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शरणार्थी संकट

जर्मनी की पूर्व चांसलर डॉक्टर एंगेला मर्केल
© Bundesregierung/Steffen Kugler

पूर्व जर्मन चांसलर ऐंगेला मैर्केल को ‘नेनसन’ शरणार्थी पुरस्कार

शरणार्थी मामलों के लिये संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (UNHCR) ने सीरिया में शरणार्थी संकट के दौरान 'नैतिक व राजनैतिक साहस' दिखाने के लिये, जर्मनी की पूर्व चांसलर ऐंगेला मैर्केल को, वर्ष 2022 के लिये UNHCR ‘नेनसन’ शरणार्थी पुरस्कार से सम्मानित किये जाने की घोषणा की है.

यूक्रेन का एक शरणार्थी परिवार अपने बच्चों के साथ सीमा चौकी से होते हुए, रोमानिया में प्रवेश कर रहा है.
© UNICEF/Ioana Moldovan

यूक्रेन: दस लाख लोगों ने जान बचाने के लिये छोड़ा देश, 'भेदभाव व नस्लवाद अस्वीकार्य'

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) के उच्चायुक्त फ़िलिपो ग्रैण्डी ने गुरूवार को कहा है कि यूक्रेन में अर्थहीन युद्ध के कारण, केवल सात दिन में दस लाख से अधिक लोग देश छोड़ कर जाने के लिये विवश हुए हैं. वहीं, यूएन प्रवासन एजेंसी (IOM) ने आगाह किया है कि यूक्रेन से जान बचाकर जाने की कोशिश कर रहे अन्य देशों के नागरिकों के साथ नस्ल, जातीयता, राष्ट्रीयता या प्रवासन दर्जे के आधार पर भेदभाव स्वीकार नहीं किया जा सकता है.

बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार में रोहिंज्या शरणार्थी शिविर में अपने भाई को गोद में लिये हुए एक लड़की.
©UNHCR/Vincent Tremeau

रोहिंज्या संकट – सम्मेलन में वित्तीय मदद का संकल्प, दीर्घकालीन समाधान ढूँढने पर ज़ोर   

म्याँमार के विस्थापित रोहिंज्या समुदाय की मदद के लिये अन्तरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र की मेज़बानी में हुए एक दानदाता सम्मेलन में 60 करोड़ डॉलर की धनराशि के चन्दे का संकल्प लिया गया है. गुरुवार को यह सम्मेलन इस वादे के साथ समाप्त हो गया कि रोहिंज्या की पीड़ाओं का दीर्घकालीन समाधान निकालने के लिये सम्बद्ध देशों के साथ सम्वाद जारी रखा जाएगा. 

जबरन विस्थापन का शिकार सात करोड़ 95 लाख लोगों में तीन करोड़ से ज़्यादा बच्चे हैं.
©UNHCR/Vincent Tremeau

विश्व भर में क़रीब आठ करोड़ लोग जबरन विस्थापित

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) की नई रिपोर्ट दर्शाती है कि वर्ष 2019 में जबरन विस्थापन का शिकार लोगों की सँख्या बढ़कर सात करोड़ 95 लाख से भी ज़्यादा हो गई. युद्ध, हिंसा, यातना और आपात हालात के कारण पिछले एक दशक में यह सँख्या लगभग दोगुनी हो गई है. 20 जून को ‘विश्व शरणार्थी दिवस’ से ठीक पहले जारी इस रिपोर्ट में यूएन एजेंसी ने विस्थापितों की मदद के लिए सरकारों से पहले से कहीं ज़्यादा प्रयास करने का आहवान किया है.     

कोलंबिया से होकर इक्वाडोर की ओर जाते वेनेज़्वेला के नागरिक.
© UNHCR/Jaime Giménez Sánchez de la Blanca

वेनेज़्वेला में शरणार्थी संकट पर तत्काल कार्रवाई की पुकार

वेनेज़्वेला के शरणार्थियों व प्रवासियों की तत्काल व संगठित रूप से मदद सुनिश्चित करने के इरादे से 28-29 अक्टूबर को ब्रसेल्स में एक उच्चस्तरीय सम्मेलन का आयोजन हो रहा है. राजनैतिक और आर्थिक मुश्किलों में घिरे वेनेज़्वेला से लाखों लोगों ने अन्य देशों का रुख़ किया है जो मौजूदा समय के सबसे बड़े विस्थापन संकटों में एक है.