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स्वास्थ्य सेवाएं

यूक्रेन की राजधानी कीयेफ़ में, एक अस्थाई अस्पताल में जन्मे अपने नवजात शिशु को गोद में में थामे हुए.
© UNICEF/Oleksandr Ratushniak

यूक्रेन: युद्ध में हताहतों की बड़ी संख्या, जाँच व जवाबदेही की मांग

संयुक्त राष्ट्र के राजनैतिक व शान्तिनिर्माण मामलों की प्रमुख रोज़मैरी डीकार्लो ने गुरुवार को सुरक्षा परिषद की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा है कि यूक्रेनी शहरों पर रोज़ हो रहे हमलों में आमजन हताहत हो रहे हैं, बुनियादी ढाँचे को भीषण नुक़सान पहुँच रहा है और मानवीय आवश्यकताएँ लगातार बढ़ रही हैं. इसके मद्देनज़र, उन्होंने जाँच और जवाबदेही सुनिश्चित किये जाने का आग्रह किया है.

यूएन उपप्रमुख आमिना मोहम्मद और इथियोपिया की राष्ट्रपति साहले-वर्क ज़्येदे ने सूखा प्रभावित सोमाली क्षेत्र का दौरा किया.
UNECA/Daniel Getachaw

यूएन उपप्रमुख का इथियोपिया दौरा, हिंसक संघर्ष के बीच स्थाई शान्ति की अहमियत पर बल

संयुक्त राष्ट्र उपमहासचिव आमिना मोहम्मद ने इथियोपिया के अपने दौरे में बलात्कार पीड़ितों, युवा महिला उद्यमियों समेत उन सभी लोगों से मुलाक़ात की है, जिनका जीवन हिंसक संघर्ष व टकराव से प्रभावित हुआ है. साथ ही, यूएन की शीर्ष अधिकारी ने उम्मीद भरी वो आवाज़ें भी सुनीं जो देश के स्थाई शान्ति की ओर लौटने के महत्व को रेखांकित करती हैं. 

सूडान में एक स्वास्थ्य केंद्र पर गम्भीर कुपोषण के बारे में जानकारी दी जा रही है.
© UNICEF/Shehzad Noorani

सूडान: दो महीनों में स्वास्थ्यकर्मियों व केन्द्रों पर 15 हमलों से गहराई चिन्ता

सूडान में बढ़ते संकट के बीच, स्वास्थ्यकर्मियों और स्वास्थ्य केन्द्रों पर हमलों की घटनाएँ बढ़ने से चिन्ता व्याप्त है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO EMRO) ने बुधवार को बताया कि पिछले दो महीनों में ऐसी 15 घटनाओं की पुष्टि हुई है. 

अफ़ग़ानिस्तान के कन्दहार में यूनीसेफ़ समर्थित एक स्वास्थ्य केंद्र पर एक लड़की.
© UNICEF/Alessio Romenzi

अफ़ग़ानिस्तान: मानवीय संकट गहराने से रोकने के लिये तत्काल कार्रवाई की माँग   

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से अफ़ग़ानिस्तान में ज़रूरतमन्दों तक मानवीय राहत पहुँचाने का मार्ग स्पष्ट करने के लिये, हरसम्भव उपाय किये जाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा है कि सर्दी के मौसम के दौरान, मानवीय आपदा के गहराने का ख़तरा है और इसकी रोकथाम करनी होगी.

भारत में टीबी से पीड़ित लोगों की संख्या दुनिया में सबसे अधिक है.
ILO Photo/Vijay Kutty

कोविड-19 के कारण, टीबी से होने वाली मौतों में, एक दशक में पहली बार वृद्धि

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण तपेदिक (टीबी) के ख़िलाफ़ लड़ाई में, वर्षों से दर्ज की जा रही प्रगति को एक बड़ा झटका लगा है. एक दशक से ज़्यादा समय में पहली बार टीबी से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है. 

अफ़ग़ानिस्तान में एक करोड़ 40 लाख लोग खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं.
© UNICEF/Sayed Bidel

अफ़ग़ानिस्तान के लिये एक ‘अति महत्वपूर्ण क्षण’ - विश्व समुदाय से सहायता कार्रवाई की पुकार 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने अफ़ग़ानिस्तान में गहराते मानवीय संकट के बीच, देश के लिये इसे एक बेहद अहम लम्हा क़रार देते हुए, विश्व भर से सहायता कार्रवाई का आहवान किया है. उन्होंने आगाह किया है कि अफ़ग़ान नागरिकों को अगर समय रहते मदद नहीं पहुँचाई गई तो इसके गम्भीर नतीजे देखने को मिल सकते हैं. 

यमन में हिंसा के कारण बड़े पैमाने पर लोग विस्थापन का शिकार हुए हैं.
UNOCHA/Giles Clarke

यमन में अकाल की रोकथाम के प्रयास - यूएन रैज़ीडैण्ट कोऑर्डिनेटर ब्लॉग

यमन पिछले सात वर्ष से एक क्रूर हिंसक संघर्ष से जूझ रहा है और बड़े स्तर पर मानवीय सहायता पर निर्भर है. संयुक्त राष्ट्र हर हाल में यह सुनिश्चित करने के लिये प्रयासरत है कि स्थानीय नागरिकों को फिर से अकाल और कुपोषण जैसे बदतर हालात की पीड़ा ना झेलनी पड़े.  

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में, इन्दिरा गाँधी बाल अस्पताल का एक दृश्य.
© UNICEF/Sayed Bidel

अफ़ग़ानिस्तान में चरमरा रही हैं सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएँ, WHO की चेतावनी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को एक चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रावधान बदहाल होते जा रहे हैं. देश में ख़सरा और दस्त (डायरिया) के मामलों में तेज़ वृद्धि हो रही है और पोलियो भी एक बड़ा जोखिम बनता जा रहा है.  

कुन्दूज़, सर-ए-पोल और टकहर प्रान्तों के 400 से अधिक परिवारों ने दक्षिणी काबुल के एक स्कूल में शरण ली है.
© UNICEF Afghanistan

आपबीती: जोखिमों के बावजूद बीमारों के उपचार के लिये अफ़ग़ान स्वास्थ्यकर्मी ने जताई प्रतिबद्धता

अफ़ग़ानिस्तान के एक डॉक्टर ने यूएन न्यूज़ से बातचीत में, हिंसा के कारण अपना घर छोड़कर भागने के लिये मजबूर अफ़ग़ानों की सहायता के लिये बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएँ जारी रखने की प्रतिबद्धता ज़ाहिर की है. साथ ही, उन्होंने आगाह किया है कि मौजूदा सुरक्षा परिस्थितियों के कारण उनका व उनके साथियो विशेष रूप से महिला सहकर्मियों का भविष्य अनिश्चित है.  

यमन के अदन में विस्थापित बच्चों को अपने शिविर में जल के लिये कण्टेनर का इसतेमाल करना पड़ता है.
UNOCHA/Giles Clarke

यूनीसेफ़ - जलवायु परिवर्तन है बाल अधिकारों का भी संकट

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि मध्य अफ़्रीका गणराज्य, चाड, नाइजीरिया, गिनी और गिनी-बिसाउ सहित 33 देशों में बच्चों पर जलवायु परिवर्तन से व्यापक रूप से प्रभावित होने का ख़तरा मंडरा रहा है.