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ऊर्जा

इंडोनेशिया के जकार्ता में एक अपशिष्ट जल शोधन केन्द्र से जल को नदी में प्रवाहित किया जा रहा है.
© UNICEF/Jiro Ose

अपशिष्ट जल, 'सम्भावनाओं से परिपूर्ण', व्यर्थ ना जाने देने पर बल

अपशिष्ट जल (wastewater) को लम्बे समय से एक पर्यावरणीय और स्वास्थ्य जोखिम के रूप में देखा जाता रहा है, मगर यूएन पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) का एक नया अध्ययन दर्शाता है कि कारगर नीतियों के ज़रिये इससे 50 करोड़ लोगों को वैकल्पिक ऊर्जा प्रदान की जा सकती है और कृषि में उर्वरक इस्तेमाल के प्रभावों को सन्तुलित करने में भी मदद मिल सकती है.

UN News

टिकाऊ ऊर्जा लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए, 'युवाओं का साथ ज़रूरी'

आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) के वार्षिक युवा फ़ोरम में विश्व भर से युवा प्रतिनिधि, एक सतत भविष्य के लिए ऊर्जा स्रोतों में बदलाव की अहमियत पर चर्चा के लिए जुटे हैं. सर्वजन के लिए टिकाऊ, भरोसेमन्द और आधुनिक ऊर्जा को सुनिश्चित किया जाना, मानव विकास और 2030 एजेंडा के सातवें टिकाऊ विकास लक्ष्य के लिए अत्यावश्यक है. इस अवसर पर, युवा प्रतिनिधि आशना अग्रवाल ने कोविड-19 से पुनर्बहाली की गति में तेज़ी लाने और टिकाऊ विकास लक्ष्यों को फिर से पटरी पर लाने के विषय पर केन्द्रित एक सत्र में हिस्सा लिया. यूएन न्यूज़ की शिवानी काला के साथ उनकी एक बातचीत...
ऑडियो
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कच्चे तेल के शोधन से निकलने वाले उत्सर्जन, जीवाश्म ईंधन के कुल उत्सर्जनों में एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.
© Unsplash/Zbynek Burival

ऊर्जा कम्पनियों की मीथेन उत्सर्जन कटौती में प्रगति, मगर आँकड़े स्पष्ट नहीं - यूनेप

संयुक्त राष्ट्र की पर्यावरण एजेंसी (UNEP) की एक ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर की 80 से ज़्यादा तेल व गैस कम्पनियों ने अपने मीथेन उत्सर्जन को कम करने और उसे मापने के लिये संकल्प व्यक्त किया है. ध्यान रहे कि मीथेन गैस वैश्विक तापमान वृद्धि में दूसरे सबसे बड़ा कारक है.

पाकिस्तान में जुलाई-अगस्त में भारी बढ़ से हुई भीषण तबाही का एक हवाई दृश्य. यूएन महासचिव ने देश के साथ एकजुटता दिखाने के लिये सितम्बर 2022 में बाढ़ प्रभावित कुछ इलाक़ों का दौरा किया.
UN Photo/Eskinder Debebe

1.5 डिग्री जलवायु संकल्प ‘मरणासन्न अवस्था में’, यूएन प्रमुख की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, बुधवार को न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में, देशों के राष्ट्राध्यक्षों व सरकार अध्यक्षों के साथ एक निजी बैठक में, जलवायु परिवर्तन संकट का सामना करने के लिये, और ज़्यादा कार्रवाई और नेतृत्व दिखाए जाने की पुकार लगाई है. उन्होंने साथ ही आगाह भी किया है कि वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के प्रयास अन्तिम साँसें गिनते नज़र आ रहे हैं.

