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स्वास्थ्यकर्मी

भारत के चित्रकूट के एक अस्पताल में एक नर्स एक बच्चे की माँ से बात कर रही है.
© UNICEF/Prashanth Vishwanathan

कोविड-19 महामारी के बाद, स्वास्थ्य प्रणालियों में सुधार के आरम्भिक संकेत

​​संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि अधिकांश देशों में स्वास्थ्य प्रणालियों ने कोविड-19 महामारी के तीन वर्ष बाद, सुधार व बहाली के पहले संकेत दर्शाने शुरू कर दिए हैं. वैश्विक महामारी के कारण लाखों लोगों की मौत हुई, करोड़ों लोग कोरोनावायरस संक्रमण का शिकार हुए और अधिकांश देशों में स्वास्थ्य सेवाओं में व्यवधान दर्ज किया गया.

भारत के टीकाकरण कार्यक्रम की सफलता के पीछे दो लाख पचास हज़ार स्वास्थ्यकर्मी हैं, जो मुश्किल हालातों में भी अथक काम करते हैं.
UNDP India

भारत: महिला स्वास्थ्यकर्मियों के बुलन्द हौसले

भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के सहयोग से, देश के दूर-दराज़ के इलाक़ों में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम को सफलता से अंजाम दिया है. लेकिन इस अभियान की ख़ामोश नायक हैं, वो कर्मठ महिला स्वास्थ्य कर्मी, जो अक्सर व्यक्तिगत परेशानियों को दरकिनार करके, बीहड़ इलाक़ों में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में लगी हैं.

फ़िलिपींस के एक सामुदायिक अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मी निजी बचाव के लिये पोशाक पहन कर मरीज़ों की जाँच करते हैं.
UN Women/Louie Pacardo

वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिये बेहतर चौकसी व्यवस्था पर बल

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार, 27 दिसम्बर, को ‘अन्तरराष्ट्रीय वैश्विक महामारी तैयारी दिवस’ के अवसर पर उन रोगाणुओं की पहचान एवं निगरानी के लिये बेहतर चौकसी व्यवस्था की ज़रूरत को रेखांकित किया है, जिनसे वैश्विक महामारी फैलने का ख़तरा है.

 काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य के एक गाँव में घर को संक्रामक रोगाणुओं से मुक्त करने की तैयारी की जा रही है.
WHO

2022 पर एक नज़र: इबोला और हैज़ा का प्रकोप, एमपॉक्स से आपात स्थिति, कोविड महामारी का ‘अन्त नहीं’

संयुक्त राष्ट्र ने फिर से आगाह किया है कि कोविड-19 महामारी अब भी वैश्विक चिन्ता का कारण बनी हुई है. इसी साल हैज़ा, इबोला और मंकीपॉक्स (नया नाम - एमपॉक्स) के रूप में स्वास्थ्य चुनौतियाँ उभरी, जिस पर नियंत्रण पाने के और आमजन के जीवन की रक्षा के लिये स्वास्थ्य और सहायता कर्मियों ने समन्वित प्रयास किए. यूएन के अनुसार वर्ष 2030 तक एचआईवी/एड्स को पूर्ण रूप से ख़त्म करने के लक्ष्य पर जोखिम है, लेकिन एक नई वैक्सीन से मलेरिया का अन्त होने की उम्मीद जगी है. 

योरोप व मध्य एशिया में क़रीब 40 करोड़ लोगों को पुनर्वास देखभाल सेवाओं की आवश्यकता है.
© WHO

योरोपीय क्षेत्र: बड़ी ज़रूरतमन्द आबादी के लिए पुनर्वास स्वास्थ्य देखभाल का अभाव

योरोपीय क्षेत्र के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कार्यालय ने चेतावनी जारी की है कि योरोपीय क्षेत्र में 39 करोड़ से अधिक लोगों, यानि क़रीब आधी आबादी को, स्वास्थ्य अवस्थाओं के कारण पुनर्वास देखभाल की आवश्यकता है, मगर अधिकाँश लोगों को यह उपलब्ध नहीं हो पा रही है.

