वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

तपेदिक

विश्व भर में, 2022 में 75 लाख लोगों में टीबी संक्रमण की पुष्टि हुई.
UN Photo/Loey Felipe

टीबी का 'अन्तिम अध्याय' लिखने के लिए अतिरिक्त प्रयासों की दरकार

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2022 में तपेदिक (टीबी) के निदान और उपचार सेवाओं का स्तर बढ़ाने के प्रय में काफ़ी हद तक बेहतरी दर्ज की गई है. वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण टीबी सेवाओं पर नकारात्मक असर हुआ था, मगर अब स्थिति में सुधार नज़र आने लगा है. इसके बावजूद, टीबी का उन्मूलन करने के लिए अभी और क़दम उठाए जाने होंगे. 

यूएन महासभा इमारत के बाहर विभिन्न देशों के राष्ट्रध्वज फहरा रहे हैं.
UN Photo/Rick Bajornas

UNGA78: साप्ताहिक वीडियो बुलेटिन

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र में उच्चस्तरीय बहस में हिस्सा लेने के लिए विश्व भर से नेतागण न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पहुँचे. संयुक्त राष्ट्र का यह सबसे व्यस्त सप्ताहएक बेहतर भविष्य के लिए, बेहतर ख़ाके की प्रतिबद्धता दोहराने के संकल्प के साथ शुरू हुआ. सप्ताह भर की गतिविधियों पर एक वीडियो रिपोर्ट.

एसडीजी मीडिया ज़ोन में टिकाऊ विकास लक्ष्यों से जुड़े विभिन्न मु्द्दों पर चर्चा हुई.
United Nations

वीडियो बुलेटिन, 22 सितम्बर 2023

शुक्रवार को महासभा में चर्चा के केन्द्र में रही बीमारी – तपेदिक के रोगियों के ख़िलाफ़ कलंकित मानसिकता ख़त्म करने, वैश्विक आर्थिक सुधार, शान्ति व सुरक्षा के लिए सुझाए नए उपाय. 22 सितम्बर की दिन भर की हलचल पर एक वीडियो रिपोर्ट...

कोलम्बिया में एक टीबी संक्रमित मरीज़ का घर पर ही इलाज हो रहा है.
© PAHO/Joshua Cogan

2030 तक, टीबी उन्मूलन के लिए वैश्विक कार्रवाई का नया संकल्प

विश्व नेताओं, नागरिक समाज के प्रतिनिधियों और अन्य हितधारकों ने तपेदिक (टीबी) रोग के उन्मूलन पर लक्षित एक राजनैतिक घोषणापत्र को शुक्रवार को यूएन मुख्यालय में एक बैठक के दौरान पारित किया है.

भारत के मुम्बई शहर में स्थित एक अस्पताल में एक डॉक्टर, टीबी मरीज़ की जाँच कर रहा है.
© WHO/David Rochkind

टीबी रोकथाम उपायों में विफल रहने से, 2035 तक 10 लाख मौतों की आशंका

महामारियों का समाधान ढूंढने पर केन्द्रित यूएन एजेंसी (Unitaid) ने बुधवार को चेतावनी जारी की है कि तपेदिक यानि टीबी संक्रमितों के सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों का पता लगाने (contact tracing) और रोग की रोकथाम के लिए उपायों को लागू करने में विफलता, वर्ष 2035 तक लगभग दस लाख मौतों की वजह बन सकती है.

भारत में एक डॉक्टर अपने मरीज़ के एक्स-रे की जाँच कर रहा है, ताकि टीबी का पता लगाया जा सके.
© ILO/Vijay Kuty

टीबी वैक्सीन विकास पर केन्द्रित नई परिषद, लाखों ज़िन्दगियों की रक्षा की आशा

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने तपेदिक (टीबी) के विरुद्ध कारगर, नई तरह के टीकों (novel vaccines) के लिए लाइसेंस और उनके प्रयोग की प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए अपनी योजना पेश की है. यूएन एजेंसी ने आशा व्यक्त की है कि ‘टीबी वैक्सीन ऐक्सीलरेटर’ परिषद' नामक इस पहल के ज़रिये, बड़ी संख्या में तपेदिक मामलों की रोकथाम और लोगों के जीवन की रक्षा कर पाना सम्भव होगा.

भारत में एक डॉक्टर अपने मरीज़ के एक्स-रे की जाँच कर रहा है, ताकि टीबी का पता लगाया जा सके.
© ILO/Vijay Kuty

टीबी के कारण प्रतिदिन चार हज़ार से अधिक मौतें, संसाधनों में निवेश की पुकार  

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने तपेदिक (टीबी) के विरुद्ध लड़ाई में दर्ज प्रगति की दिशा उलटने पर चिन्ता जताते हुए, संसाधन, समर्थन, देखभाल और जानकारी सुनिश्चित करने के लिये तत्काल निवेश की पुकार लगाई है. यूएन एजेंसी के अनुसार, वर्ष 2000 के बाद से अब तक साढ़े छह करोड़ से अधिक ज़िन्दगियों की रक्षा करने में मदद मिली है, मगर कोविड-19 महामारी से उपजे व्यवधान के कारण जोखिम पैदा हो गया है. 

भारत में टीबी से पीड़ित लोगों की संख्या दुनिया में सबसे अधिक है.
ILO Photo/Vijay Kutty

कोविड-19 के कारण, टीबी से होने वाली मौतों में, एक दशक में पहली बार वृद्धि

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण तपेदिक (टीबी) के ख़िलाफ़ लड़ाई में, वर्षों से दर्ज की जा रही प्रगति को एक बड़ा झटका लगा है. एक दशक से ज़्यादा समय में पहली बार टीबी से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है. 

भारत में एक डॉक्टर फेफड़ों में संक्रमण की शिनाख़्त के लिये मरीज़ की छाती के एक्सरे की जाँच कर रहा है.
© UNICEF/Vinay Panjwani

WHO: टीबी के ख़िलाफ़ लड़ाई में प्रगति पर ख़तरा

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि तपेदिक (टीबी) बीमारी के ख़िलाफ़ वैश्विक लड़ाई में प्रगति को बरक़रार रखने के लिये वित्तीय संसाधनों और कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता है. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने बुधवार को अपनी नई रिपोर्ट के साथ एक चेतावनी जारी करते हुए आगाह किया है कि समुचित उपायों के अभाव में टीबी की रोकथाम व उपचार के लिये निर्धारित लक्ष्यों को पाने में विफलता हाथ लगने की आशंका है.  

जिबूती में टीबी से संक्रमित एक सोमाली महिला अपने एक्स-रे के साथ.
UNDP/Aurélia Rusek

विश्व तपेदिक दिवस: टीबी पर कार्रवाई का समय 'यही है'

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार, 24 मार्च, को 'विश्व तपेदिक दिवस' पर नए दिशानिर्देश जारी किए हैं जिनका लक्ष्य टीबी संक्रमितों को बीमार होने से बचाने के लिए रोकथाम व इलाज जल्द से जल्द सुनिश्चित करना है. टीबी दुनिया की सबसे घातक संक्रामक बीमारी है और हर दिन इसके कारण चार हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत होती है.