प्रेरणादायक बच्चों को सामने लाने के लिये, उनके काम को प्रोत्साहन देने के लिये और अन्य बच्चों व अभिभावकों को जलवायु कार्रवाई के लिये प्रेरित करने हेतु यह प्रतिस्पर्धा आयोजित की गई.
UNIC India

भारत: जलवायु कार्रवाई के किशोर चैम्पियन

भारत में संयुक्त राष्ट्र सूचना केन्द्र (UNIC) ने मार्च 2022 में स्कूली बच्चों के बीच जलवायु कार्रवाई पर एक अभियान चलाया था. इस अभियान में कक्षा 6 से 12 तक के स्कूली छात्रों द्वारा की गई जलवायु कार्रवाई की प्रविष्टियाँ ली गईं, और उनमे से, अलग-अलग कक्षा श्रेणियों में शीर्ष स्थान पाने वाले छात्रों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

यूएन महासभा के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद - "प्रकृति के लिये क्षण" मुद्दे पर महासभा की उच्चस्तरीय चर्चा बैठक को सम्बोधित करते हुए (19 जुलाई 2022).
UN Photo/Manuel Elias

जलवायु जोखिमों से निपटने और कार्रवाई करने के लिये – ‘प्रकृति के लिये क्षण’

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के प्रयासों में बाधाएँ डाल रहे - आपस में जुड़े पर्यावरणीय जोखिमों की पड़ताल करने के लिये, मंगलवार को “प्रकृति के लिये क्षण” नामक एक व्यापक बैठक का आयोजन किया. उन्होंने इस बैठक में कहा कि वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने की लक्ष्य प्राप्ति में आठ वर्ष से भी कम समय बचा है.   

यमन में विश्व खाद्य कार्यक्रम से सहायता प्राप्त एक परिवार भोजन कर रहा है.
© WFP/Saleh Hayyan

यूक्रेन: खाद्य, ऊर्जा व वित्त पोषण संकट से निपटने के लिये कार्रवाई का आहवान

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने आगाह किया है कि यूक्रेन में युद्ध से उपजे प्रभावों के कारण, जीवन-व्यापन के लिये क़ीमतों में उछाल आया है और इससे कोई भी देश या समुदाय अछूता नहीं है. महासचिव गुटेरेश ने यूक्रेन में संकट से वैश्विक खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा व वित्त पोषण के लिये उत्पन्न चुनौतियों पर केन्द्रित एक नवीनतम रिपोर्ट बुधवार को जारी की है.

भारत में, ग्रामीण स्कूलों में बिजली नहीं होने के कारण, बच्चों की शिक्षा जारी रखने के लिये सोलर लैम्प मुहैया कराए जा रहे हैं.
© UNICEF/Pranav Purushotham

महामारी ने, 2030 तक सार्वभौमिक बिजली सुलभता की दिशा में प्रगति को किया है बाधित

संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी ने बिजली और भोजन पकाने के लिये प्रयोग होने वाले स्वच्छ ईंधनों व टैक्नॉलॉजी की सार्वभौमिक उपलब्धता की दिशा में प्रगति को धीमा किया है, और यूक्रेन युद्ध के परिणामस्वरूप, आगे और भी ज़्यादा झटके लग सकते हैं.

यूक्रेन में युद्ध की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ़्तार धीमी होने का अनुमान है.
© IMF/Brendan Hoffman

वैश्विक आर्थिक प्रगति में सुस्ती की आशंका, यूक्रेन संकट का असर

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट में वैश्विक अर्थव्यवस्था में केवल 3.1 प्रतिशत की वृद्धि होने की सम्भावना व्यक्त की गई है, जोकि इस वर्ष जनवरी में अनुमानित 4.0 फ़ीसदी से कम है. विश्व आर्थिक परिस्थिति व सम्भावना (WESP) रिपोर्ट में मौजूदा हालात की एक बड़ी वजह यूक्रेन में युद्ध को बताया गया है. 

 

अपोलो 17 के चालक दल ने 1972 में चंद्रमा तक पहुँचने के सफ़र के दौरान पृथ्वी की तस्वीर ली.
© NASA

अर्थ आवर: उजले भविष्य के लिये बुझाई गई बत्तियां

आमजन की अगुवाई में पृथ्वी की रक्षा के लिये समाधानों पर ध्यान केंद्रित करने और एक उज्ज्वल, टिकाऊ भविष्य के निर्माण की दिशा में प्रयासों के तहत, संयुक्त राष्ट्र, 26 मार्च को ‘अर्थ आवर’ मुहिम में हिस्सा ले रहा है.