सन्धि

अन्य लोगों के बारे में नफ़रत और डर फैलाने के लिये, नस्लभेद का सहारा लिया जाता रहा है, जिसका नतीजा अक्सर संघर्ष या युद्ध होता है. जैसाकि रवाण्डा में 1994 में हुए जनसंहार के रूप में हुआ.
ONU/J. Isaac

जनसंहार शब्द अन्तरराष्ट्रीय क़ानून का हिस्सा किस तरह बना

संयुक्त राष्ट्र ने ‘जनसंहार की रोकथाम पर सन्धि’ को वर्ष 1948 में पारित किया था. सन्धि की ऐतिहासिक बुनियाद, इसके प्रावधान और हाल के दशकों में जनसंहारों को रोक पाने में मिली विफलता, विश्व के समक्ष मौजूदा चुनौतियों को रेखांकित करते हैं. बढ़ते जोखिमों की पृष्ठभूमि में, जनसंहार की रोकथाम पर यूएन के विशेष सलाहकार ऐडामा डिएन्ग ने, सर्वजन से इस अपराध के विरुद्ध खड़े होने का आहवान किया है. एक वीडियो रिपोर्ट...

ब्रिटेन में परमाणु हथियारों के विरुद्ध प्रदर्शन करते हुए प्रदर्शनकारी.
CND/Henry Kenyon

सीटीबीटी की 25वीं वर्षगाँठ – परमाणु हथियार मुक्त दुनिया का आहवान

व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबन्ध सन्धि संगठन (CTBTO) के कार्यकारी सचिव रॉबर्ट फ़्लॉयड ने सोमवार को, सुरक्षा परिषद को सम्बोधित करते हुए कहा है कि हमारा लक्ष्य स्पष्ट है: परमाणु हथियारों का पूर्ण उन्मूलन. उन्होंने इस सन्धि के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर सुरक्षा परिषद में आयोजित एक बैठक को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है.  

अंगोला के लुआण्डा के एक बाज़ार में व्यापारियों ने कोविड-19 से बचाव के लिये ऐहतियाती उपाय अपनाए हैं.
© FAO/ C. Marinheiro

महामारी के लिये पूर्व तैयारी व उससे निपटने के लिये एक सन्धि का आग्रह

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में एक वरिष्ठ अधिकारी डॉक्टर माइक रायन ने किसी महामारी का सामना करने के लिये पहले से तैयारी करने व उसका मुक़ाबला करने के लिये, एक वैश्विक सन्धि की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है. उन्होंने देशों से इस पल का सदुपयोग करते हुए, इस विचार को समर्थन देने का आग्रह भी किया है.

कैमरून के एक इलाक़े में, एक माँ अपने बच्चे के साथ, कोविड-19 से बचने के लिये ऐहतियाती उपाय करते हुए.
UNICEF/Frank Dejongh

WHO: महामारी से निपटने की तैयारियों के लिये एक अन्तरराष्ट्रीय सन्धि की पेशकश

दुनिया की अनेक हस्तियों ने, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक के इस प्रस्ताव पर सहमति जताई है कि आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा की ख़ातिर, भविष्य में कोविड-19 जैसी महामारियों की रोकथाम व उनसे निपटने की तैयारियों के लिये, एक अन्तरराष्ट्रीय सन्धि वजूद में आनी चाहिये.