वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

तख़्ता पलट

बु्र्कीना फ़ासो के उत्तरी इलाक़े में, एक सैनिक निगरानी करते हुए.
© Michele Cattani

बुर्कीना फ़ासो में सैन्य तख़्तापलट की निन्दा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, पश्चिम अफ़्रीकी देश - बुर्कीना फ़ासो में रविवार को, सेना के कुछ वर्गों द्वारा तख़्तापलट किये जाने के बाद, वहाँ की स्थिति पर, गहरी चिन्ता के बीच, नज़र बनाए हुए हैं.

म्याँमार में सैन्य तख़्ता पलट के विरोध में वॉशिन्गटन में व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन.
Unsplash/Gayatri Malhotra

म्याँमार: 'बड़े पैमाने पर मौतों' की रोकथाम के लिये कार्रवाई की माँग

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ टॉम एण्ड्रयूज़ ने चेतावनी जारी की है कि म्याँमार में व्यापक पैमाने पर मौतों को टालने के लिये जल्द से जल्द अन्तरराष्ट्रीय कार्रवाई की आवश्यकता है. ख़बरों के अनुसार सेना द्वारा किये जा रहे हमलों से बचने के लिये, बड़ी संख्या में लोगों ने जंगलों में शरण ली है, उनके पास भोजन, पानी व दवा का सहारा नहीं है, जिससे उनके जीवन के लिये जोखिम पैदा हो रहा है. 

म्याँमार के यंगून शहर में, एक मन्दिर में लोग प्रार्थना करते हुए
Unsplash/Matteo Massimi

म्याँमार: आम जन के साथ एकजुटता और उनकी रक्षा ज़रूरी, यूएन विशेषज्ञ का आग्रह

म्याँमार में मानवाधिकारों की स्थिति पर स्वतन्त्र मानवाधिकार विशेषज्ञ टॉम एण्ड्रयूज़ ने ध्यान दिलाया है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का यह दायित्व है कि म्याँमार में, अपने ही देश की सेना द्वारा किये जा रहे हमलों का सामना कर रहे लोगों की रक्षा की जाए. यूएन न्यूज़ के साथ उनकी ख़ास बातचीत का यह दूसरा हिस्सा है, जिसमें विशेष रैपोर्टेयर ने म्याँमार के पड़ोसी देशों से, सुरक्षा की ख़ातिर भाग रहे लोगों को शरण देने का आग्रह किया है.

म्याँमार के यंगून के एक बाज़ार में किताब का स्टॉल, जिसमें आँग सान सू ची के जीवन पर आधारित किताबें भी हैं.
Unsplash/Alexander Schimmeck

म्याँमार: सेना की पूरी कोशिश, 'दुनिया के सामने सच्चाई ना आए'

म्याँमार में मानवाधिकारों की स्थिति पर सयुक्त राष्ट्र के विशेष रैपोर्टेयर टॉम एण्ड्रयूज़ ने यूएन न्यूज़ के साथ एक ख़ास इण्टरव्यू में बताया है कि सैन्य नेतृत्व पूरी कोशिश कर रहा है कि देश से सच को बाहर जाने से रोका जा सके. उनके मुताबिक़ सेना नहीं चाहती है कि म्याँमार में हालात के बारे में, दुनिया को सही जानकारी मिल सके. यूएन विशेषज्ञ ने उन उपायों का इस्तेमाल किये जाने की सिफ़ारिश की है कि जोकि अतीत में सफल साबित हो चुके हैं.  

म्यांमार में लगभग दस लाख लोगों को मानवीय राहत व संरक्षा की आवश्यकता है.
UNICEF/Minzayar Oo

म्याँमार: हिंसक झड़पों के कारण हज़ारों लोग विस्थापित

म्याँमार के सुरक्षा बलों और क्षेत्रीय हथियारबन्द गुटों के बीच झड़पों में देश के अनेक हिस्सों में अब तक 17 आम नागरिकों के मारे जाने की ख़बर है. मानवीय राहत मामलों में समन्वय के लिये संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने बुधवार को म्याँमार के मौजूदा हालात पर एक अपडेट जारी कर बताया है कि हिंसा की वजह से हज़ारों लोग विस्थापित हुए हैं. 