ब्राज़ील में एक स्वास्थ्यकर्मी कोविड-19 से बचाव के लिये टीका लगाने की तैयारी कर रही है.
PAHO/Karina Zambrana

कोविड-19 महामारी का अन्त अब नज़र आने लगा है: WHO

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 संक्रमण के कारण किसी एक सप्ताह में मृतकों की संख्या, मार्च 2020 के बाद से अब तक अपने निम्नतम स्तर तक पहुँच गई है, जिससे वैश्विक महामारी का अन्त अब नज़र आने लगा है.
 

बांग्लादेश के ढाका शहर में मलिन बस्तियों में रहने वाले परिवारों को कोविड-19 महामारी के दौरान आपातकालीन सहायता प्रदान की जा रही है.
UNDP/Fahad Kaizer

महामारी 'अभी ख़त्म नहीं हुई', स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने में सहयोग पर बल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने जिनीवा में 'विश्व स्वास्थ्य ऐसेम्बली' के 75वें वार्षिक सत्र को सम्बोधित करते हुए चेतावनी जारी की है कि कोविड-19 संक्रमण मामलों और मृतक संख्या में गिरावट के बावजूद अभी वैश्विक महामारी का अन्त नहीं हुआ है. उन्होंने वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के लिये देशों के बीच पारस्परिक सहयोग को अहम बताया है.

घाना की एक प्रयोगशाला में एक शोधकर्ता, पौधों से प्राप्त अर्क़ की जाँच करते हुए.
WHO/Ernest Ankomah

पारम्परिक औषधि के लिये वैश्विक केंद्र की स्थापना, भारत और WHO में समझौता

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और भारत सरकार ने आधुनिक विज्ञान एवं टैक्नॉलॉजी के ज़रिये, पारम्परिक औषधि में निहित सम्भावनाओं को साकार करने के इरादे से एक वैश्विक केंद्र स्थापित किये जाने के समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं. भारत के गुजरात राज्य के जामनगर शहर में बनाए जाने वाले इस केंद्र की मदद से आमजन की सेहत में बेहतरी लाने और विश्व के हर क्षेत्र में सम्पर्क व लाभ सुनिश्चित किये जाने की योजना है. 

अफ़ग़ानिस्तान के दक्षिणी प्रान्त कन्दाहार में, एक बच्चे को पोलियो वैक्सीन की ख़ुराक देने की तैयारी. (फ़ाइल फ़ोटो)
© UNICEF/Frank Dejongh

अफ़ग़ानिस्तान: आठ पोलियो स्वास्थ्यकर्मियों की 'निर्दयतापूर्ण' हत्याओं की निन्दा

संयुक्त राष्ट्र ने उत्तरी अफ़ग़ानिस्तान में चार स्थानों पर पोलियो टीकाकरण में जुटे आठ कर्मचारियों की हत्याओं की कड़े शब्दों में निन्दा की है. पिछले वर्ष नवम्बर में देशव्यापी प्रतिरक्षण अभियान शुरू होने के बाद से पहली बार ये हमले हुए हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन कुछ देशों में टैस्टिंग क्षमता को पुख़्ता बनाने में मदद कर रहा है.
WHO/Nana Kofi Acquah

ओमिक्रॉन: संक्रमण में वृद्धि बरक़रार, कुछ देशों में 'लहर का सबसे बुरा दौर गुज़रा'

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि कुछ देशों में कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरीएण्ट के कारण संक्रमण मामलों में भीषण बढ़ोत्तरी के बाद, अब ये अपने चरम बिन्दु को पार कर चुके हैं, जिससे यह उम्मीद उपजी है कि इन देशों में नई संक्रमण लहरों का सबसे ख़राब दौर बीत चुका है. मगर यूएन एजेंसी ने आगाह करते हुए ये भी कहा है कि अभी कोई भी देश, इस संकट से पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाया है.