सात अरब डॉलर की रक़म जुटाने की अपील,
कोविड-19 के हालात में जच्चा-बच्चा के लिए नए ख़तरे / स्वास्थ्य सेवाएँ सुनिश्चित करने की पुकार,
विकलांग व्यक्तियों पर भी महामारी का भीषण असर, उनके अधिकारों की गारंटी की माँग,

ऑडियो
16'40"
विकलांग व्यक्तियों को तकनीकी कठिनाइयों के बावजूद अपने बहुत से काम ख़ुद ही करने पड़ते हैं लेकिन बहुत से लोग स्वतंत्र जीवन जीना पसंद करते हैं.
UNDP Moldova/ Ion Buga

विकलांग व्यक्तियों का साथ भी ज़रूरी

यूएन महासचिव ने कहा है कि कोविड-19 महामारी दुनिया के एक अरब विकलांग व्यक्तियों को भी बुरी तरह प्रभावित कर रही है. ऐसे में विकलांग लोगों को महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं और जीवनदायी प्रक्रिया का लाभ दिलाने के लिए समान अधिकारों की गारंटी देनी होगी. महासचिव ने तमाम देशों से आग्रह किया है कि वे कोविड-19 का मुक़ाबला करने और उबरने के प्रयासों में विकलांग व्यक्तियों का प्रमुखता से ध्यान रखें, उनकी राय जानने के साथ-साथ उनसे संपर्क बनाए रखें.  देखें वीडियो संदेश...

ऑटिज़्म के साथ रह रहे लोगों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए लंबे समय से प्रयास जारी हैं.
© UNICEF/Rehab El-Dalil

कोविड-19: ऑटिज़्म वाले लोगों के 'अधिकारों का ना हो हनन'

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि कोविड-19 महामारी से निपटने की कार्रवाई में ऑटिज़्म के साथ रह रहे लोगों का भी ख़याल रखा जाना ज़रूरी है. गुरुवार, 2 अप्रैल, को ‘विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस’ पर यूएन प्रमुख ने ध्यान दिलाया है कि संकट की इस घड़ी में विकलांगों के अधिकारों का हनन नहीं होना चाहिए. 

सहायता कर्मी सीरिया के एक विकलांग हुए शरणार्थी की मदद करते हुए. डायबटीज़ के कारण उसकी टाँग जाती रही. कोविड-19 से बचाव में भी विकलांगों को विशेष सहायता की ज़रूरत है.
Jodi Hilton/IRIN

कोविड-19: विकलांग व्यक्तियों पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत

विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष रैपोर्टेयर कैटालीना डेवन्डस ने आगाह करते हुए कहा है कि बहुत से विकलांग व्यक्ति बहुत नाज़ुक परिस्थितियों का सामना करते हुए जीवन जीते हैं, फिर भी कोविड-19 विश्व महामारी से बचने के उपायों के तहत अभी विकलांग व्यक्तियों को समुचित व पर्याप्त दिशा-निर्देश व सहायता उपलब्ध नहीं कराए गए हैं.

भारत में विकलांग बच्चों को भी मुख्य धारा की शिक्षा व्यवस्था का हिस्सा बनाने के लिए माता-पिता, अभिभावक और शिक्षकों के नज़रिए में बदलाव बहुत ज़रूरी है.
UNESCO – India

भारत में विकलांग बच्चों की शिक्षा स्थिति

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ़) ने भारत में विकलांग बच्चों की शिक्षा की स्थिति के बारे में व्यापक आँकड़े जुटाए हैं. सर्वे में कहा गया है कि विकलांग बच्चों को उचित शिक्षा मुहैया कराने में काफ़ी प्रगति हुई है लेकिन अभी बहुत कुछ करने की ज़रूरत है. ख़ासतौर से ऐसे मौक़े पर जब राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विचार विमर्श हो रहा है. इसी विषय पर अंशु शर्मा की एक रिपोर्ट... (मल्टीमीडिया सामग्री साभार: यूनेस्को)

यूनेस्को की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार भारत में विकलांग बच्चों की शिक्षा के रास्ते में अब भी बहुत सी अड़चने हैं.
UNESCO – India

भारत में विकलांग बच्चों की शिक्षा में अब भी अनेक बाधाएँ - यूनेस्को

संयुक्त राष्ट्र  शैक्षणिक, वैज्ञानिक व सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने भारत में विकलांग बच्चों की शिक्षा स्थिति के बारे में एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट जारी की है जिसमें कहा गया है कि भारत में समावेशी शिक्षा यानी सभी के लिए समान अवसरों वाली शिक्षा प्रणाली को लागू करना जटिल कार्य है और विभिन्न संदर्भों में बच्चों और उनके परिवारों की विविध आवश्यकताओं की एक अच्छी समझ विकसित करने की आवश्यकता है.