ऊर्जा

कच्चे तेल के शोधन से निकलने वाले उत्सर्जन, जीवाश्म ईंधन के कुल उत्सर्जनों में एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.
© Unsplash/Zbynek Burival

ऊर्जा कम्पनियों की मीथेन उत्सर्जन कटौती में प्रगति, मगर आँकड़े स्पष्ट नहीं - यूनेप

संयुक्त राष्ट्र की पर्यावरण एजेंसी (UNEP) की एक ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर की 80 से ज़्यादा तेल व गैस कम्पनियों ने अपने मीथेन उत्सर्जन को कम करने और उसे मापने के लिये संकल्प व्यक्त किया है. ध्यान रहे कि मीथेन गैस वैश्विक तापमान वृद्धि में दूसरे सबसे बड़ा कारक है.

पाकिस्तान में जुलाई-अगस्त में भारी बढ़ से हुई भीषण तबाही का एक हवाई दृश्य. यूएन महासचिव ने देश के साथ एकजुटता दिखाने के लिये सितम्बर 2022 में बाढ़ प्रभावित कुछ इलाक़ों का दौरा किया.
UN Photo/Eskinder Debebe

1.5 डिग्री जलवायु संकल्प ‘मरणासन्न अवस्था में’, यूएन प्रमुख की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, बुधवार को न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में, देशों के राष्ट्राध्यक्षों व सरकार अध्यक्षों के साथ एक निजी बैठक में, जलवायु परिवर्तन संकट का सामना करने के लिये, और ज़्यादा कार्रवाई और नेतृत्व दिखाए जाने की पुकार लगाई है. उन्होंने साथ ही आगाह भी किया है कि वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के प्रयास अन्तिम साँसें गिनते नज़र आ रहे हैं.

प्रेरणादायक बच्चों को सामने लाने के लिये, उनके काम को प्रोत्साहन देने के लिये और अन्य बच्चों व अभिभावकों को जलवायु कार्रवाई के लिये प्रेरित करने हेतु यह प्रतिस्पर्धा आयोजित की गई.
UNIC India

भारत: जलवायु कार्रवाई के किशोर चैम्पियन

भारत में संयुक्त राष्ट्र सूचना केन्द्र (UNIC) ने मार्च 2022 में स्कूली बच्चों के बीच जलवायु कार्रवाई पर एक अभियान चलाया था. इस अभियान में कक्षा 6 से 12 तक के स्कूली छात्रों द्वारा की गई जलवायु कार्रवाई की प्रविष्टियाँ ली गईं, और उनमे से, अलग-अलग कक्षा श्रेणियों में शीर्ष स्थान पाने वाले छात्रों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

यूएन महासभा के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद - "प्रकृति के लिये क्षण" मुद्दे पर महासभा की उच्चस्तरीय चर्चा बैठक को सम्बोधित करते हुए (19 जुलाई 2022).
UN Photo/Manuel Elias

जलवायु जोखिमों से निपटने और कार्रवाई करने के लिये – ‘प्रकृति के लिये क्षण’

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के प्रयासों में बाधाएँ डाल रहे - आपस में जुड़े पर्यावरणीय जोखिमों की पड़ताल करने के लिये, मंगलवार को “प्रकृति के लिये क्षण” नामक एक व्यापक बैठक का आयोजन किया. उन्होंने इस बैठक में कहा कि वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने की लक्ष्य प्राप्ति में आठ वर्ष से भी कम समय बचा है.   

यमन में विश्व खाद्य कार्यक्रम से सहायता प्राप्त एक परिवार भोजन कर रहा है.
© WFP/Saleh Hayyan

यूक्रेन: खाद्य, ऊर्जा व वित्त पोषण संकट से निपटने के लिये कार्रवाई का आहवान

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने आगाह किया है कि यूक्रेन में युद्ध से उपजे प्रभावों के कारण, जीवन-व्यापन के लिये क़ीमतों में उछाल आया है और इससे कोई भी देश या समुदाय अछूता नहीं है. महासचिव गुटेरेश ने यूक्रेन में संकट से वैश्विक खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा व वित्त पोषण के लिये उत्पन्न चुनौतियों पर केन्द्रित एक नवीनतम रिपोर्ट बुधवार को जारी की है.

