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स्टैन स्वामी

A man has his hands disinfected by a health worker in Cuba as a precaution against COVID-19 .

यूएन न्यूज़ हिन्दी बुलेटिन, 16 जुलाई 2021

इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...

  • WHO की चेतावनी, महामारी के बढ़ते मामलों से, तीसरी लहर के संकेत.
  • कोविड-19 महामारी से निपटने की धुन में, बच्चों का टीकाकरण हुआ दरकिनार.
  • भारत के हरियाणा प्रदेश में लगभग एक लाख लोगों को उनके घरों से जबरन बेदख़ल किये जाने पर मानवाधिकार चिन्ता.
  • एक यूएन मानवाधिकार विशेषज्ञ ने कहा - स्टैन स्वामी की, सरकारी हिरासत में मौत होना, भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर रहेगा एक धब्बा.
  • और, अफ़ग़ानिस्तान में तेज़ होती हिंसा और सूखे के बीच लाखों लोग कुपोषण से प्रभावित.
     
ऑडियो
10'16"
भारत: 84 वर्षीय मानवाधिकार पैरोकार स्टैन स्वामी को अक्टूबर 2020 में, आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों में हिरासत में लिया गया था. (फ़ाइल फ़िटो)
Unsplash/R.D. Smith

'स्टैन स्वामी की हिरासत में मौत, भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर एक धब्बा'

संयुक्त राष्ट्र की एक मानवाधिकार विशेषज्ञ मैरी लॉलॉर ने बृहस्पतिवार को कहा है कि भारत में एक मानवाधिकार पैरोकार फ़ादर स्टैन स्वामी की मृत्यु सरकारी हिरासत में होना, देश के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर हमेशा के लिये एक धब्बा रहेगा.

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) की प्रवक्ता एलिज़ाबेथ थ्रॉसेल
UN News/Daniel Johnson

भारत: स्टैन स्वामी के निधन पर यूएन मानवाधिकार कार्यालय ने जताया दुख और व्यथा

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने भारत में एक 84 वर्षीय मानवाधिकार कार्यकर्ता फ़ादर स्टैन स्वामी के निधन पर बहुत दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि वो इस निधन पर व्यथित भी है. स्टैन स्वामी का भारत के वाणिज्यिक शहर मुम्बई में सोमवार को निधन हो गया था.