वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

विकासशील देश

ज़ाम्बिया में मोबाइल के ज़रिये धन प्राप्त करने के लिए सुविधा केन्द्र.
© WFP/Andy Higgins

एसडीजी प्राप्ति के अवसर को, हाथ से फिसल जाने से रोकना होगा – यूएन महासचिव

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को 'विकास के लिए वित्त पोषण फ़ोरम' को सम्बोधित करते हुए आगाह किया है कि दुनिया, एक बहुआयामी संकट से जूझ रही है, जिसके सर्वाधिक निर्धनों व निर्बलों के लिए विनाशकारी नतीजे हुए हैं. उन्होंने कहा कि 2030 एजेंडा मानो एक मरीचिका में तब्दील होता जा रहा है, मगर लक्ष्यों को हासिल करने के इस अवसर को गँवाने नहीं देना होगा.

विकासशील देशों में खाद्य वस्तुओं की क़ीमतों में भारी उछाल दर्ज किया गया है.
UN Women/Ryan Brown

क़र्ज़ के बोझ में दबे विकासशील देशों पर कई वर्षों तक संकट, UNCTAD की नई रिपोर्ट

व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD) ने अपने एक नए अध्ययन में आगाह किया है कि दुनिया में बढ़ती वित्तीय उथल-पुथल के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था की गति धीमी हो रही है, जिसके कारण विकासशील देशों को अगले कई वर्षों तक कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.

तंज़ानिया में छात्र टिकाऊ विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के पोस्टर पकड़े हुए.
UN News

UNDP: एसडीजी प्रोत्साहन योजना से, 148 अरब डॉलर तक की क़र्ज़ बचत मुमकिन

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम – UNDP ने बुधवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा है कि अगर अन्तरराष्ट्रीय समुदाय अपने मौजूदा क़र्ज़ ढाँचे के पुनर्संगठित करे और भविष्य के लिए सुलभ वित्त तक पहुँच का दायरा बढ़ाए तो, विकासशील देशों की अर्थव्यवस्थाएँ 148 अरब डॉलर तक की बचत कर सकते हैं.

उत्तरी घाना में ग्रामीण महिलाओं के लिये शीया फल और मक्खन का उत्पादन, सबसे सुलभ आय-सृजन गतिविधियों में से एक है.
© FAO/Luis Tato

विश्व बैंक: लम्बे समय की मन्दी से विकासशील देशों पर गम्भीर प्रभाव पड़ने की सम्भावना

वैश्विक अर्थव्यवस्था पर विश्व बैंक की नवीनतम रिपोर्ट में कहा गया है कि उभरते बाज़ारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में, अगले दो वर्षों में बड़े स्तर पर विकास प्रभावित होगा.

पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त में एक महिला अपनी चार साल की बेटी को गर्मी से बचाने की कोशिश कर रही है.
UNDP/Hira Hashmey

जानलेवा ताप लहरों के ख़तरे से निपटने के लिये समन्वित कार्रवाई का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र में आपात राहत मामलों के प्रमुख ने आगाह किया है कि ताप लहरों के कारण हर वर्ष हज़ारों लोगों की मौत हो रही है, कारगर जलवायु कार्रवाई के अभाव में इस चुनौती से निपटने के लिये किये जाने वाले वैश्विक सहायता प्रयासों पर असर पड़ने का जोखिम है.   

बेहतर शहरी नियोजन व निर्माण से, भूकम्प जैसी आपदाओं से होने वाले नुक़सान में कमी लाने में मदद मिल सकती है.
UNOCHA

प्रति दिन एक से अधिक आपदा की आशंका, जोखिम में कमी के लिये कार्रवाई का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट में चेतावनी जारी की गई है कि मानवीय गतिविधियाँ और बर्ताव की वजह से, दुनिया भर में आपदाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे लाखों-करोड़ों ज़िन्दगियों के लिये ख़तरा उत्पन्न हो रहा है. साथ ही, हाल के दशकों में दर्ज की गई आर्थिक व सामाजिक प्रगति पर भी जोखिम मंडरा रहा है.

यूएन महासभा के 76वें सत्र के लिये अध्यक्ष, अब्दुल्ला शाहिद.
UN Photo/Eskinder Debebe

2022: महासभा प्रमुख ने पेश की प्राथमिकताएँ, आशा व एकजुटता का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के लिये अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने, कोविड-19 संक्रमण मामलों में उछाल के बीच, एकजुटता और आशा के संचार पर बल दिया है. उन्होंने महासभा सत्र के इस वर्ष बचे शेष हिस्से के लिये अपनी प्राथमिकताओं का ख़ाका भी प्रस्तुत किया है. 

कॉप26 सम्मेलन के अन्तिम दिन नागरिक समाज संगठनों ने, मुख्य कक्ष के भीतर मार्च करते हुए प्रदर्शन किया.
UN News/Laura Quinones

कॉप26: अन्तिम चरण की वार्ता का दौर खिंचा, निर्धारित अवधि से लम्बा

स्कॉटलैण्ड के ग्लासगो शहर में संयुक्त राष्ट्र का 26वाँ वार्षिक जलवायु सम्मलेन (कॉप26) शुक्रवार को समाप्त होना था, मगर निर्धारित समय पर ख़त्म होने के बजाय अन्तिम चरण की वार्ताओं का दौर अभी जारी है. 

इण्डोनेशिया में सुनामी लहरों से बर्बाद हुए एक घर के बाहर खड़ी एक लड़की.
© UNICEF/Arimacs Wilander

सूनामी जागरूकता दिवस: आपदा जोखिम रोकथाम के लिये नवाचारी उपायों पर ज़ोर

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शुक्रवार, 5 नवम्बर, ‘विश्व सूनामी जागरूकता दिवस’ पर घातक सूनामी लहरों के जोखिमों में कमी लाने के लिये नवाचारी समाधान अपनाए जाने पर बल दिया है.  

दक्षिण सूडान में भारी बाढ़ के दौरान बच्चों ने प्लास्टिक की बोतलों से अपनी नाव तैयार की है.
© UNICEF/Helene Sandbu Ryeng

विकासशील जगत में जलवायु अनुकूलन, हरित औद्योगिक नीतियाँ अहम

व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD) ने सचेत किया है कि विकासशील देशों में जलवायु जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, अनुकूलन प्रयासों के लिये हरित औद्योगिक नीतियाँ अपनाया जाना बेहद अहम है. जलवायु-सम्बन्धी आपदाओं के कारण, विकासशील देशों को पहले ही, उच्च-आय वाले देशों की तुलना में तीन गुना आर्थिक नुक़सान झेलना पड़ रहा है.