भारत में, ग्रामीण स्कूलों में बिजली नहीं होने के कारण, बच्चों की शिक्षा जारी रखने के लिये सोलर लैम्प मुहैया कराए जा रहे हैं.
© UNICEF/Pranav Purushotham

महामारी ने, 2030 तक सार्वभौमिक बिजली सुलभता की दिशा में प्रगति को किया है बाधित

संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी ने बिजली और भोजन पकाने के लिये प्रयोग होने वाले स्वच्छ ईंधनों व टैक्नॉलॉजी की सार्वभौमिक उपलब्धता की दिशा में प्रगति को धीमा किया है, और यूक्रेन युद्ध के परिणामस्वरूप, आगे और भी ज़्यादा झटके लग सकते हैं.

यूक्रेन में युद्ध की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ़्तार धीमी होने का अनुमान है.
© IMF/Brendan Hoffman

वैश्विक आर्थिक प्रगति में सुस्ती की आशंका, यूक्रेन संकट का असर

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट में वैश्विक अर्थव्यवस्था में केवल 3.1 प्रतिशत की वृद्धि होने की सम्भावना व्यक्त की गई है, जोकि इस वर्ष जनवरी में अनुमानित 4.0 फ़ीसदी से कम है. विश्व आर्थिक परिस्थिति व सम्भावना (WESP) रिपोर्ट में मौजूदा हालात की एक बड़ी वजह यूक्रेन में युद्ध को बताया गया है. 

 

अपोलो 17 के चालक दल ने 1972 में चंद्रमा तक पहुँचने के सफ़र के दौरान पृथ्वी की तस्वीर ली.
© NASA

अर्थ आवर: उजले भविष्य के लिये बुझाई गई बत्तियां

आमजन की अगुवाई में पृथ्वी की रक्षा के लिये समाधानों पर ध्यान केंद्रित करने और एक उज्ज्वल, टिकाऊ भविष्य के निर्माण की दिशा में प्रयासों के तहत, संयुक्त राष्ट्र, 26 मार्च को ‘अर्थ आवर’ मुहिम में हिस्सा ले रहा है. 

समुद्र -  वातावरण में मौजूद ग्रीनहाउस गैसों द्वारा समााहित अत्यधिक गर्मी को सोख़कर, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कुछ टाल रहे हैं.
WMO/Olga Khoroshunova

पृथ्वी का तापमान बढ़ाने वाली ग्रीनहाउस गैसों के बारे में पाँच अहम बातें

किसी ग्रीनहाउस में सूर्य का प्रकाश दाख़िल होता है, और गर्मी वहीं ठहर जाती है. ग्रीनहाउस प्रभाव इसी तरह का परिदृश्य पृथ्वी के स्तर पर भी परिभाषित होता है, मगर किसी ग्रीनहाउस में लगे शीशे के बजाय, कुछ तरह की गैसें, वैश्विक तापमान को लगातार बढ़ा रही हैं.

भारत की एक अग्रणी सौर ऊर्जा परियोजना रीवा सौर पार्क है, जिसकी मदद से नई दिल्ली की मेट्रो रेल प्रणाली को ऊर्जा प्रदान की जा रही है.
Climate Investment Funds

भारत: युवजन ही लाएंगे बदलाव

भारत एक वैश्विक जलवायु नेतृत्व की ओर अग्रसर है. भारत का लक्ष्य है - 2030 तक अपनी कुल ऊर्जा का 40% नवीकरणीय स्रोतों से उत्पन्न करना. भारत की जलवायु महत्वाकांक्षा को साकार करने के लिये, युवजन भी दृढ़ता से खड़े हैं. भारत में WETHECHANGENOW अभियान के तहत जलवायु कार्रवाई पर एक वीडियो रिपोर्ट...