वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

स्वास्थ्य जोखिम

यूएन एजेंसियों के अधिकारियों की पहली वार्षिक, कार्यकारी बैठक जिनीवा में यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के मुख्यालय में हुई.
© WHO/Pierre Albouy

आमजन, पशुओं व पर्यावरण के स्वास्थ्य के लिए, समग्र दृष्टिकोण अपनाए जाने पर बल

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों ने सोमवार को लोगों, पशुओं व पर्यावरण के स्वास्थ्य में सुधार लाने व उनके बीच सन्तुलन साधने के इरादे से अपनी एक संयुक्त अपील जारी की है, जोकि वैश्विक कार्रवाई के लिए ‘One Health’ दृष्टिकोण का एक हिस्सा है.

पर्यावरणीय कारणों से अक्सर स्वास्त्य पर दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं.
© CIAT/Neil Palmer

जलवायु परिवर्तन व स्वास्थ्य जोखिम: देशों के पास समर्थन व धनराशि का अभाव

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि जलवायु प्रभावों से आमजन के स्वास्थ्य की रक्षा करने के लिये, देशों की सरकारें सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को प्राथमिकता दे रही हैं, मगर कारगर कार्रवाई के लिये अनेक देशों के पास पर्याप्त धनराशि उपलब्ध नहीं है.

अलबानिया के तिराना में कामगार एक इमारत की मरम्मत के काम में जुटे हैं.
ILO Photo/Marcel Crozet

कामकाज-सम्बन्धी वजहों से हर वर्ष लगभग 20 लाख की मौत - नई रिपोर्ट

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि कामकाज सम्बन्धी बीमारियों और चोटों की वजह से वर्ष 2016 में 19 लाख लोगों की मौत हुई. यह पहली बार है जब यूएन एजेंसियों ने साझा रूप से इस विषय में अनुमानों को पेश किया है.

पर्यावरणीय कारणों से अक्सर स्वास्त्य पर दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं.
© CIAT/Neil Palmer

पर्यावरणीय जोखिमों के स्वास्थ्य दुष्प्रभावों से निपटने के लिये कार्रवाई का पुलिन्दा

संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न एजेंसियों ने एक साथ मिलकर 500 कार्रवाई उपायों का एक नया सार-संग्रह (compendium) तैयार किया है जिसका उद्देश्य पर्यावरणीय जोखिमों से होने वाली मौतों व बीमारियों में कमी लाना है. 

ब्राज़ील में कोरोनावायरस संक्रमण के मामले तेज़ी से फैले और लोगों ने ऐहतियाती उपायों के तहत मास्क पहनना शुरू किया.
IMF/Raphael Alves

कोविड-19: स्वतन्त्र आयोग की अन्तरिम रिपोर्ट, जवाबी कार्रवाई में मिली कमियाँ

कोरोनावायरस संकट की पृष्ठभूमि में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा नियुक्त विशेषज्ञों ने कहा है कि मौजूदा वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली, विश्वव्यापी महामारियों के प्रति समय रहते आगाह करने और पुख़्ता जवाबी कार्रवाई करने के लिये पूरी तरह सक्षम नहीं है. इन विशेषज्ञों ने मंगलवार को अपनी एक अन्तरिम रिपोर्ट जारी की है जिसमें कोविड-19 महामारी और अन्य स्वास्थ्य जोखिमों से निपटने के लिये एक नए ढाँचे की आवश्यकता को रेखांकित किया गया है.