म्याँमार के यंगून शहर में, विभिन्न नस्लीय व धार्मीक पृष्ठभूमि के लोग, प्रार्थना सभा में शिरकत करते हुए.
Unsplash/Zinko Hein

म्याँमार: सुरक्षा की ख़ातिर भागने वालों की रक्षा करनी होगी

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) और यूएन शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने म्याँमार के पड़ोसी देशों से आग्रह किया है कि वो देश में हिंसा और दमन से बचकर सुरक्षा की ख़ातिर भागने वाले लोगों को शरण और सुरक्षा मुहैया कराएँ. म्याँमार में राजनैतिक संकट गुरूवार, 1 अप्रैल को, तीसरे महीने में प्रवेश कर गया है.

म्याँमार के यंगून शहर में करफ़्यू की परवाह ना करते हुए लोग रात में एकत्र हुए.
Unsplash/Zinko Hein

म्याँमार की सेना, देश के भविष्य के लिये ख़तरा - यूएन दूत की चेतावनी

म्याँमार के लिये संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत क्रिस्टीन श्रेनर बर्गनर ने कहा है कि देश की सेना अपने ही नागरिकों के ख़िलाफ़ खड़ी हो गई है, जिससे देश के भविष्य पर जोखिम मंडरा रहा है. विशेष दूत ने म्याँमार में वार्षिक 'सैन्य बल दिवस' की पूर्व संध्या पर, शुक्रवार को जारी अपने बयान में म्याँमार मे हालात पर चिन्ता जताई है.  

फ़रवरी 2021 में तख़्ता पलट के बाद से ही म्याँमार में विरोध प्रदर्शन जारी हैं.
Unsplash/Justin Min

म्याँमार में ‘हालात बिगड़ने की आशंका’, आपात बैठक बुलाए जाने का आग्रह

म्याँमार में मानवाधिकारों की स्थिति पर यूएन के विशेष रैपोर्टेयर टॉम एण्ड्रयूज़ ने मौजूदा हालात पर चर्चा के लिये अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से सभी हितधारकों की एक आपात बैठक बुलाए जाने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि इस वार्ता में उन सांसदों को भी आमन्त्रित किया जाना होगा जो फ़रवरी मे सैन्य तख़्ता पलट से पहले चुनावों में लोकतान्त्रिक रूप से चुने गए थे.

म्याँमार के व्यावसायिक शहर व पूर्व राजधानी, यंगून का एक दृश्य
UN News/Nyi Teza

म्याँमार: प्रदर्शनकारियों पर हिंसा में तेज़ी, मानवाधिकार कार्यालय ‘बेहद व्यथित’

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने म्याँमार में शान्तिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध दमनात्मक कार्रवाई पर गहरा क्षोभ प्रकट किया है. यूएन कार्यालय के अनुसार सड़कों पर मृतकों का आँकड़ा बढ़ना, घातक बल का आक्रामक इस्तेमाल किया जाना, और लोगों को मनमाने ढंग से हिरासत में लेने के बाद यातना दिये जाने की ख़बरें, चिन्ता का कारण हैं.

महिलाधिकारों व लैंगिक समानता के लिये काम करने वाले संगठन - यूएन वीमैन की कार्यकारी निदेशक फ़ूमज़िले म्लाम्बो-न्ग्यूका.
UN Photo/Mark Garten

म्याँमार: प्रदर्शनों में महिलाओं के विरुद्ध लक्षित हिंसा पर चिन्ता

महिलाधिकारों की संरक्षा के लिये काम करने वाली, संयुक्त राष्ट्र संस्था – यूएन वीमैन ने, म्याँमार में, शान्तिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों की दमनात्मक कार्रवाई में, महिलाओं को निशाना बनाए जाने और उनके ख़िलाफ़ अत्यधिक हिंसा पर गम्भीर चिन्ताएँ व्यक्त की हैं.